शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में मरीजों को कैंसर केयर सेंटर मिल गया है. सोमवार को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कैंसर अस्पताल में बने केयर सेंटर के भवन का उद्घाटन किया.
सीएम ने कैंसर अस्पताल में दो महीने के अंदर पीईटी स्कैन मशीन लगाने के निर्देश दिए हैं. इसके लिए 20 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई है. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा आईजीएमसी में बनी नई बिल्डिंग में कैंसर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी.
हमीरपुर में स्टेट सेंटर ऑफ कैंसर इंस्टीट्यूट बना रहे हैं. पहली बार राज्य स्तरीय स्टेट कमेटी बनाई गई, जिसमें नामी कैंसर डॉक्टर हैं. वह इस बीमारी से निपटने को लेकर रणनीति बना रहे हैं.
सीएम ने कहा बीते कुछ सालों में हेल्थ सेक्टर में काफी गिरावट आई है. पिछली भाजपा सरकार ने पांच साल में इस सेक्टर में रुचि नहीं दिखाई, जिसकी वजह से यह हालात पैदा हुए.
सीएम ने कहा हेल्थ सेक्टर में सुधार किया जाएगा. इससे निपटने के लिए दो संस्थानों आईजीएमसी शिमला और टांडा मेडिकल कालेज में डॉक्टर-मरीज और नर्स-मरीज का रेशो बनाकर काम किया जा रहा है. इसके लिए 400 स्टाफ नर्सों की भर्तियां की जाएंगी.
कैंसर केयर सेंटर पर खर्च हुए 14 करोड़
आईजीएमसी में कैंसर केयर सेंटर के निर्माण पर 14 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इसमें सीटी सिमुलेटर और लीनियर एक्सीलेटर जैसी आधुनिक मशीन लगाई जा रही हैं. इससे कैंसर रोगियों को यहां उपचार के लिए बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.
इसके बाद कैंसर मरीजों को रेडियोथैरेपी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. कैंसर अस्पताल की नई मंजिला बिल्डिंग में टॉप फ्लोर पर 5 ओपीडी चलेंगी, जिनमें रोजाना अस्पताल आने वाले मरीजों को देखा जाएगा.
मरीजों के लिए सड़क के साथ वाले फ्लोर पर भी ओपीडी की सुविधा रहेगी. नई बिल्डिंग में पुरुषों और महिलाओं के लिए 20 बिस्तरों वाला वॉर्ड भी बनकर तैयार है. 10 बिस्तर पुरुष और 10 बिस्तर महिलाओं के लिए हैं.
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