रांची/बोकारो: बोकारो स्टील प्लांट के सामने नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे विस्थापित अप्रेंटिस संघ के एक युवक की लाठीचार्ज में मौत के बाद से माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. बोकारो की डीसी विजया जाधव के आदेश पर बीएसएल के जीएम (एचआर) हरी मोहन झा को गिरफ्तार कर लिया गया है.
दूसरी तरफ बीएसएल प्रबंधन ने भरोसा दिलाया है कि अप्रेंटिस प्रशिक्षण पूरा कर चुके अप्रेंटिस प्रशिक्षुओं को 21 दिन के भीतर पद सृजित पर तीन माह के अंदर नियुक्त पत्र दे दिया जाएगा. साथ ही प्रबंधन ने मृतक 24 वर्षीय प्रेम महतो के परिजनों को 20 लाख का मुआवजा और एक सदस्य को नियोजन देने का वादा किया है. यह जानकारी बोकारो जिला प्रशासन ने प्रेस नोट के जरिए दी है.
विस्थापित और बीएसएल के बीच इन बातों पर बनी सहमति
- ट्रेनिंग पूरा कर चुके सभी विस्थापित अप्रेंटिस प्रशिक्षुओं को बीएसएल प्रबंधन 21 दिनों में पद सृजित कर तीन माह के अंदर नियुक्ति देगा. साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराएगा.
- बीएसएल प्रबंधन ने इस बात पर सहमति जताई है कि घायलों को बीजीएच में मुफ्त उपचार के अलावा 10,000 रु. बतौर मुआवजा दिए जाएंगे.
- अन्य मांगों के लिए बीएसएल विस्थापितों के साथ हर माह की 15 तारीख को जिला नियोजन पदाधिकारी और अपर समाहर्ता की उपस्थिति में बैठक होगी.
दरअसल, 3 अप्रैल को अपनी मांगो के लिए प्रदर्शन कर रहे विस्थापित अप्रेंटिस संघ के लोगों ने जनरल शिफ्ट में ड्यूटी कर बाहर निकल रहे कर्मियों और अधिकारियों को एडीएम गेट पर रोक दिया था. रास्ता क्लियर कराने के लिए सीआईएसएफ के जवान पहुंचे तो अचानक स्थिति बिगड़ गयी. लिहाजा, सीआईएसएफ ने लाठीचार्ज कर दिया. इस दौरान सिर पर चोट लगने की वजह से प्रेम महतो अचेत हो गये. उन्हें बीजीएच ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. लाठीचार्ज में कई आंदोलनकारी जख्मी हुए हैं.
बोकारो में माहौल तनावपूर्ण, अलर्ट मोड पर प्रशासन
इधर, लाठीचार्ज की घटना के विरोध में 4 अप्रैल को बोकारो बंद बुलाए जाने की घोषणा के बाद डीसी विजया जाधव ने देर रात अपने कार्यालय में बैठक की. इसमें पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी, बीएसएल के ईडी, पुलिस उप महानिरीक्षक सीआईएसएफ, अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, अनुमंडल पदाधिकारी चास प्रांजल ढ़ांडा शामिल हुए. इस दौरान बीएसएल प्रबंधन ने विस्थापित अप्रेंटिस संघ की मांगों को स्वीकार कर लिया.
वहीं उपायुक्त और एसपी ने संयुक्त रुप से जिलावासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है. हालांकि 4 अप्रैल को बोकारो बंद के दौरान आक्रोशित विस्थापितों ने जमकर बवाल काटा. आक्रोशितों ने बीएसएल की एक बस को फूंक दिया. एक दुकान और एक बाइक को भी आग के हवाले कर दिया गया. एनएच 32 को जाम कर दिया. यही नहीं तेनू नहर को दो जगह काट दिया गया. फिलहाल माहौल तनावपूर्ण है. वहीं पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर है.
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