हिसारः हरियाणा के हिसार में 31 मार्च को अग्रोहा मेडिकल कालेज में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे थे. कार्यक्रम के दौरान वीआईपी अतिथियों के लिए मंच पर कुर्सियां लगाई गई थी. इसी दौरान नलवा से भाजपा विधायक रणधीर पनिहार स्टेज पर लगी एक कुर्सी पर जाकर बैठ गए. उनकी कुर्सी नीचे होने का हवाला देते हुए उन्हें मंच से नीचे उतरने को कहा गया. इसके बाद वे मंच से नीचे उतर कर वहां लगी कुर्सी पर बैठ गए. इसका वीडियो काफी वायरल हुआ था. इस मामले में विधायक रणधीर पनिहार ने बुधवार को कहा कि "मेरी किसी से कोई नाराजगी नहीं है. लोकल स्तर की राजनीति हो सकती है. हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी भले आदमी हैं. वह अपने साथ मुझे हेलीकाप्टर में बैठा कर चंडीगड़ ले गए."

सीएम भाप गए थे विधायक की नाराजगीः इसको लेकर रणधीर पनिहार के समर्थको ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर की है. इस मामले को लेकर सीएम नायब सिंह सैनी रणधीर पनिहार की नाराजगी भाप गए थे. सीएम ने रणधीर परिहार को अपने साथ रखा और हेलीकॉप्टर में अपने साथ चंडीगढ़ लेकर गए थे. बता दें कि विधायक रणधीर परिहार कुलदीप बिश्नोई के काफी नजदीकी हैं.

मामले को बेवजह दिया जा रहा है तूल: विधायक ने कहा कि "आयोजक से किसी प्रकार से गलती हुई है. प्रोटोकॉल के अनुसार हमें मंच पर ले जाया गया. हमारे दो सीनियर नेता आ गए थे. मैं सबसे छोटा नेता था. मैं नीचे आ गया. विधायक ने कहा कि कार्यक्रम के लिए गाड़ी भी अलाट की हुई थी. जिस गेट से गृहमंत्री अमित शाह गए थे. उसी गेट से हमारी एंट्री हुई. मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है."
सीनियर खड़े रहें और मैं बैठू मेरे ऐसे संस्कार नहींः रणधीर पनिहार ने कहा कि मैंने अपना कर्तव्य निभाया है. मैंने अपना दायित्व निभाते हुए मंच से नीचे अपना स्थान ले लिया. मुझे लगा की मैनेजमेंट की कुछ कमी हुई है. मेरा किसी से कोई गिला शिकवा नहीं है. कार्यक्रम के बाद सीएम साहब मुझे चंडीगढ़ ले गए. मैंने अपने क्षेत्र के लिए उनसे कुछ विचार विमर्श भी किया. मेरा किसी से गिला शिकवा नहीं है. मुझे प्रोटोकॉल के अनुसार बुलाया गया था मेरी पार्टी के सीनियर लीडर खड़े रहें और मैं बैठू मेरे ऐसे संस्कार नहीं हैं. मैंने तुरंत अपनी कुर्सी खाली करके अपने पार्टी के सीनियर नेताओं को सम्मान दिया. मैंने पूरा कार्यक्रम अटेंड किया है. बाद में सीएम के साथ चंडीगढ़ चला गया था.
क्या है पूरा मामलाः स्टेज पर कार्यक्रम के लिए सात कुर्सियां लगाई गई थी. गृह मंत्री अमित शाह, विधायक सावित्री जिंदल, राज्य सभा सांसद डीपी वत्स, कैबिनेट मंत्री आरती राव, कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा स्टेज पर जाकर चेयर पर बैठ गए थे. विधायक विनोद भयाना की चेयर अलग लगाई गई और विधायक रणधीर परिहार भी स्टेज पर जाकर बैठ गए थे. ऐसे में सांसद नवीन जिंदल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन बडौली स्टेड पर कुर्सीयों के पीछे खड़े हो गए. तभी स्टेज पर मौजूद एक अधिकारी की ओर से विधायक रणधीर पनिहार से रिक्वेस्ट की गई थी कि विधायक रणधीर पनिहार की जगह यहां नहीं है. इसके बाद विधायक रणधीर पनिहार उठकर नीचे की कतार में जाकर बैठ गए थे.