ETV Bharat / state

पलामू में नदियों को पुनर्जीवित करने का अभियान शुरू, मंत्री और विधायक ने की शुरुआत - REVITALIZING THE RIVERS

पलामू में कोयल और औरंगा की सहायक नदियों को पुनर्जीवित करने का अभियान शुरू.

REVITALIZING THE RIVERS
मंत्री राधाकृष्ण किशोर, विधायक रामचंद्र सिंह और अन्य (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : June 6, 2025 at 1:10 PM IST

2 Min Read

पलामूः झारखंड के एक बड़े इलाके की लाइफ लाइन माने जाने वाली कोयल और औरंगा की सहायक नदियों को पुनर्जीवित करने का अभियान शुरु हो चुका है. दोनों नदियों के करीब 500 सहायक नदियों को चिह्नित किया गया है, जिन्हें पुनर्जीवित करना है.

झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर एवं विधायक रामचंद्र सिंह ने इस अभियान की शुरूआत की है. पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में पर्यावरण दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसी दौरान रिवाइव द रिवर अभियान की शुरुआत की गई है.

REVITALIZING THE RIVERS
युवाओं के साथ वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर (Etv Bharat)

इस अभियान के तहत नदियों को पुनर्जीवित करना उद्देश्य है. पलामू टाइगर रिजर्व ने पहल करते हुए बेतला नेशनल पार्क इलाके में 10 एकड़ में बांस के जंगल को भी विकसित करने की आधारशिला रखी है.

पलामू टाइगर रिजर्व की तरफ से नदियों को पुनर्जीवित करने, बांस के जंगल को विकसित करने के लिये कई योजनाओं की जानकारी मंत्री एवं विधायकों के साथ साझा की गई है. पलामू टाइगर रिजर्व ने जन भागीदारी और स्थानीय लोगों के सहयोग से नदियों को पुनर्जीवित करने की योजना तैयार की है.

इस दौरान मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने पलामू टाइगर रिजर्व के 'हुनर से रोजगार' अभियान से जुड़ने वाले युवाओं को नियुक्ति पत्र भी दिया है. 'हुनर से रोजगार' अभियान के तहत पलामू टाइगर रिजर्व में बूढ़ा पहाड़ समिति के इलाके के युवाओं को प्रशिक्षण दिया था. जिसके बाद युवाओं का चयन कई कंपनियों में हुआ है. कार्यक्रम के दौरान पलामू की डीसी समीरा एस, एएसपी अभियान राकेश सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद थे.

पलामू टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक प्रजेशकांत जेना ने बताया कि कोयल एवं औरंगा नदी के सहायक नदियों का सर्वे का कार्य शुरू हुआ था, जिसके बाद सभी को पुनर्जीवित करने का अभियान शुरू हुआ है.
यह भी पढ़ें:

नदियों को पुनर्जीवित करने की मुहिम, कोयल, औरंगा और बूढ़ा नदी का सर्वे कर रही ब्लू एलिक्सिर कंपनी

गढ़वा की लाइफ लाइन दानरो और सरस्वती नदी में कचड़ा निस्तारीकरण का कार्य शुरू, 6 महीने तक चलेगा काम

गढ़वा की लाइफ लाइन के रूप में जानी जाने वाली दो नदियां अपने मूर्त रूप में लौटेंगी, शुरू हुई प्रक्रिया

पलामूः झारखंड के एक बड़े इलाके की लाइफ लाइन माने जाने वाली कोयल और औरंगा की सहायक नदियों को पुनर्जीवित करने का अभियान शुरु हो चुका है. दोनों नदियों के करीब 500 सहायक नदियों को चिह्नित किया गया है, जिन्हें पुनर्जीवित करना है.

झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर एवं विधायक रामचंद्र सिंह ने इस अभियान की शुरूआत की है. पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में पर्यावरण दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसी दौरान रिवाइव द रिवर अभियान की शुरुआत की गई है.

REVITALIZING THE RIVERS
युवाओं के साथ वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर (Etv Bharat)

इस अभियान के तहत नदियों को पुनर्जीवित करना उद्देश्य है. पलामू टाइगर रिजर्व ने पहल करते हुए बेतला नेशनल पार्क इलाके में 10 एकड़ में बांस के जंगल को भी विकसित करने की आधारशिला रखी है.

पलामू टाइगर रिजर्व की तरफ से नदियों को पुनर्जीवित करने, बांस के जंगल को विकसित करने के लिये कई योजनाओं की जानकारी मंत्री एवं विधायकों के साथ साझा की गई है. पलामू टाइगर रिजर्व ने जन भागीदारी और स्थानीय लोगों के सहयोग से नदियों को पुनर्जीवित करने की योजना तैयार की है.

इस दौरान मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने पलामू टाइगर रिजर्व के 'हुनर से रोजगार' अभियान से जुड़ने वाले युवाओं को नियुक्ति पत्र भी दिया है. 'हुनर से रोजगार' अभियान के तहत पलामू टाइगर रिजर्व में बूढ़ा पहाड़ समिति के इलाके के युवाओं को प्रशिक्षण दिया था. जिसके बाद युवाओं का चयन कई कंपनियों में हुआ है. कार्यक्रम के दौरान पलामू की डीसी समीरा एस, एएसपी अभियान राकेश सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद थे.

पलामू टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक प्रजेशकांत जेना ने बताया कि कोयल एवं औरंगा नदी के सहायक नदियों का सर्वे का कार्य शुरू हुआ था, जिसके बाद सभी को पुनर्जीवित करने का अभियान शुरू हुआ है.
यह भी पढ़ें:

नदियों को पुनर्जीवित करने की मुहिम, कोयल, औरंगा और बूढ़ा नदी का सर्वे कर रही ब्लू एलिक्सिर कंपनी

गढ़वा की लाइफ लाइन दानरो और सरस्वती नदी में कचड़ा निस्तारीकरण का कार्य शुरू, 6 महीने तक चलेगा काम

गढ़वा की लाइफ लाइन के रूप में जानी जाने वाली दो नदियां अपने मूर्त रूप में लौटेंगी, शुरू हुई प्रक्रिया

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.