जयपुर: झारखंड तिराहे से 200 फीट बायपास तक सड़क की चौड़ाई 160 फीट करने के लिए जेडीए ने बुधवार सुबह से बुलडोजर चलाना शुरू किया. शाम होने से पहले-पहले 90 प्रतिशत कार्रवाई पूरी कर ली. 10 प्रतिशत स्ट्रक्चर को कोर्ट स्टे और अन्य दस्तावेज के चलते छोड़ दिया गया.
जयपुर में अवैध निर्माण पर जयपुर विकास प्राधिकरण का पीला पंजा जमकर चला. इस दौरान जेडीए टीम को कई बार विरोध का सामना भी करना पड़ा. सिरसी रोड पर ढाई किलोमीटर के एरिया में चली कार्रवाई के दौरान रिटायर्ड डीजीपी नवदीप सिंह ने अपनी प्रोपर्टी का अवैध हिस्सा तोड़े जाने पर विरोध जताया. पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. वहीं, बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा ने भी मौके पर पहुंचकर बुलडोजर कार्रवाई का विरोध किया और अधिकारियों से उलझे.
महिलाएं रोती-बिलखती रहीः वहीं, अपने आशियानों को उजड़ता देख कई महिलाएं रोती-बिलखती रहीं. बावजूद इसके जेडीए टीम ने एक ही दिन में चिह्नित अतिक्रमण का 90 फीसदी ध्वस्त कर दिया. जेडीए सचिव निशांत जैन ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई में 90 फीसदी अतिक्रमण को हटा दिया गया है, जबकि 10 फीसदी स्ट्रक्चर छोड़े गए हैं. उनमें कोर्ट स्टे है जो पहले संज्ञान में नहीं थे, अभी ध्यान में आए हैं, इसके अलावा कुछ और भी दस्तावेज पेश किए गए हैं, जिन का परीक्षण करके आगामी दिनों में फैसला लिया जाएगा. बता दें कि मौके से करीब 274 निर्माण हटाते हुए 200 फीट बाइपास तक सड़क को 160 फीट चौड़ा किया जाना है. इस कार्रवाई में कांग्रेस के पूर्व विधायक परम नवदीप सिंह का अस्पताल और पूर्व डीजीपी नवदीप सिंह के घर पर जेडीए का पीला पंजा चला.
जयपुर विकास प्राधिकरण की आयुक्त आनन्दी ने बताया कि राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश की पालना में ये कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए जेडीए की ओर से पांच टीमें बनाई गई. इसमें उपायुक्त, एटीपी, तहसीलदार, इंजीनियर और प्रवर्तन अधिकारी शामिल हैं. इन टीमों की ओर से जोनल डवलपमेंट प्लान के अनुरूप इस मार्ग का चिह्नीकरण किया गया. स्थानीय व्यापारियों और निवासियों से 8 अप्रैल तक अवैध अतिक्रमण हटाने को लेकर समझाइश की. आमजन की सहायता के लिए आवश्यकता अनुसार जेसीबी, लोखण्डा की सुविधा उपलब्ध कराई. उन्होंने स्पष्ट किया कि पूरा अतिक्रमण हटाने तक ये कार्रवाई जारी रहेगी.
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पूर्व डीजीपी को हटाया: जेडीए के कार्रवाई के दौरान रिटायर्ड डीजीपी नवदीप सिंह कार्रवाई का विरोध कर रहे थे. ऐसे में उन्हें जबरन मौके से हटाया गया. पुलिस ने उन्हें बस में बैठाकर मौके से दूर भेजा. यहां नवदीप सिंह की इमारत का एक तरफ 15 फीट और दूसरी तरफ 12 फीट हिस्सा सड़क सीमा में आ रहा है. इस पर जेडीए कार्रवाई कर रहा है.

घर से निकलते समय रखें ध्यान: जेडीए की कार्रवाई को लेकर जयपुर पुलिस ने रोड डायवर्जन किया. क्वींस रोड से सिरसी रोड की तरफ जाने वाले सामान्य यातायात को वैशाली मार्ग कट से डायवर्ट कर वैशाली मार्ग की तरफ संचालित किया गया. इसी तरह हसनपुरा नाले की तरफ से खातीपुरा जाने वाले सामान्य यातायात को हटवाड़ा तिराहा से डायवर्ट कर मजदूर नगर तिराहा, सोडाला की ओर संचालित किया गया.
सिरसी रोड से खातीपुरा की तरफ आने वाले सामान्य यातायात को सर्विस लेन में डायवर्ट कर संचालित किया जा रहा है. 200 फीट सिरसी रोड बाईपास से खातीपुरा तिराहा पर कॉलोनियों से आने वाले मार्गों का यातायात आवश्यकतानुसार डायवर्ट कर संचालित किया जा रहा है.
दो दिन खुद हटाए: इससे पहले जयपुर विकास प्राधिकरण ने झारखण्ड मोड़ तिराहा से खातीपुरा तिराहा होते 200 फीट बाईपास तक रोड की चौड़ाई जोनल डवलपमेंट प्लान के अनुसार करने की कार्यवाही के लिए आमजन और व्यापारियों से स्वयं के स्तर पर अतिक्रमण हटाने की अपील की थी. आमजन ने दो दिन खुद के स्तर पर सड़क सीमा में आ रहे निर्माण हटाए भी थे.

विधायक ने लगाए भेदभाव के आरोप: झारखंड मोड़ से खातीपुरा तिराहे तक सड़क चौड़ा करने की कार्रवाई के बीच स्थानीय भाजपा विधायक गोपाल शर्मा मौके पर पहुंचे. उन्होंने कार्रवाई रूकवाने की मांग की. विधायक ने आरोप लगाया कि बिना नोटिस के 100 फीट सड़क को 160 फीट का किया जा रहा है. बीते चार दिन से स्थानीय लोगों में भय है. आज एक महिला के कपड़े तक फाड़ दिए गए. ये किस तरह की कार्रवाई है?. क्या वहां महिला पुलिस थी?, क्या किसी महिला के घर में घुसकर उसके कपड़े फाड़ने का अधिकार है?.

विधायक ने कहा कि ये स्थिति भाजपा सरकार के अनुकूल नहीं है. अफसरशाही और सिस्टम भाजपा सरकार के खिलाफ काम कर रहा है. विधायक शर्मा ने जेडीए की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए. साथ ही धार्मिक स्थलों को लेकर भेदभाव बरतने का आरोप लगाया और कहा कि भेदभावपूर्ण कार्रवाई सहन नहीं की जाएगी.