पटना: बिहार में आंधी बारिश के कारण सैंकड़ो एकड़ में फसल बर्बाद हो गया है. बीते एक सप्ताह से मौसम बिगड़ा हुआ है. एक बार फिर मौसम विभाग ने 20 अप्रैल तक चेतावनी जारी की है. 15 से 20 अप्रैल के बीच आंधी-तूफान और वज्रपात के साथ भारी बारिश की संभावना है. 17 अप्रैल को राज्य के अधिकतर जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
इन जिलों में बारिश: 15 से 16 अप्रैल तक खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर, जमुई और बांका में ऑरेंज अलर्ट है. 17 अप्रैल को बक्सर, भोजपुर, पटना, बेगूसराय, अरवल, नालंदा, शेखपुरा, जहानाबाद, नवादा, गया, औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर जिले को छोड़कर पूरे राज्य में ऑरेंज अलर्ट है.
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— मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (@imd_patna) April 15, 2025
कैसा रहेगा मौसम?: 17 अप्रैल को राज्य में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी. वज्रपात के साथ भारी बारिश होने की संभावना है. अन्य जिलों में वज्रपात और बारिश की संभावना है. इन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. 19 अप्रैल को भी कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
200 किसानों का फसल बर्बाद: बीते एक सप्ताह से आंधी बारिश ने फसल को काफि क्षति पहुंचायी है. पटना के ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर मकई की फसल को नुकसान पहुंचा है. मसौढ़ी प्रखंड की भैंसवां पंचायत में 70 एकड़ में लगे हुए 200 किसानों का फसल बर्बाद हो गया. हर एक किसान को तकरीबन डेढ लाख का नुकसान हुआ है.
मकई, गेहूं का नुकसान: मसौढ़ी के भैंसवां पंचायत के पंकज कुमार के 6 बीघे की फसल, सीताराम शर्मा के 5 बीघे, नारायण प्रसाद का तीन बीघा, श्याम जी महतो, रणविजय महतो, बिनु महतो, शत्रुजन मिस्त्री, राजू महतो, विजय कुमार यादव, समेत कई किसानों का फसल बर्बाद हो गया.
"पूरे मसौढ़ी में भैंसवां में सबसे ज्यादा मकई की खेती होती है. 70 एकड़ में मकई की खेती होती है. इस बार अच्छी खेती होती तो किसानों को अच्छा मुनाफा होता लेकिन बेमौसम बारिश और आफत की आंधी पानी में भारी नुकसान हुआ है." -सीताराम शर्मा, किसान
क्या कहते हैं पदाधिकारी?: किसान विजय कुमार ने बताया किसानों को रबी फसल का भारी नुकसान हुआ है. गेहूं, मसूर, खेसारी और सबसे ज्यादा मकई की खेती को नुकसान पहुंचा है. जिस मामले में प्रखंड कृषि पदाधिकारी अखिलेश्वर प्रसाद सिन्हा ने कहा है कि सभी किसान सलाहकारों को फसल क्षति का आकलन करने के लिए कहा गया है.
"किसान सलाहकारों को सूची निकालने के लिए निर्देशित किया गया है. गांव-गांव में घूमकर फसल क्षति का आकलन किया जा रहा है. किसानों को सरकारी सहायता दी जाएगी." -अखिलेश्वर प्रसाद सिन्हा, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, मसौढी
वज्रपात से अब तक मौत: बिहार में वज्रपात से कुल 71 मौत हुई है. नालंदा 27, दरभंगा में 6, बेगूसराय 5, भोजपुर 5, मधुबनी 4, सहरसा 4, जमुई 3, पटना 3, गया 3, समस्तीपुर 2, औरंगाबाद 2, अररिया में 1, जहानाबाद 4, अरवल 1, मुजफ्फरपुर में एक की मौत हुई.
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