दंतेवाड़ा: नक्सलगढ़ में अब दहशत का साया नहीं बल्कि पर्यटकों की खिलखिलाहट गूंज रही है. विष्णु देव साय सरकार ने नक्सलगढ़ में वाटर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पालनार में नौका विहार का शुभारंभ कर दिया है. ग्राम पंचायत पालनार की खूबसूरत वादियों में बड़ी संख्या में पर्यटक नौका विहार का आनंद लेने पहुंच रहे हैं. नौका विहार का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुंडामी ने किया. बस्तर का पालनार शुरु से अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता रहा है.
वाटर टूरिज्म का शुभारंभ: नक्सलगढ़ में वाटर टूरिज्म की शुरुआत होने से न सिर्फ पर्यटकों को फायदा होगा बल्कि यहां के युवाओं को भी रोजगार मिलेगा. दशकों से नक्सलवाद का दंश झेल रहे पालनार के लोगों को रोजी रोजगार के अवसर मिलेंगे. देशी विदेशी पर्यटकों के आने से उनकी आय में भी बढ़ोत्तरी होगी. बस्तर को पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए बीते दिनों सीएम विष्णु देव साय ने अफसरों के साथ कई बड़ी बैठकें की. चित्रकोट जल प्रपात पर हुई बैठक में भी बस्तर में टूरिज्म को बढ़ावा देने की योजना बनी थी.
यह परियोजना केवल पर्यटन नहीं, बल्कि समग्र क्षेत्रीय विकास का माध्यम है. दंतेवाड़ा की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत को देश दुनिया के सामने लाना हमारा उद्देश्य है, जिससे स्थानीय पहचान बढ़े और युवाओं को नई दिशा मिले: नंदलाल मुंडामी, जिला पंचायत अध्यक्ष, पालनार
अमित शाह ने की थी बस्तर की सुंदरता की तारीफ: अपने पिछले बस्तर दौरे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बस्तर की सुंदरता की तारीफ की थी. शाह ने कहा था कि वो दिन दूर नहीं है जब लोग कश्मीर की तरह जगदलपुर के चित्रकोट आने का प्लान बनाने लगेंगे. केंद्र और राज्य सरकार की योजना है कि बस्तर की सुंदरता को पर्यटकों के सामने लाया जाए. बस्तर में पर्यटक आएंगे तो लोगों को आय का साधन मिलेगा, रोजगार के मौके बनेंगे और नक्सलवाद पर भी लगाम लगेगी.
नियद नेल्लानार, लोन वर्राटू, पूर्ना नारकोम: राज्य शासन की इन तीनों योजनाओं से भी नक्सलगढ़ की तस्वीर तेजी से बदल रही है. सरकार ने नक्सलवाद को खत्म करने और बस्तर में शांति लाने के लिए इन तीनों योजनाओं को चलाया है. इन योजनाओं के जरिए हिंसा का रास्ता छोड़ने वाले माओवादियों का पुनर्वास कराया जाता है. खत्म होते नक्सलवाद से अब बस्तर की तस्वीर बदल रही है. टूरिज्म सेक्टर को बढ़ावा दिए जाने से यहां के युवा भी खुश हैं.