पटना : पटना के दानापुर स्थित बिहार रेजीमेंट सेंटर में पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया. जिसमें 547 अग्निवीरों ने ट्रेनिंग पूरी की और सेना में शामिल होने की शपथ ली. बिहार रेजीमेंट के अग्निवीरों ने अपने अंतिम पग भरने के साथ ही सेना की प्रतिष्ठित पैदल सेना रेजिमेंटल सेंटर का अभिन्न अंग बन गए.
बिहार रेजिमेंट के 547 अग्निवीरों ने ली शपथ : गुरूवार को बिहार रेजीमेंटल सेंटर के हर्ष उदय सिंह गौड ग्राउंड में पासिंग आउट परेड के दौरान समारोह में शौर्य, अनुशासन और देश प्रेम की झलक दिखाई दी. जवानों ने कंधे से कंधा मिलाते हुए अपने पैर के जूते से जमीन को खोदा और शपथ ली. इस मौके पर अग्निवीरों ने देश पर बुरी निगाह डालने वाले दुश्मनों की सफाई करने की बात कही.

देश की सेवा के लिए तैयार अग्निवीर : दरअसल, जवानों ने कंधे से कंधा मिलाते हुए अपने पैरों के जूतों से जमीन को खोदते हुए गर्व से दिखाया कि आखिर कैसे बिहार रेजीमेंट के यह बहादुर अग्निवीर हर मुश्किल घड़ी (परिस्थिती) में राष्ट्र की सुरक्षा के लिए तैयार हैं. अग्निवीरों ने अपने गौरवान्वित परिवार के सदस्य, गुरू, मित्र के सामने पासिंग आउट परेड को यादगार बनाने की कोशिश की. परेड के बाद अग्निवीर अपने परिवारों के साथ तस्वीर खिंचवाते नजर आए.
कमांडेंट ब्रिगेडियर ने दी बधाई : बिहार रेजिमेंटल केंद्र के कमांडेंट ब्रिगेडियर कमलदीप जसपाल ने अग्निवीर रिक्रूटों की परेड का निरीक्षण कर सलामी ली और उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई. साथ ही उन्होंने अग्निवीरों को सेना में शामिल होने पर बधाई दी.
ब्रिगेडियर जसपाल ने दी प्रेरणादायक सीख : शपथ ग्रहण समारोह में ब्रिगेडियर जसपाल ने कहा कि ''अग्निवीरों व उनके परिजनों के लिए यह गर्व का क्षण है. वे सेना का अभिन्न अंग बन रहे हैं. उन्होंने कहा कि सेना व रेजिमेंट की परंपरा उच्च कोटि की रही है.'' उन्होंने नवनियुक्त सैनिकों से अपेक्षा है कि ''वे ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा से रेजिमेंट की इस परंपरा को आगे बढ़ाएंगे. ''
विभिन्न पुरस्कारों से नवाजे गए अग्निवीर : वही इस मौके पर अग्निवीरों ने राष्ट्रीय ध्वज टोली के समक्ष देश की रक्षा व तिरंगे के सम्मान के लिए जान की बाजी लगाने व धार्मिक गुरु के समक्ष धर्म ग्रंथ पर अपना हाथ रखकर हर कीमत पर देश की रक्षा करने की शपथ ली. 31 सप्ताह के कठिन परिश्रम उपरांत सेना में शामिल होने वाले अग्निवीर रिक्रूटों को सैनिक का दर्जा हासिल हुआ. इस दौरान अग्निवीरों को पुरस्कारों से भी नवाजा गया.
परेड में दिखा देशभक्ति का जोश : राइफलमैन का दर्जा मिलने पर उन्होंने सैन्य तौर तरीकों से अपने दाहिने कंधे पर शौर्य व साहस का प्रतीक लाल रंग की डोरी धारण की. परेड का नेतृत्व सचिन व उनकी दो टुकड़ियों का नेतृत्व प्रियांशु व आशीष कर रहे थे.
'अब दुश्मनों का होगा सफाया' : दानापुर बिहार रेजीमेंट सेंटर के उदय सिंह गौड अग्निवीर के 547 रंगरूट जवानों का पासिंग ऑउट परेड का आयोजन किया गया. जहां जवानों ने ग्राउंड में कंधे से कंधा मिलाते हुए अपने पैर के जूते से जमीन को खोदते हुए शपथ ली और देश पर बुरी निगाह डालने वाले दुश्मनों की सफाई करने की बात कही.

'हमें गर्व है..' : वही इस खास मौके पर जवान की पत्नी ने कहा कि ''वे अपने आप को गर्व महसूस करती हैं.'' वही सेना के जवान पंकज कुमार राणा ने कहा कि ''हमलोग देश सेवा के लिये तैयार हैं. आज बहुत ही गर्व महसूस कर रहे हैं.''
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