उन्नावः शहर के नार्मल स्कूल मैदान में आयोजित किसान महापंचायत में गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शिरकत की. महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान अपनी मांगों को ले समर्थन और टिकैत को सुनने पहुंचे थे. इस दौरान टिकैत ने किसानों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि यदि मजबूत रहेंगे तो ही सरकार झुकेगी.
महापंचायत के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार कृषि सुधारों के नाम पर किसान हितों की अनदेखी कर रही है. सरकार केवल बड़े उद्योगपतियों के पक्ष में नीतियां बना रही है, जिससे किसान, मजदूर और आम जनता को नुकसान हो रहा है. पूंजीपतियों ने देश पर कब्जा कर लिया है और अब रोटी भी बाजार की वस्तु बनने जा रही है.
इतिहास से जुड़े बयानों पर टिकैत ने औरंगजेब को आक्रांता करार देते हुए सवाल किया कि उसकी कब्र भारत में क्यों है. व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, "अगर उसकी कब्र को इतना दिखाना ही है तो उसे बीजेपी मुख्यालय में ले आए और वहीं से उसे दिखाए. टिकैत ने राणा सांगा को देश के इतिहास का एक महान योद्धा बताया और कहा कि उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने भाजपा सरकार ऐसे मुद्दे उठाकर जनता का ध्यान असल समस्याओं से भटकाने की कोशिश कर रही है.
इस दौरान टिकैत ने स्पष्ट किया कि किसान आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है. जब तक किसानों को उनका हक नहीं मिलेगा, वे सरकार के खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगे. न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और किसानों के अन्य लंबित मुद्दों को हल करने की मांग उठाई. महापंचायत में हजारों किसानों ने भाग लिया. किसान नेताओं ने एक सुर में सरकार की नीतियों का विरोध किया और आने वाले दिनों में आंदोलन तेज करने का संकल्प लिया. महापंचायत में कई स्थानीय किसान नेताओं ने भी अपने विचार रखे और किसानों से संगठित रहने की अपील की.
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