भिलाई: भिलाई नगर निगम ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कड़ा एक्शन लेना शुरु कर दिया है. गौतम नगर के खुर्सीपार वार्ड नंबर 42 में अवैध अतिक्रमण करने वाले मकानों पर बुलडोजर एक्शन की कार्रवाई हुई. रविवार सुबह को नगर निगम की टीम पहुंची और बुलडोजर एक्शन किया गया. नगर निगम की टीम ने बुलडोजर की मदद से अवैध मकानों के हिस्से को गिराने का काम किया. यहां अतिक्रमणकारियों पर आरोप है कि उन्होंने सीवरेज लाइन पर घर का हिस्सा बनाया था.
भिलाई नगर निगम का चला बुलडोजर: सुबह जैसे ही नगर निगम का अमला बुलडोजर लेकर मोहल्ले में घुसा लोगों में अफरा तफरी मच गई. निगम के अधिकारियों ने बताया कि अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई को लेकर उनकी पहले से तैयारी थी और लोगों को इसकी सूचना भी दी गई है.
इस इलाके में सीवरेज लाइन का काम पिछले 6 महीनों से अतिक्रमण के कारण रुका हुआ था. अर्धनिर्मित सीवरेज सिस्टम पूरा नहीं हो पा रहा था, जिससे स्थानीय लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. निगम की टीम को मेन सीवरेज लाइन को क्लीयर करने के लिए उसके दोनों ओर 5-5 फीट तक का अतिक्रमण हटाना जरूरी है. पूर्व सूचना दिए जाने के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया, इसलिए यह कार्रवाई शुरू की गई- अजय शुक्ला,जनसंपर्क अधिकारी, भिलाई नगर निगम
नाले और मेन सीवरेज लाइन के ऊपर 250 से अधिक घर अतिक्रमण करके बना लिए गए हैं. निगम ने उन लोगों को 10 से अधिक नोटिस दिया है. इसके बाद भी वो लोग अतिक्रमण हटा नहीं कर रहे है. इसके बाद निगम ने उनके मकानों को तोड़ने का काम शुरू किया. : विनोद सिंह, वार्ड पार्षद

कांग्रेस ने जताई नाराजगी: अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है. भिलाई नगर कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने निगम पर आरोप लगाया कि लोगों को पर्याप्त समय नहीं दिया गया, न ही किसी प्रकार की मुनादी की गई. उन्होंने कहा निगम की गाड़ियां आईं और लोगों के घरों के सामने लग गईं, फिर जेसीबी से मकानों को तोड़ना शुरू कर दिया गया.
पहले लोगों को विस्थापित किया जाना चाहिए था. यह एक्शन अमानवीय कार्रवाई है. हम इसका विरोध करते हैं. हमने प्रशासन से मांग की है कि पहले पुनर्वास की व्यवस्था की जाए और फिर तोड़फोड़ की जाए. साथ ही जितना क्षेत्र मार्किंग किया गया है, केवल उतना ही हटाया जाए, पूरे घर को नहीं.- देवेंद्र यादव, कांग्रेस विधायक
सीवरेज लाइन बनाई जाएगी: जानकारी के मुताबिक निगम की टीम मेन सीवरेज लाइन को क्लीयर करने के लिए इसके दोनों तरफ 5-5 फीट एरिया में हुए अतिक्रमण को तोड़ रही है. इसके बाद नाले और सीवरेज लाइन को बनाया जाएगा.
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घरों में घुस जाता है बारिश का पानी: सीवरेज लाइन पर अतिक्रमण के चलते नाले का पानी लोगों के घरों में घुस जाता है. बारिश के दिनों में इलाके में हालत बद से बदतर हो जाते हैं. अतिक्रमण करने वालों का खामियाजा पूरे इलाके के लोगों को भुगतना पड़ता है.