जयपुर: भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य भड़काऊ नारे लगाने के मामले में घिरते नजर आ रहे हैं. आचार्य पर आरोप है कि उन्होंने शुक्रवार रात को जयपुर की चारदिवारी में एक मस्जिद में जाकर भड़काऊ नारे लगाए. उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ. अब पार्टी ने भी इस मामले में सख्ती दिखाई है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने विधायक बालमुकुंद आचार्य को नोटिस देते हुए स्पष्टीकरण मांगा है. उधर, विधायक ने खेद व्यक्त करते हुए कहा है कि किसी भी भावनाएं भड़काना उनका उदृेश्य नहीं था.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि विधायक बालमुकुंद आचार्य से फोन पर बात हुई है. पार्टी ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा है. राठौड़ ने कहा कि किसी जनप्रतिनिधि को ऐसा करना शोभा नहीं देता. यह मामला संवेदनशील है. जनप्रतिनिधियों को ऐसे कृत्यों से बचना चाहिए. जनप्रतिनिधि का दायित्व सबसे सामंजस्य बिठाकर चलना है, यदि कोई जनप्रतिनिधि ऐसा कुछ करे, जिससे कि आपसी सद्भावना बिगड़े, यह उचित नहीं है.
राठौड़ ने कहा कि विधायक बालमुकुंद आचार्य ने भी इस मामले में खेद व्यक्त किया है. आतंकवाद के खिलाफ देश का हर एक नागरिक खड़ा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कायराना हरकत का जवाब देने के लिए कड़े कदम उठाने को तैयार हैं. इस समय पूरे देश के लोगों को एकजुट होने की जरूरत है.
विधायक ने किया खेद व्यक्त: उधर, विधायक बालमुकुंद आचार्य ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था. वे तो आतंकवाद के खिलाफ बात कर रहे थे. वे मस्जिद में नहीं गए, फिर भी पाकिस्तान मुर्दाबाद कहने से किसी की भावनाएं आहत हुई है तो वे खेद व्यक्त करते हैं. बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि उन्होंने किसी भी धर्म विशेष को लेकर कोई भी बयानबाजी या नारेबाजी नहीं की. वे सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लिखे हुए स्टीकर को अलग-अलग जगह पर चिपका रहे थे. गणेश मंदिर, शौचालय, बाजार में लगाते हुए एक मस्जिद के पास पहुंचे, वहां पर उन्होंने यह पोस्टर लगाया.
जांच में सच्चाई सामने आएगी: उन्होंने कहा कि उम्मीद थी कि इस आतंकवाद के खिलाफ सभी समाज के लोग एकजुट होकर खड़े होंगे, लेकिन मेरे खिलाफ गलत एफआईआर दर्ज करा दी गई है. उन्होंने कहा कि एफआईआर की जब जांच होगी तो सच्चाई सामने आ जाएगी, लेकिन यह वक्त सभी समाज को एक साथ खड़े होने का है.