बोकारो: गुरुवार की शाम बीएसएल प्रशासनिक भवन के पास धरना प्रदर्शन के दौरान विस्थापित युवक की मौत के बाद शुक्रवार को बोकारो बंद का एलान था. बंद के दौरान कई जगह शांति पूर्ण तरीके से बंद था. लेकिन आज कई जगहों पर झड़प आदि की घटनाएं सामने आई है.
बंद समर्थकों ने बस को किया आग के हवाले
बंद समर्थकों ने सेक्टर 4 सिटी सेंटर के पास इलेक्ट्रो स्टील की बस को आग के हवाले कर दिया. हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ. प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाईवे 32 को जाम कर दिया. जिससे बोकारो के प्रीत मोड़ से लेकर जाना मोर टोल प्लाजा तक वाहनों की लंबी कतार लग गई. लोगों को आवागमन में काफी असुविधा का सामना करना पड़ा.
बंद समर्थकों की डुंडीबाग में हुई झड़प
बंद समर्थकों ने बूंदी बाग में कुछ दुकानों को बंद करने के दौरान हल्की मारपीट कर दी. जिससे आक्रोशित बूंदी बाग बाजार वालों ने भी मारपीट की. इस दौरान बंद समर्थक ने एक दुकान में आग लगा दी. उसके बाद पूरा माहौल रण क्षेत्र में तब्दील हो गया. नागपुर सिटी डीएससी पहुंचकर स्थिति को संभाल लिया है. इस दौरान बाइक को आग के हवाले किया गया है.
गुरुवार शाम हुई घटना को लेकर डीसी विजया जाधव ने घटना के कारण बने बीएसएल के जीएम हरि मोहन झा को शिकंजे में लिया है. फिलहाल वह पुलिस की गिरफ्त में है. वहीं बीएसएल प्रबंधन से भी विस्थापितों की मांग पूरी करने के लिए वार्ता चल रही है.
विस्थापितों ने काटी पानी सप्लाई की लाइन
गुरुवार शाम प्रदर्शन कर रहे विस्थापितों पर लाठीचार्ज के दौरान एक विस्थापित युवक की मौत के बाद अन्य विस्थापित उग्र हो गए. बोकारो के उग्र विस्थापितों ने तेनु नहर को दो जगह काटा दिया है. जहां से कभी जल का बहाव हो रह है. तेनु नहर के काटे जाने से बोकारो के शहरी इलाके में जल संकट उत्पन्न हो सकता है. बताते चलें कि लगभग 35 किलोमीटर लंबी इस नहर के माध्यम से तेनुघाट डैम से पानी को आपूर्ति बोकारो स्टील प्लांट को की जाती है.वही शहर में जलापूर्ति भी इसी नहर के पानी से होती है.
विस्थापित अप्रेंटिस संघ के सदस्यों का कहना है कि उन्होंने अपनी जमीन बीएसएल को दी थी, लेकिन अब तक उन्हें रोजगार नहीं मिला. इसी मांग को लेकर वे प्रदर्शन कर रहे थे. जब उन्होंने बीएसएल प्रबंधन से मिलने की कोशिश की, तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया, जिसके बाद स्थिति हिंसक हो गई. विस्थापितों का आरोप है कि बीएसएल प्रबंधन ने वादा किया था कि अप्रेंटिस का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्हें नौकरी दी जाएगी, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे.
'बूंदी बाग में बंद समर्थकों और दुकानदारों के बीच हल्की-फुल्की झड़प हुई है स्थिति नियंत्रण में कर लिया गया है पूरे शहर में पेट्रोलिंग की जा रही है'. -आलोक रंजन सिटी डीएसपी.
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