बलौदाबाजार : 10 जून 2024 को बलौदाबाजार के इतिहास में काला दिन कहा जाए तो गलत नहीं होगा. अमरगुफा में जैतखाम को लेकर उपजे तनाव ने इतना विकराल रूप लिया कि बेकाबू भीड़ ने जिला मुख्यालय की सबसे सुरक्षित इमारत कलेक्टोरेट में ही आगजनी कर दी.इस घटना में कई सरकारी दस्तावेज समेत गाड़ियां खाक हो गई. कुल 278 गाड़ियां जलाई गई.उग्र भीड़ में से कुछ लोगों के हाथों में पेट्रोल बम भी थे.जिन्हें देखते ही कलेक्टोरेट में काम करने वाले कर्मचारियों ने खुद को कमरे में बंद कर लिया.वहीं जैतखाम विवाद की घटना को एक साल हो चुके हैं,लेकिन अब भी न्यायिक जांच पूरी नहीं हो सकी है.
घटना के एक साल बाद के हालात : इस घटना में 278 वाहन जलकर राख हुए. जिनमें से सिर्फ 56 वाहनों को बीमा क्लेम मिला यानी 80% लोगों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है.इस घटना के बाद पुलिस ने 191 लोगों को गिरफ्तार किया.लेकिन किसी को भी सजा नहीं हुई.आज सभी जमानत पर बाहर हैं.वहीं केस में 14 FIR दर्ज की गई लेकिन अब तक कोई खास प्रोग्रेस नहीं देखने को मिला है.घटना की जांच करने वाली कमेटी की अवधि 4 बार बढ़ाई जा चुकी है.इस बार 12 अक्टूबर 2025 को नई तारीख मिली है.
प्रशासन ने तब पीड़ितों से फौरी राहत का दावा किया था. पड़ताल में पता चला कि ज्यादातर लोगों को आज भी मदद नहीं मिल पाई है.पुलिस के आंकड़ों की मानें तो उस दिन कैंपस में कुल 278 गाड़ियों आग में जलाई गई थीं. एक दमकल वाहन समेत 17 गाड़ियां सरकारी थीं. बाकी 261 निजी थी.इनमें 208 बाइक के अलावा 53 कारें शामिल थीं.

आरटीओ के मुताबिक, अब तक 56 गाड़ियों को ही बीमा क्लेम दिलवा पाए हैं. 205 गाड़ियों मतलब 80 फीसदी मामलों में बीमा क्लेम मिलना बाकी है. उधर, पुलिस ने 14 एफआईआर दर्ज की थी. ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 191 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया. हालांकि, बाद में बेल मिलने के बाद सब जेल से बाहर हैं.जिला मुख्यालय के जरिए सीधे सरकार पर हमला करने जैसी बड़ी घटना के लिए पुलिस किसी को भी कड़ी सजा नहीं दिलवा पाई.

चार बार बढ़ा आयोग का कार्यकाल : वहीं, अमरगुफा में जैतखाम को नुकसान पहुंचाने की न्यायिक जांच भी आज तक अधूरी है. इसकी तारीख 4 बार बढ़ाई जा चुकी है. जांच आयोग गठन की अधिसूचना पहली बार 13 जून 2024 को जारी हुई. काम पूरा न होने होने पर अगस्त से अक्टूबर, फिर अक्टूबर से फरवरी और फरवरी से जून तक कार्यकाल बढ़ाया. अभी सरकार ने इसी 5 जून को आदेश निकालकर आयोग का कार्यकाल 13 जून से 12 अक्टूबर तक 4 महीने फिर बढ़ाया है.
कबाड़ में बदल रहीं जली गाड़ियां :अग्निकांड में जो गाड़ियां जलकर खाक हुई, उन्हें भाटापारा रोड में वन विभाग के लकड़ी डिपो के पीछे डंप किया है. इस कबाड़ के साथ उन 80 प्रतिशत लोगों की उम्मीदें भी सड़ रही हैं, जो बीमा क्लेम न मिलने पर किसी सरकारी मदद की आस में थे. इन पीड़ितों में ज्यादातर छोटे वर्ग के कर्मचारी या उस दिन जरूरी काम लेकर शहर-गांवों से आए आम लोग हैं.
बचाव के लिए पुख्ता किए गए इंतजाम : 10 जून की घटना लेते हुए कलेक्टोरेट की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं.कलेक्ट्रेट के दोनों ओर की मुख्य सड़कों पर लोहे ऊंचे और भारी गेट लगवाए हैं. अब किसी भी अप्रिय स्थिति में इन्हें बंद कर रोड पूरी तरह ब्लॉक किया जा सकता है. कलेक्ट्रेट से जनपद पंचायत चौराहे तक पूरी सड़क पर पिछले साल से ही धारा 14 प्रभावशील है. रैली, प्रदर्शन पूरी तरह प्रतिबंधित है. धार्मिक, राजनीतिक रैलियों और प्रदर्शन के लिए एसडीएम की मंजूरी का सख्ती से पालन कराने पर जोर है. वहीं पुलिस सोशल मीडिया पर अतिरिक्त चौकसी बरत रही है. ताकि इंटेलिजेंस में पहला जैसा फैल्योर न हो.
बेकसूर लोगों को जेल में डाला : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले में कहा कि साल भर पहले जैतखाम काट दिया गया, समाज की डिमांड थी कि आप जांच नही कर पा रहे हैं तो CBI को सौप दें, अभी तक जो जैतखाम काटे हैं वो अपराधी पकड़ा नहीं गया. 186 लोगों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिये, सुप्रीम कोर्ट से उनकी जमानत हुई. बेकसूर लोगों को पीट-पीटकर जेल में डाल दिये जो वहां थे ही नही.
एसपी भावना गुप्ता ने कहा कि, एक साल पहले बलौदाबाजार में हिंसक घटना हुई थी, उसके आधार पर पुलिस प्रशासन और सामान्य प्रशासन के द्वारा कानूनी कार्यवाही की गई हैं.
एक वर्ष होने को हैं, तमाम जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हैं, और जो ऑर्गनाइजेशन हैं उनसे संबंध स्थापित किया गया हैं. कॉमिनीटी में कॉन्फ्रेंस बिल्ड की गई हैं. इस प्रकार की घटना रिपीट न हो इसके लिए सभी प्लेटफार्म में सतत निगरानी रखी जा रही हैं, लगातार मॉनिटरिंग की जा रही हैं- भावना गुप्ता,एसपी
पुलिस रिकॉर्ड जल गए थे रिकवरी कैसे की गई? इस पर एसपी भावना गुप्ता ने कहा कि रिकवर करना बहुत चैलेंजिंग था. क्योकि पूरा जल चुका था टूट चुका था, जो हमारे डुप्लीकेट थे उसके आधार पर रिकन्ट्रक्सन किया गया हैं. फिलहाल सभी मैटर्स अंडर ट्रायल हैं न्यायालयीन प्रक्रियाधीन हैं उसी के आधार पर जो भी कार्यवाही होगा वो सामने आएगा.
जानिए पूरा घटना क्रम
15 मईः गिरौदपुरी धाम से लगभग 5 किमी महकोनी बस्ती स्थित अमर गुफा में लगे जैतखाम को देर रात किसी ने आरी से काट दिया.
16 मईः सुबह सतनामी समाज के लोगों को जैतखाम में तोड़फोड़ की जानकारी मिली. कार्रवाई की मांग पर समाज ने प्रदर्शन किया.
17 मईः सतनामी समाज की मांग पर पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की. समाज शुरू से इसे सुनियोजित साजिश बता रहा था.
19 मईः 3 दिन तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के बाद समाज ने इलाके की सड़क पर चक्काजाम किया.कड़ी कार्रवाई की मांग की.
19 मईः तीन लोग गिरफ्तार हुए. तीनों बिहार के थे.पुलिस ने बताया कि ठेकेदार ने पैसा नहीं दिया तो जैतखाम तोड़ा. समाज ने इसे झूठी कार्रवाई बताया.
20 मईः झूठी गिरफ्तारी से मामला रफा-दफा करने पर समाज ने बड़ी बैठक बुलाई. असल दोषियों की गिरफ्तारी के लिए आंदोलन की रूपरेखा खींची.
21 मईः दोषियों की गिरफ्तारी पर ज्ञापन सौंपा गया. इसके बाद जांच और कार्रवाई की मांग पर आवेदन और शिकायतों का सिलसिला तेज हुआ.
8 जूनः कलेक्टर ने शांति समिति की बैठक बुलाई. प्रशासन ने जांच की कार्रवाई तेज करने की बात कही.आंदोलन ना करने की अपील भी की.
9 जूनः गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच का ऐलान किया. इसी दिन समाज को 10 जून को कलेक्ट्रेट के पास प्रदर्शन की मंजूरी भी दे दी गई.
10 जून (दोपहर): दशहरा मैदान से कलेक्ट्रेट की ओर निकली रैली उग्र हो गई. कलेक्टर-एसपी दफ्तर को आग में झोंक दिया. कई गाड़ियां भी जला दी.
10 जून (शाम): सीएम विष्णुदेव साय ने बैठक बुलाई. तलाश करने पुलिस की 12 टीमें, जांच के लिए 22 टीम बनाई गई. रात तक 73 गिरफ्तार.
11 जूनः शाम तक 100 से ज्यादा आरोपियों को हिरासत में लिया गया. देर रात कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानंद कुमार को हटा दिया गया.
12 जूनः भाजपा के आरोपों पर पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार गिरफ्तारी देने के लिए थाने पहुंचे. उन्होंने मानहानि का केस करने की चेतावनी दी.
13 जूनः छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी की ओर से बनाई गई सात सदस्यीय टीम जांच के लिए घटना स्थल पर पहुंची.
15 जूनः पुलिस ने अग्निकांड मामले में भीम रेजिमेंट के रायपुर संभागाध्यक्ष जीवराखन बांधे जगदलपुर से गिरफ्तार किया गया.
18 जूनः प्रदेश कांग्रेस ने बलौदाबाजार अग्निकांड में सरकार की खामियां गिनाते हुए प्रदेशस्तरीय धरना-प्रदर्शन किया.
21 जून: 10 जून को कलेक्ट्रेट में तिरंगा फहराने वाले और पोल पर विशेष झंडा लगाने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया.
29 जूनः बलौदाबाजार पुलिस ने भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष और महासचिव के साथ एक अन्य को गिरफ्तार किया.
6 जुलाईः बलौदाबाजार से युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शैलेंद बंजारे को भी अग्निकांड में गिरफ्तार कर लिया गया.
7 जुलाईः जांजगीर-चांपा में भीम आर्मी के पूर्व जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश बंजारे को गिरफ्तार किया गया.
15 जुलाई हिंसा की रणनीति बनाने के आरोप में वाला मोहन बंजारे समेत चार लोग गिरफ्तार किए गए.
17 अगस्तः भिलाई विधायक देवेंद्र यादव को मामले में गिरफ्तार किया गया, जो 7 महीने रायपुर सेंट्रल जेल में रहने के बाद इस साल फरवरी महीने में रिहा हुए हैं.
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