बुरहानपुर: कोतवाली थाना क्षेत्र में शनिवार रात सड़कों पर अनूठी बारात देखने को मिली. यहां दुल्हन बग्गी में सवार होकर एक हाथ में तिरंगा और दूसरे हाथ में तलवार थाम कर दूल्हे के पास बारात लेकर पहुंची. पहली बार ऐसा नजारा देख लोग अचंभित रह गए. ग्रामीणों ने दुल्हन के माता-पिता की सराहना करते हुए कहा कि यह नारी सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम है. इससे न सिर्फ बेटी का आत्मसम्मान बढ़ा है, बल्कि समाज में एक शानदार संदेश भी गया है.
नारी सशक्तिकरण का प्रतीक बनी दुल्हन
बीते दिनों देश की बेटियों ने आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है. जिससे देशभर की बेटियों का सिर गर्व से ऊंचा हुआ. नारी सशक्तिकरण का ऐसा ही नजारा बुरहानपुर के राजघाट मार्ग पर देखने को मिला. जहां दुल्हन एक हाथ में तिरंगा और दूसरे हाथ में तलवार थामे बारात लेकर निकली. गुजराती समाज में ये परंपरा सदियों से चली आ रही है जिसमें दुल्हन दूल्हे के यहां बारात लेकर जाती है.
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दुल्हन गुंजन के पिता राजकुमार शाह ने इस अनोखी बारात से एक बड़ा संदेश दिया है कि बेटी बेटे से कम नहीं है. बेटी को गर्व से विदा करना भी एक देश सेवा है. दुल्हन बनी गुंजन ने कहा, "बेटियों के लिए संदेश है कि भारत की एक भी नारी ऐसी नहीं है जो खुद के लिए नहीं लड़ सकती. बस बेटियां कदम नहीं उठा पाती हैं. मुझे बहुत गर्व है. जो मौका अभी तक लड़कों को मिलता था, उस चीज के लिए अब लड़कियां भी पीछे नहीं हटती है."