बीजापुर: बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के उसूर थाना क्षेत्र में कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर पिछले सात दिनों से सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन चल रहा है. मंगलवार से शुरू हुए इस ऑपरेशन में हजारों जवान शामिल है. लगभग 42 से 45 डिग्री तापमान के बीच जवान इस ऑपरेशन को सफल बनाने में लगे हुए हैं.
बीजापुर में मुठभेड़ जारी: बस्तर आईजी सुंदरराज पी, डीआईजी कमलोचन कश्यप पूरे नक्सल ऑपरेशन पर निगरानी रखे हुए हैं. पुजारी कांकेर, नम्बी, गलगल के जंगलों में रुक रुककर मुठभेड़ हो रही है. कर्रेगुट्टा और दुर्गम राज गुट्टा की पहाड़ी पर जवान लगातार नक्सलियों को निशाना बना रहे हैं. सुरक्षाबल पुसगुप्पा और भीमारम के जंगलों में भी तैनात है. इस बीच माओवादी शांतिवार्ता के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.
कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर बड़ा नक्सल ऑपरेशन: बीजापुर जिले से लगे कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर नक्सल ऑपरेशन चल रहा है. बताया जा रहा है कि कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर कई नक्सली लीडर और नक्सली सदस्य मौजूद है. इसकी सूचना मिलने के बाद छत्तीसगढ़ से सीआरपीएफ, डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा और तेलंगाना से ग्रे हाउंड, महाराष्ट्र से C 60 के जवान इस बड़े नक्सल ऑपरेशन पर निकले.
बीजापुर तेलंगाना के बॉर्डर के पहाड़ी पर ब्लास्ट: छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के सरहद पर स्थित पहाड़ी पर मुठभेड़ चल रही है. यहां सुबह से फायरिंग चल रही है. कर्रेगुट्टा और दुर्गम राज गुट्टा की पहाड़ी पर यह मुठभेड़ हो रही है. जवान लगातार नक्सलियों को निशाना बनाकर रखे हैं. नक्सली कमांडर हिड़मा, देवा और दामोदर जैसे टॉप नक्सलियों के छिपे होने की आशंका जताई जा रही है. इस ऑपरेशन में करीब 10 हजार जवान शामिल हैं.
कर्रेगुट्टा की पहाड़ी को जानिए: कर्रेगुट्टा की पहाड़ी 290 किलोमीटर लंबी है. जो कई छोटी पहाड़ियों की रेंज है. कर्रेगुट्टा की पहाड़ी छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना में फैली हुई है. छत्तीसगढ़ में ही यह कांकेर से बीजापुर तक फैली हुई है. जानकारी मिली है कि नक्सलियों के टॉप कमांडर हिडमा और देवा भी इसी पहाड़ी पर मौजूद है. ये पूरा इलाका पीएलजीए के बटालियन नंबर 1 का बेस इलाका माना जाता है और नक्सलियों का सबसे मजबूत गढ़ है.
कर्रेगुट्टा में 100 से ज्यादा IED प्लांट की सूचना: इस नक्सल ऑपरेशन में एक तरफ जवान नक्सलियों से मोर्चा संभाल रहे हैं तो दूसरी तरफ जवानों की कई टुकड़ी डीमाइनिंग में लगी है. जवानों को निशाना बनाने नक्सलियों ने 100 से ज्यादा आईईडी प्लांट किए हैं, जिसकी खोज की जा रही है. सुरक्षाबल के जवान कर्रेगुट्टा पहाड़ के ऊपर ड्रोन से नजर रख रहे हैं.
28 अप्रैल को जवानों को मिला नक्सलियों का प्लांट किया बम: आज नक्सल ऑपरेशन का सातवां दिन है. इस दौरान नक्सल ऑपरेशन में शामिल जवानों का एक वीडियो सामने आया है. जवानों ने जंगल के कच्चे रास्ते में एक बीयर बम बरामद किया है. इसका वीडियो सामने आया है, जिसमें बस्तर फाइटर्स और डीआरजी जवान जमीन के अंदर दबाकर रखे बीयर बम को निकाल रहे हैं. जवानों ने बम के लिए बिछाई सप्लाई वायर भी बरामद की है.
27 अप्रैल को दुर्गमराज गुट्टा में मिली नक्सलियों की गुफा: सर्च ऑपरेशन के दौरान जवानों को दुर्गमराज गुट्टा और कर्रेगुट्टा के बीच एक गुफा का पता चला. जवान जब गुफा में पहुंचे तो माओवादी वहां से भाग चुके थे. गुफा इतनी बड़ी है कि उसमें एक बार में 1 हजार से ज्यादा लोग छिपकर रह सकते हैं. माओवादियों के लिए ये सुरक्षित ठिकाना था इसलिए कर्रेगुट्टा को नक्सलियों के लिए सुरक्षित ठिकाना माना जा रहा था लेकिन जवान अब नक्सलियों के उसी सुरक्षित ठिकाने में पहुंचकर ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं.
IED ब्लास्ट से जवान घायल: 27 अप्रैल रविवार को कर्रेगुट्टा के जोला ग्राम में सर्च ऑपरेशन के दौरान जवान मुंसिफ खान का पैर आईईडी में पड़ गया. जिससे जवान घायल हो गया. जख्मी जवान को चॉपर के जरिए कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों से रेस्क्यू कर कैंप लाया गया. जहां उसका इलाज चल रहा है.
26 अप्रैल को जवानों के कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर चढ़ने का एक्सक्लूसिव वीडियो: मुठभेड़ में शामिल जवानों का एक एक्सक्लूसिव वीडियो सामने आया. इस वीडियो में भीषण गर्मी में जवान रायफल और अपने रोजाना सामान के साथ कठिन पहाड़ी पर चढ़ते नजर आ रहे हैं. लंबे ऑपरेशन के कारण कई जवान चॉपर से वापस बीजापुर लौट रहे हैं तो उनके बदले बैकअप पार्टी को कर्रेगुट्टा पहाड़ी के लिए रवाना किया जा रहा है.
IED ब्लास्ट में डीआरजी जवान घायल: 26 अप्रैल को गलगम से कर्रेगुट्टा पहाड़ी की तरफ जा रहा डीआरजी का जवान IED ब्लास्ट की चपेट में आने से घायल हो गया. दरअसल कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों पर चप्पे चप्पे पर नक्सलियों ने IED लगा रखा है. सर्च ऑपरेशन के दौरान डीआरजी जवान का पैर आईईडी पर पड़ गया. जिसके बाद ब्लास्ट होने से जवान घायल हो गया. जवान के दोनों पैरों में चोट आई. तुरंत जवान को गलगम सीआरपीएफ कैंप लाया गया. जहां जवान का इलाज किया गया.
25 अप्रैल को जवानों की तबीयत हुई खराब: भीषण गर्मी में बीजापुर में बड़े नक्सल ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है. लगभग 45 डिग्री तापमान के बीच जवान खड़ी पहाड़ी चढ़ रहे हैं. इस दौरान 15 जवानों की तबीयत खराब हो गई. जिन्हें हेलीकॉप्टर से तेलंगाना के वेंकटापुरम लाया गया. जहां उनका इलाज किया गया.