रांची: बोकारो विधायक श्वेता सिंह की सदस्यता रद्द करने की मांग तेज हो गई है. एक तरफ चुनाव आयोग पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान हलफनामे में गलत जानकारी देने के आरोपों की जांच कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने इस मामले में आरोपी विधायक श्वेता सिंह के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से किया है.
आज 09 जून को पूर्व विधायक बिरंची नारायण के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से मिला और आरोपी विधायक श्वेता सिंह की सदस्यता रद्द करने का अनुरोध किया. बिरंची नारायण ने विधायक श्वेता सिंह पर अनुच्छेद 191, 191(1) एवं 192 का उल्लंघन करने के आरोप में उनकी सदस्यता रद्द करने का अनुरोध करते हुए कहा है कि उनके नाम पर 02 सरकारी क्वार्टर का आवंटन और नामांकन पत्र में बकाया राशि का उल्लेख नहीं करना लाभ के पद के दायरे में आता है. उन्होंने कहा कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने इस मामले में दो सप्ताह के अंदर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
राज्यपाल से भी मिलेगा भाजपा प्रतिनिधिमंडल
विधायक श्वेता सिंह पर लगे आरोपों के मामले में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार सुबह नौ बजे राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मिलेगा. राज्यसभा सांसद आदित्य साहू के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल आरोपों का सामना कर रही विधायक श्वेता सिंह पर तत्काल कार्रवाई का अनुरोध करेगा.
गौरतलब है कि इससे पहले भी भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मिलकर शिकायत की थी. दरअसल, विधायक श्वेता सिंह पर पिछले विधानसभा चुनाव में नामांकन पत्र में गलत जानकारी देने और जानकारी छिपाने का आरोप था. इसके अलावा भाजपा ने श्वेता सिंह पर अपने नाम से दो पैन कार्ड और चार मतदाता पहचान पत्र होने का आरोप लगाया है. भाजपा की शिकायत पर चुनाव आयोग इस मामले की जांच कर रहा है.
विधायक श्वेता सिंह को जिला स्तर पर तीन नोटिस जारी किए गए हैं, जबकि पैन कार्ड की जांच के लिए आयकर विभाग को पत्र लिखा गया है. श्वेता सिंह के नाम से जमुई का मतदाता पहचान पत्र होने की जांच के लिए बिहार के सीईओ को पत्र लिखा गया है.
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