पटना: आईपीएल के इतिहास में महज 14 वर्ष की उम्र में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी छा गए हैं. हर तरफ उनकी ही चर्चा हो रही है लेकिन क्या आपको पता है कि इस कामयाबी के पीछे उनके परिवार ने कितना संघर्ष किया है? वैभव ने खुद बताया कि उनके सपने को पूरे करने के लिए जहां मां सिर्फ तीन घंटे सोती थीं, वहीं पिता को नौकरी तक छोड़ना पड़ा था. समस्तीपुर के छोटे से गांव से आईपीएल का चमकता सितारा बनने की कहानी जितनी संघर्ष भरी है, उससे कहीं अधिक प्रेरणादायी है.
छक्का से आईपीएल की शुरुआत: आईपीएल शुरू होने से पहले वैभव सूर्यवंशी का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें पूछते हैं, 'क्या कभी ऐसा हुआ कि आपने पहली ही गेंद पर छक्का मारा हो?' जब लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ उनको डेब्यू करने का मौका मिला तो उन्होंने स्ट्राइक मिलते ही पहली गेंद पर जोरदार छक्का जड़ दिया. दूसरे मैच में तो वह बहुत ज्यादा कमाल नहीं कर पाए लेकिन गुजरात टाइटंस के खिलाफ अपने तीसरे मैच में वैभव ने दिया दिया कि वह 'भारतीय क्रिकेट का भविष्य' बनने का दमखम रखते हैं. महज 35 गेंद पर उन्होंने अपनी पहली आईपीएल सेंचुरी बनाई, इसमें 7 चौके और 11 छक्के शामिल हैं.
Youngest to score a T20 1⃣0⃣0⃣ ✅
— IndianPremierLeague (@IPL) April 28, 2025
Fastest TATA IPL hundred by an Indian ✅
Second-fastest hundred in TATA IPL ✅
Vaibhav Suryavanshi, TAKE. A. BOW 🙇 ✨
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'मारना लेकिन विकेट मत देना': मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 28 अप्रैल यानी सोमवार की सुबह वैभव ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच से पहले अपने बचपन के कोच मनीष ओझा से फोन पर बात करते हुए कहा था, 'सर आज मैं मारूंगा.' इस पर उनके कोच ने समझाते हुए कहा, 'मारना लेकिन जल्दी विकेट मत देना. आराम से खेलना और यशस्वी जायसवाल से लगातार बात करते रहना'. शतकवीर वैभव ने मैच के बाद कहा, 'यशस्वी भैया के साथ बैटिंग करना अच्छा लगता है, वो मुझे समझाते हैं कि क्या करना है. वो हमेशा पॉजिटिव बातें करते हैं.'

मैं ज्यादा नहीं सोचता- वैभव: पहली आईपीएल सेंचुरी लगाने वाले वैभव सूर्यवंशी को 'प्लेयर ऑप द मैच' भी चुना गया. मैच के बाद उन्होंने कहा कि अच्छा लग रहा है. यह मेरा आईपीएल में पहला शतक है और मेरी तीसरी पारी थी. टूर्नामेंट से पहले जो प्रैक्टिस की थी, उसका अब अच्छा नतीजा मिल रहा है. वैभव ने कहा कि बस गेंद को देखता हूं और खेलता हूं. मुझे कोई डर नहीं लगता. मैं अधिक सोचता नहीं हूं और सिर्फ खेल पर अपना ध्यान देता हूं.

'3 घंटे सोती थी मां': आज भले ही हर तरफ वैभव की चर्चा हो रही हो लेकिन ये सफर इतना आसान नहीं रहा है. उन्होंने खुद अपने संघर्षों की कहानी साझा करते हुए बताया कि उनकी मां ने बहुत त्याग किया है. मेरी सफलता के लिए मेरी मां सिर्फ 3 घंटे सोती थीं. मेरी प्रैक्टिस के कारण मां 2 बजे रात में उठ जाती थीं, जबकि वह 11 बजे रात को सोती थीं.

'पापा ने काम छोड़ा, मुश्किल से चला घर': वैभव सूर्यवंशी ने बताया कि पिता ने उनके क्रिकेट के सपने को पूरा करने के लिए अपना काम छोड़ दिया था. काफी कठिन परिस्थियों में हमारा घर चलता था. उन्होंने बताया कि घर-परिवार के लिए मेरा बड़ा भाई पापा का काम संभाल रहा है. इतना कुछ होने के बावजूद पिता ने कभी हिम्मत नहीं हारी और मुझे क्रिकेट में कामयाब बनाने के लिए हर मुश्किल से लड़ते रहे.

वैभव की कामयाबी से परिवार खुश: वैभव की उपलब्धि से माता-पिता और कोच के साथ-साथ पूरा परिवार खुश है. चाचा राजीव सूर्यवंशी ने कहा कि छोटी सी उम्र में जो उसने किया वो परिवार के लिए सौभाग्य की बात है. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में वैभव कई अन्य रिकॉर्ड भी अपने नाम करेंगे.
"सोमवार के मैच में उसने जो किया, वाकई क्रिकेट जगत में महान उपलब्धि है. छोटी सी उम्र में जो उसने किया वो परिवार के लिए सौभाग्य की बात है. कल कई रिकॉर्ड टूटे. जो हम लोग सोच भी नहीं सकते थे. उम्मीद है कि आने वाले समय में और रिकॉर्ड टूटेंगे."- राजीव सूर्यवंशी, वैभव सूर्यवंशी के चाचा

'घर का बच्चा बहुत अच्छा खेला': वैभव सूर्यवंशी के चचेरे भाई विशाल कुमार ने कहा, 'कल का मैच देखकर दिल को सुकून मिला. दिल गदगद हो गया कि ताजपुर का लाल, घर का बच्चा बहुत अच्छा खेला. सबसे तेज शतक उसने लगाया. पूरा भरोसा है कि आगे वो टीम इंडिया में शामिल होगा.'

बीसीए अध्यक्ष ने की जमकर तारीफ: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी वैभव सूर्यवंशी की कामयाबी से बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा कि वैभव ने अपने खेल से पूरी दुनिया में बिहार का नाम रोशन किया. इसके लिए वह राजस्थान रॉयल्स के चेयरमैन को बधाई देना चाहते हैं, क्योंकि उन्होंने वैभव को आईपीएल में खेलने का मौका दिया.

"बिहार के बच्चे ने पूरी दुनिया में बिहार का नाम रोशन किया. इसके लिए राजस्थान रॉयल्स के चेयरमैन रंजीत बरठाकुर बधाई के हकदार है, जिन्होंने वैभव को खेलने का मौका दिया. बिहारवासियों की तरफ से उनको शुक्रिया."- राकेश कुमार तिवारी, अध्यक्ष, बिहार क्रिकेट एसोसिएशन
क्या बोले आरआर के चेयरमैन?: राजस्थान रॉयल्स के चेयरमैन रंजीत बरठाकुर ने वैभव सर्यवंशी की जमकर तारीफ की है. उन्होंने उनके चयन के लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की भी सराहना की है. बरठाकुर ने कहा कि12 साल के बच्चे की पहचान करना और आईपीएल में कई रिकॉर्ड तोड़ना, इसके लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को बहुत धन्यवाद, हम लोग बिहार आएंगे और सपोर्ट करेंगे.
𝙏𝙖𝙡𝙚𝙣𝙩 𝙢𝙚𝙚𝙩𝙨 𝙊𝙥𝙥𝙤𝙧𝙩𝙪𝙣𝙞𝙩𝙮 🤗
— IndianPremierLeague (@IPL) April 29, 2025
He announced his arrival to the big stage in grand fashion 💯
It’s time to hear from the 14-year old 𝗩𝗮𝗶𝗯𝗵𝗮𝘃 𝗦𝘂𝗿𝘆𝗮𝘃𝗮𝗻𝘀𝗵𝗶 ✨
Full Interview 🎥🔽 -By @mihirlee_58 | #TATAIPL | #RRvGT https://t.co/x6WWoPu3u5 pic.twitter.com/8lFXBm70U2
"देखिए ये बच्चा क्या कर रहा है. इसके लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को पुरस्कार देना चाहिए. 12 साल के बच्चे की पहचान करना और आईपीएल में कई रिकॉर्ड तोड़ना, इसके लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को बहुत धन्यवाद"- रंजीत बरठाकुर, चेयरमैन, राजस्थान रॉयल्स
'एक बिहारी सौ पर भारी': वहीं, आईपीएल अधिकारी राजीव खन्ना ने तारीफ करते हुए कहा, 'एक कहावत है, एक बिहारी सौ पर भारी. आज यह साबित हो गया है. वैभव ने पूरे बिहार का नाम रोशन किया है. मैं पूरे बिहारवासियों को बधाई. वैभव आगे भी ऐसा ही खेलता रहे, ऐसी कामना करता हूं.'
Youngest IPL Centurion
— All Cricket Records (@Cric_records45) April 28, 2025
14y 032d - Vaibhav Suryavanshi v GT*
19y 253d - Manish Pandey v DEC
20y 218d - Rishabh Pant v SRH
20y 289d - Devdutt Padikkal v RR pic.twitter.com/Tjdl3cDQEu
कौन हैं वैभव सूर्यवंशी?: आईपीएल में बतौर भारतीय सबसे तेज शतक लगाने वाले वैभव सूर्यवंशी बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले हैं. उनका जन्म ताजपुर गांव में 27 मार्च 2011 को हुआ था. उनके पिता का नाम संजीव सूर्यवंशी और मां का नाम सोनिया सूर्यवंशी है. वैभ ताजपुर स्थित डॉ. मुक्तेश्वर सिन्हा मॉडेस्टी स्कूल में 9वीं के छात्र हैं. उनके पिता बचपन से ही वैभव को क्रिकेटर बनाना चाहते थे, इसलिए पहले समस्तीपुर और फिर पटना ले जाकर क्रिकेट की कोचिंग दिलवाई.
35 गेंद में तूफानी शतक: राजस्थान रॉयल्स के 14 वर्षीय बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने सोमवार को गुजरात टाइटंस के खिलाफ खेलते हुए महज 35 गेंदों में शतक जड़ा है. 7 चौके और 11 तूफानी छक्के की मदद से सेंचुरी लगाकर वैभव ने न केवल सबसे कम उम्र में ये उपलब्धि हासिल की, बल्कि सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय भी बन गए हैं. उनसे आगे सिर्फ वेस्टइंडीज के क्रिस गेल ही हैं, जिन्होंने महज 30 गेंद में शतक बनाए थे.
Who said records are only for the big names? 😉
— IndianPremierLeague (@IPL) April 28, 2025
Vaibhav Suryavanshi, at 1⃣4⃣, is now among the elites of #TATAIPL 🫡#RRvGT pic.twitter.com/IY86O9g4pX
सरकार ने की 10 लाख के इनाम की घोषणा: सबसे कम उम्र में महज 35 बॉल में शतक लगाने वाले वैभव सूर्यवंशी को बिहार की नीतीश सरकार 10 लाख रुपये देने का एलान किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैभव को फोन कर बधाई और शुभकामनाएं दीं. सीएम ने कहा, 'वैभव सूर्यवंशी अपनी मेहनत और प्रतिभा के बलबूते भारतीय क्रिकेट की एक नई उम्मीद बन गए हैं.'
आई॰पी॰एल॰ के इतिहास में सबसे कम उम्र (14 साल) में शतक लगाने वाले खिलाड़ी बने बिहार के श्री वैभव सूर्यवंशी को बधाई एवं शुभकामनाएं। वे अपनी मेहनत और प्रतिभा के बलबूते भारतीय क्रिकेट की एक नई उम्मीद बन गए हैं। सभी को उन पर गर्व है। श्री वैभव सूर्यवंशी एवं उनके पिता जी से वर्ष 2024… pic.twitter.com/n3UmiqwTBX
— Nitish Kumar (@NitishKumar) April 29, 2025
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