बूंदी: ब्रह्माकुमारी संस्था के सेवा केंद्र द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई है. इस अभियान का उद्देश्य लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना है. इस अवसर पर विभिन्न शाखाओं से आई हुई ब्रह्मा कुमारी बहनों ने कलश धारण किया और संकल्प लिया कि वे इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाएंगी.
गांव-ढाणियों तक पहुंचाएंगे संदेश: ब्रह्माकुमारी रजनी दीदी ने बताया कि नशा एक सामाजिक, आर्थिक, शारीरिक और मानसिक अभिशाप भी है. भारत सरकार के साथ मिलकर ब्रह्माकुमारी संस्था देश में नशा मुक्ति अभियान का हिस्सा बनकर देश के नागरिकों को नशों से मुक्त करने के लिए अनेक अभियान और कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले के हर तहसील और गांव तक पहुंचना है. आंकड़ों के अनुसार, हर रोज लगभग साढ़े तीन हजार से अधिक लोग नशे के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं. इस दौरान एक लघु नाटिका के माध्यम से व्यसनों से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में बताया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि नशा एक ऐसी बुराई है जो हमारे देश और समाज को खोखला कर रही है. नशे की लत में पड़ा व्यक्ति खुद तो दुखी होता ही है, उसकी ऐसी आदतों की वजह से उसके परिवार को भी अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. ऐसे व्यक्ति देश के निर्माण बाधक बन जाते हैं. कार्यक्रम में पाटन से भारती, नैनवा से कौशल्या, लाखेरी से सुषमा इटावा से माधवी और सुल्तानपुर से नैना एवं बूंदी सेवा केंद्र की सभी बहनों सहित जिले की सभी शाखाओं से आई हुई ब्रह्माकुमारी ने भाग लिया.
राजयोगिनी गीता बहन ने अपने संबोधन में बताया कि जितना हम अपने जीवन में गुण अपनाते जाएंगे, उतना ही हमारे जीवन से बुराइयां स्वत ही निकल जाती हैं. जैसे अंधकार को भगाने के लिए एक दीपक ही काफी है. वैसे ही यदि हम श्रेष्ठ संकल्प करते हैं, तो परमात्मा का आशीर्वाद हमें मिलने लगता है. हम अपने जीवन को श्रेष्ठ बनाकर संसार और देश निर्माण के कार्य में अहम भूमिका निभा सकते हैं.