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क्या अयोध्या की किरकिरी वाली हार का बदला ले पाएंगे CM योगी? 10 सीटों पर उपचुनाव के लिए खुद संभाला मोर्चा, सपा से सीधी टक्कर - UP By Election

यूपी की 10 सीटों पर उपचुनाव जल्द होने वाले हैं. अभी तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है लेकिन, भाजपा और सपा ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. भाजपा इस उपचुनाव के जरिए जहां लोकसभा चुनाव में मिली हार का बदला लेकर 2027 के लिए अपना मनोबल बढ़ाने में जुट गई है. वहीं सपा अपनी जीत के उत्साह के साथ आगे बढ़ने का प्रयास करेगी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 9, 2024, 4:00 PM IST

Updated : Aug 9, 2024, 5:15 PM IST

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सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव. (Photo Credit; ETV Bharat)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा ने तगड़ा प्लान तैयार किया है. लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी में सपा के हाथों मिली करारी हार का बदला लेने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ समेत पार्टी के पांच वरिष्ठ और धुरंधर नेताओं को इन 10 सीटों पर जीत की जिम्मेदारी दी गई है. सभी को 2-2 सीट पर मोर्चा संभालना होगा.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले अयोध्या की मिल्कीपुर और अंबेडकर नगर की कटेहरी जैसी टॉप विधानसभा सीटों को खुद के लिए चुना है. दोनों जगह पर जाकर सियासी समीकरण दुरुस्त करने की कवायद को लेकर जनप्रतिनिधियों से बातचीत और तमाम स्तर पर प्रयास भी तेज कर दिए हैं. उपचुनाव मुख्यमंत्री के लिए एक बड़ा टास्क है और इसी को ध्यान में रखते हुए सीएम ने उपचुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है.

यूपी में होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा और सपा की तैयारियों पर संवाददाता की रिपोर्ट. (Video Credit; ETV Bharat)

मुख्यमंत्री ने अयोध्या की मिल्कीपुर और अंबेडकर नगर की कटेहरी विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने के लिए पिछले दिनों दौरे भी किए और पार्टी नेताओं पदाधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा की. सीएम ने सबसे पहले स्थानीय जातिय समीकरण को समझते हुए चुनाव जीतने की बात कही है.

जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को दूर करने को लेकर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं. कहां क्या कमियां लोकसभा चुनाव के दौरान रह गई हैं थीं, उनको लेकर बातचीत करते हुए चुनाव जीतने की कोशिश तेज कर दी गई है.

अयोध्या गैंग रेप घटना बन सकती है संजीवनी: समाजवादी पार्टी इन दोनों प्रमुख सीटों पर पिछले तीन चुनाव में लगातार जीतती रही है. अब भारतीय जनता पार्टी अयोध्या और अंबेडकर नगर की कटेहरी सीट पर जीत दर्ज करने के लिए हर स्तर पर अपनी रणनीति बनाना शुरू कर चुकी है. पिछले दिनों अयोध्या जिले में निषाद समाज की एक बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है जिसमें समाजवादी पार्टी के नेता मोईद खान का हाथ है. मोईद को जेल भेज दिया गया है.

भारतीय जनता पार्टी इस घटना को संजीवनी की तरह मान रही है और जीत के लिए तमाम स्तर पर प्रयास तेज कर रही है. समाजवादी पार्टी के नेताओं पर बीजेपी की तरफ से बड़े आरोप लगाए जा रहे हैं. साथ ही आरोपी सपा नेता के घर पर और उसके व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर बुलडोजर भी चलाया गया है.

टीम 30 की रिपोर्ट में माहौल ठीक होने की बात: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्तर पर पिछले दिनों बनाई गई टीम 30 की रिपोर्ट के आधार पर अभी यह बात सरकार और संगठन के स्तर पर कही जा रही है कि बीजेपी अगर ठीक ढंग से मेहनत करती है तो 10 में से ज्यादातर सीट जीत सकती है. उसके लिए अभी से तैयारी हर स्तर पर करने की जरूरत है.

इसके बाद सरकार और संगठन के बीच महत्वपूर्ण बैठक करते हुए सीट जीतने के लिए रणनीति बनाने का काम तेज कर दिया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद दो जिलों का दौरा करके स्थानीय नेताओं से बातचीत कर चुके हैं. जातीय समीकरण और प्रत्याशी चयन को लेकर प्रयास तेज कर दिए गए हैं.

पीडीए की काट के लिए बनाएंगे जातीय समीकरण: भारतीय जनता पार्टी समाजवादी पार्टी के पिछड़े दलित अल्पसंख्यक फार्मूले की काट के लिए पिछड़े समाज दलित समाज से जुड़े नेताओं को इन जिलों में भेज कर काम करने की बात कर चुकी है. स्थानीय स्तर पर जातीय समीकरण को बेहतर करने और प्रत्याशियों के चयन में भी भारतीय जनता पार्टी अपनी रणनीति व्यापक तरीके से बनाने का काम करने वाली है.

भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा प्रकोष्ठ अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ व अन्य समाज से जुड़े नेताओं को उपचुनाव वाले जिलों में भेज कर विधानसभा सीटों पर जाकर लोगों से मिलने जोड़ने स्थानीय स्तर पर फीडबैक लेने के काम को कहा गया है.

किस नेता को किस सीट की जिम्मेदारी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पास अयोध्या की मिल्कीपुर, अंबेडकर नगर की कटेहरी सीट रखी है. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को प्रयागराज की फूलपुर और मिर्जापुर जिले की मझवा विधानसभा सीट दी गई है. उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को कानपुर की सीसामऊ और मैनपुरी की करहल सीट की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को मुजफ्फरनगर की मीरापुर और मुरादाबाद की कुंदरकी सीट जीतने की जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल को अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट व गाजियाबाद की सदर सीट जीतने की जिम्मेदारी दी गई है.

इसके अलावा पहले से जिलों के जो प्रभारी मंत्री बनाए गए हैं, वह भी अपने स्तर पर संगठन और सरकार के बीच समन्वय और लोगों की समस्याओं को दूर करने का काम करते हुए उपचुनाव की तैयारी को आगे बढ़ाने का काम करेंगे.

किस दल के पास कौन सी सीट

  • मैनपुरी की करहल सीट- सपा
  • अम्बेडकर नगर की कटेहरी- सपा
  • अयोध्या की मिल्कीपुर- सपा
  • मुरादाबाद की कुंदरकी- सपा
  • कानपुर सीसामऊ- सपा
  • गाजियाबाद सदर- भाजपा
  • प्रयागराज की फूलपुर- भाजपा
  • अलीगढ़ की खैर- भाजपा
  • मिर्जापुर जिले की मझवा- निषाद पार्टी
  • मुजफ्फरनगर की मीरापुर- रालोद

सरकार और संगठन साथ-साथ: भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी कहते हैं कि उपचुनाव वाली सभी सीटों पर पार्टी संगठन और सरकार तैयारी कर रहे हैं. हम सभी उपचुनाव वाली विधानसभा सीट जीतने जा रहे हैं. चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री के स्तर पर बैठक शुरू की गई है. चुनाव की रणनीति पर काम शुरू कर दिया गया है. सरकार और संगठन मिलकर उपचुनाव में सभी सीट जीतने का काम करेंगे.

राजनीतिक विश्लेषक मनमोहन कहते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव जीतने के लिए हर स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है. उन्होंने खुद दो सीटों की जिम्मेदारी ली है. इसके अलावा अन्य सीटों की जिम्मेदारी अन्य वरिष्ठ नेताओं को दी गई है. मुख्यमंत्री अयोध्या और अंबेडकर नगर जाकर स्थानीय नेताओं से मिलना और उनकी समस्याओं को सुनना, इसके अलावा चुनाव जीतने की रणनीति बनाने का काम शुरू कर चुके हैं.

अयोध्या व अंबेडकर नगर की जिन सीटों पर उपचुनाव हो रहा है वहां समाजवादी पार्टी का पिछले काफी समय से कब्जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी इस बार इन सीटों पर जीतने की कोशिश कर रही है. समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में पिछले दलित अल्पसंख्यक फार्मूले के आधार पर जीत दर्ज करने का काम किया था. अयोध्या में एक निषाद समाज की बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना हुई है. उसके बाद भारतीय जनता पार्टी को लग रहा है कि उसकी वजह से कुछ संजीवनी मिल सकती है. भारतीय जनता पार्टी अपने स्तर पर काम कर रही है. वहीं समाजवादी पार्टी भी अपनी सीटों पर जीत बरकरार रखने के लिए काम कर रही है.

जनता एक बार फिर देगी जवाब, सबा सभी सीटों पर जीतेगी: समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता रविदास मेहरोत्रा का कहना है कि उपचुनाव में समाजवादी पार्टी सभी सीटों पर जीत दर्ज करेगी. पिछड़े दलित अल्पसंख्यक फार्मूले के आधार पर हमने लोकसभा चुनाव में अच्छी जीत दर्ज की है. भारतीय जनता पार्टी के बारे में जनता जान चुकी है. अब इनको जनता सभी चुनाव में सबक सिखाने का काम करेगी. मुख्यमंत्री या कोई भी किसी भी सीट की जिम्मेदारी ले ले जनता अब इन्हें कोई मौका नहीं देने वाली है.

भाजपा को नहीं मिलेगी संजीवनी: कहीं कोई भाजपा सरकार में सुनवाई नहीं हो रही है. जहां तक अयोध्या गैंगरेप का सवाल है तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डीएनए जांच की मांग की है. जांच रिपोर्ट आने के बाद सारी सच्चाई सामने आ जाएगी. समाजवादी पार्टी के नेताओं को दोषी ठहराकर भारतीय जनता पार्टी चाहे जितनी संजीवनी लेने की कोशिश रही हो लेकिन, जनता इनको सबक सिखाने में पीछे नहीं रहने वाली है.

भाजपा हर घटना में सपा को जोड़ती: हर घटना में समाजवादी पार्टी का नाम लेकर भाजपा अपने पाप नहीं धो सकती है. प्रदेश में आए दिन घटनाएं हो रही हैं. राजधानी लखनऊ मुख्यमंत्री आवास के पास एक महिला न्याय की आस में आत्मदाह करती है. प्रदेश में आए दिन घटनाएं हो रही हैं. जनता उपचुनाव में भी भाजपा को सबक सिखाने का काम करेगी.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा ने तगड़ा प्लान तैयार किया है. लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी में सपा के हाथों मिली करारी हार का बदला लेने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ समेत पार्टी के पांच वरिष्ठ और धुरंधर नेताओं को इन 10 सीटों पर जीत की जिम्मेदारी दी गई है. सभी को 2-2 सीट पर मोर्चा संभालना होगा.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले अयोध्या की मिल्कीपुर और अंबेडकर नगर की कटेहरी जैसी टॉप विधानसभा सीटों को खुद के लिए चुना है. दोनों जगह पर जाकर सियासी समीकरण दुरुस्त करने की कवायद को लेकर जनप्रतिनिधियों से बातचीत और तमाम स्तर पर प्रयास भी तेज कर दिए हैं. उपचुनाव मुख्यमंत्री के लिए एक बड़ा टास्क है और इसी को ध्यान में रखते हुए सीएम ने उपचुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है.

यूपी में होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा और सपा की तैयारियों पर संवाददाता की रिपोर्ट. (Video Credit; ETV Bharat)

मुख्यमंत्री ने अयोध्या की मिल्कीपुर और अंबेडकर नगर की कटेहरी विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने के लिए पिछले दिनों दौरे भी किए और पार्टी नेताओं पदाधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा की. सीएम ने सबसे पहले स्थानीय जातिय समीकरण को समझते हुए चुनाव जीतने की बात कही है.

जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को दूर करने को लेकर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं. कहां क्या कमियां लोकसभा चुनाव के दौरान रह गई हैं थीं, उनको लेकर बातचीत करते हुए चुनाव जीतने की कोशिश तेज कर दी गई है.

अयोध्या गैंग रेप घटना बन सकती है संजीवनी: समाजवादी पार्टी इन दोनों प्रमुख सीटों पर पिछले तीन चुनाव में लगातार जीतती रही है. अब भारतीय जनता पार्टी अयोध्या और अंबेडकर नगर की कटेहरी सीट पर जीत दर्ज करने के लिए हर स्तर पर अपनी रणनीति बनाना शुरू कर चुकी है. पिछले दिनों अयोध्या जिले में निषाद समाज की एक बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है जिसमें समाजवादी पार्टी के नेता मोईद खान का हाथ है. मोईद को जेल भेज दिया गया है.

भारतीय जनता पार्टी इस घटना को संजीवनी की तरह मान रही है और जीत के लिए तमाम स्तर पर प्रयास तेज कर रही है. समाजवादी पार्टी के नेताओं पर बीजेपी की तरफ से बड़े आरोप लगाए जा रहे हैं. साथ ही आरोपी सपा नेता के घर पर और उसके व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर बुलडोजर भी चलाया गया है.

टीम 30 की रिपोर्ट में माहौल ठीक होने की बात: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्तर पर पिछले दिनों बनाई गई टीम 30 की रिपोर्ट के आधार पर अभी यह बात सरकार और संगठन के स्तर पर कही जा रही है कि बीजेपी अगर ठीक ढंग से मेहनत करती है तो 10 में से ज्यादातर सीट जीत सकती है. उसके लिए अभी से तैयारी हर स्तर पर करने की जरूरत है.

इसके बाद सरकार और संगठन के बीच महत्वपूर्ण बैठक करते हुए सीट जीतने के लिए रणनीति बनाने का काम तेज कर दिया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद दो जिलों का दौरा करके स्थानीय नेताओं से बातचीत कर चुके हैं. जातीय समीकरण और प्रत्याशी चयन को लेकर प्रयास तेज कर दिए गए हैं.

पीडीए की काट के लिए बनाएंगे जातीय समीकरण: भारतीय जनता पार्टी समाजवादी पार्टी के पिछड़े दलित अल्पसंख्यक फार्मूले की काट के लिए पिछड़े समाज दलित समाज से जुड़े नेताओं को इन जिलों में भेज कर काम करने की बात कर चुकी है. स्थानीय स्तर पर जातीय समीकरण को बेहतर करने और प्रत्याशियों के चयन में भी भारतीय जनता पार्टी अपनी रणनीति व्यापक तरीके से बनाने का काम करने वाली है.

भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा प्रकोष्ठ अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ व अन्य समाज से जुड़े नेताओं को उपचुनाव वाले जिलों में भेज कर विधानसभा सीटों पर जाकर लोगों से मिलने जोड़ने स्थानीय स्तर पर फीडबैक लेने के काम को कहा गया है.

किस नेता को किस सीट की जिम्मेदारी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पास अयोध्या की मिल्कीपुर, अंबेडकर नगर की कटेहरी सीट रखी है. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को प्रयागराज की फूलपुर और मिर्जापुर जिले की मझवा विधानसभा सीट दी गई है. उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को कानपुर की सीसामऊ और मैनपुरी की करहल सीट की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को मुजफ्फरनगर की मीरापुर और मुरादाबाद की कुंदरकी सीट जीतने की जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल को अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट व गाजियाबाद की सदर सीट जीतने की जिम्मेदारी दी गई है.

इसके अलावा पहले से जिलों के जो प्रभारी मंत्री बनाए गए हैं, वह भी अपने स्तर पर संगठन और सरकार के बीच समन्वय और लोगों की समस्याओं को दूर करने का काम करते हुए उपचुनाव की तैयारी को आगे बढ़ाने का काम करेंगे.

किस दल के पास कौन सी सीट

  • मैनपुरी की करहल सीट- सपा
  • अम्बेडकर नगर की कटेहरी- सपा
  • अयोध्या की मिल्कीपुर- सपा
  • मुरादाबाद की कुंदरकी- सपा
  • कानपुर सीसामऊ- सपा
  • गाजियाबाद सदर- भाजपा
  • प्रयागराज की फूलपुर- भाजपा
  • अलीगढ़ की खैर- भाजपा
  • मिर्जापुर जिले की मझवा- निषाद पार्टी
  • मुजफ्फरनगर की मीरापुर- रालोद

सरकार और संगठन साथ-साथ: भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी कहते हैं कि उपचुनाव वाली सभी सीटों पर पार्टी संगठन और सरकार तैयारी कर रहे हैं. हम सभी उपचुनाव वाली विधानसभा सीट जीतने जा रहे हैं. चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री के स्तर पर बैठक शुरू की गई है. चुनाव की रणनीति पर काम शुरू कर दिया गया है. सरकार और संगठन मिलकर उपचुनाव में सभी सीट जीतने का काम करेंगे.

राजनीतिक विश्लेषक मनमोहन कहते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव जीतने के लिए हर स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है. उन्होंने खुद दो सीटों की जिम्मेदारी ली है. इसके अलावा अन्य सीटों की जिम्मेदारी अन्य वरिष्ठ नेताओं को दी गई है. मुख्यमंत्री अयोध्या और अंबेडकर नगर जाकर स्थानीय नेताओं से मिलना और उनकी समस्याओं को सुनना, इसके अलावा चुनाव जीतने की रणनीति बनाने का काम शुरू कर चुके हैं.

अयोध्या व अंबेडकर नगर की जिन सीटों पर उपचुनाव हो रहा है वहां समाजवादी पार्टी का पिछले काफी समय से कब्जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी इस बार इन सीटों पर जीतने की कोशिश कर रही है. समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में पिछले दलित अल्पसंख्यक फार्मूले के आधार पर जीत दर्ज करने का काम किया था. अयोध्या में एक निषाद समाज की बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना हुई है. उसके बाद भारतीय जनता पार्टी को लग रहा है कि उसकी वजह से कुछ संजीवनी मिल सकती है. भारतीय जनता पार्टी अपने स्तर पर काम कर रही है. वहीं समाजवादी पार्टी भी अपनी सीटों पर जीत बरकरार रखने के लिए काम कर रही है.

जनता एक बार फिर देगी जवाब, सबा सभी सीटों पर जीतेगी: समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता रविदास मेहरोत्रा का कहना है कि उपचुनाव में समाजवादी पार्टी सभी सीटों पर जीत दर्ज करेगी. पिछड़े दलित अल्पसंख्यक फार्मूले के आधार पर हमने लोकसभा चुनाव में अच्छी जीत दर्ज की है. भारतीय जनता पार्टी के बारे में जनता जान चुकी है. अब इनको जनता सभी चुनाव में सबक सिखाने का काम करेगी. मुख्यमंत्री या कोई भी किसी भी सीट की जिम्मेदारी ले ले जनता अब इन्हें कोई मौका नहीं देने वाली है.

भाजपा को नहीं मिलेगी संजीवनी: कहीं कोई भाजपा सरकार में सुनवाई नहीं हो रही है. जहां तक अयोध्या गैंगरेप का सवाल है तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डीएनए जांच की मांग की है. जांच रिपोर्ट आने के बाद सारी सच्चाई सामने आ जाएगी. समाजवादी पार्टी के नेताओं को दोषी ठहराकर भारतीय जनता पार्टी चाहे जितनी संजीवनी लेने की कोशिश रही हो लेकिन, जनता इनको सबक सिखाने में पीछे नहीं रहने वाली है.

भाजपा हर घटना में सपा को जोड़ती: हर घटना में समाजवादी पार्टी का नाम लेकर भाजपा अपने पाप नहीं धो सकती है. प्रदेश में आए दिन घटनाएं हो रही हैं. राजधानी लखनऊ मुख्यमंत्री आवास के पास एक महिला न्याय की आस में आत्मदाह करती है. प्रदेश में आए दिन घटनाएं हो रही हैं. जनता उपचुनाव में भी भाजपा को सबक सिखाने का काम करेगी.

Last Updated : Aug 9, 2024, 5:15 PM IST
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