झांसी : जिले में गूगल मैप की मदद लेना युवकों को भारी पड़ गया. गूगल मैप से गुमराह हुए कार सवार युवक ट्रेन की पटरी पर पहुंच गए. वहां कोई फाटक नहीं था. कार निकालते समय पटरी किनारे गिट्टी में फंस गई.
इससे पहले की चालक कुछ समझ पाता सामने से तेज रफ्तार में आ रही बुंदेलखंड एक्सप्रेस को देख उनकी सांसें फूल गईं. तीनों युवक बिना सोचे समझे अपनी जान बचाते हुए पटरी पर कार को छोड़ भाग खड़े हुए.
पटरी पर कार खड़ी देख ट्रेन चालक को भी कुछ समझ नहीं आया और उसने जब तक इमरजेंसी ब्रेक लगाई तब तक कार ट्रेन की चपेट में आ चुकी थी. इससे कार के परखच्चे उड़ गए. कार सवार तीनों यात्रियों को आरपीएफ पुलिस ने हिरासत में लिया है. रेल प्रशासन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.
सकरार थाना प्रभारी अमीराम सिंह ने बताया कि बुधवार रात करीब 12 बजे की घटना है. मामला जीआरपी और आरपीएफ का है, लेकिन घटना उनके थाना क्षेत्र में घटी है. कार की नंबर प्लेट से गाड़ी मालिक तक पहुंचे तो उन्होंने बताया कि वह ललितपुर की ओर जा रहे थे.
उन्होंने मोबाइल में गूगल मैप ऑन किया हुआ था और उसके दिखाए रास्ते पर गाड़ी चला रहे थे. अचानक वह ट्रेन की पटरी पर पहुंच गए. इससे पहले कुछ समझ पाते कि सामने से ट्रेन आ गई. कार बुंदेलखंड एक्सप्रेस के इंजन की चपेट में आ गई और कार के परखच्चे उड़ गये.
मगरपुर रेलवे स्टेशन स्टाफ आरपीएफ व जीआरपी मौके पर पहुंच गई और कार को कड़ी मशक्कत के बाद पटरी से हटाया. इस घटना से ट्रेन एक घंटा प्रभावित रही. गनीमत रही कि ट्रेन को देखकर ललितपुर निवासी कार चालक रविंद्र सिंह तोमर (32), हेमंत साहू और अनुतेंद्र गाड़ी से कूदकर भाग निकले.
मामले में जनसंपर्क अधिकारी मनोज सिंह ने बताया कि बुधवार देर रात एक कार के पटरी पर फंसने के बाद सामने से आ रही बुंदेलखंड एक्सप्रेस की चपेट में आने की जानकारी मिली थी. जिसमें कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई है. चालक के भाग जाने के कारण कोई जनहानि नहीं हुई है. जहां हादसा हुआ है वहां पर कोई रेल फाटक नहीं है तो कार पटरी तक कैसे पहुंची इसकी जांच की जा रही है. नंबर से कार मालिक का पता लगाकर रेल कानून के अंतर्गत मुकदमा लिखाया जाएगा.
यह भी पढ़ें : गूगल ने दिखाई राह तो अपनों तक पहुंची बिछड़ी महिला