फतेहपुर : जिले के हथगांव थाना क्षेत्र के अखरी गांव में तिहरे हत्याकांड में पुलिस-प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है. हत्याकांड के मुख्य आरोपी के अवैध निर्माण पर बुलडोजर कार्रवाई की गई है. जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई में अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया है. कार्रवाई के दौरान जिलाधिकारी रविंद्र सिंह व एसपी धवल जायसवाल भी मौजूद रहे.
जिलाधिकारी रविंद्र सिंह ने बताया कि इस प्रकरण में मृतक के परिजनों की मुख्य मांगें थी कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो. कठोरतम से कठोरतम कार्रवाई हो. परिजनों की मांग थी कि उनको सुरक्षा प्रदान की जाए और सरकार की ओर से उनका आर्थिक सहायता दी जाए. रोजगार के अवसर प्रदान किया जाएं, उनकी सभी मांगों के क्रम में आवश्यकतानुसार कार्रवाई की जा रही है. जल्द ही प्रशासन की तरफ से पूरा सपोर्ट देते हुए हम कार्रवाई करेंगे.
उन्होंने कहा कि इसमें कुछ लोग थे, जिनके खिलाफ कोर्ट से आदेश हुआ था कि जो उन्होंने पार्टिकुलर जमीन (सरकारी जमीन) पर कब्जा कर रखा था, उसकी बेदखली का आदेश हुआ था. उस आदेश का आज अनुपालन हुआ है. बताया जा रहा है कि पूर्व प्रधान की ओर से अवैध तरीके से अर्जित की गई संपत्ति का पता लगाया जा रहा है. जांच-पड़ताल के बाद आगे की विधिक कार्यवाही की जाएगी. कार्रवाई के दौरान मौके पर कई थानों की फोर्स मौजूद रही.
वहीं थाना प्रभारी निकेत भारद्वाज ने बताया कि कानून व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है किसी को बख्शा नहीं जाएगा. परिजनों को शव का दाह संस्कार कराने के लिए मनाया जा रहा है.
यह था मामला : हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव निवासी किसान नेता पप्पू सिंह (50), उनके बेटे अभय सिंह (22) और छोटे भाई रिंकू सिंह (40) बीते मंगलवार की सुबह बाइक से कहीं जा रहे थे. तभी तहिरापुर चौराहे के पास ट्रैक्टर सवार लोगों ने उन्हें घेर लिया था और गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. बताया जा रहा था कि पुरानी रंजिश और रास्ते को लेकर हुए विवाद के बाद हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. घटना के बाद ग्रामीणों का गुस्सा देखते हुए मौके पर कई थानों की पुलिस फोर्स तैनात की गई थी. हत्या का आरोप गांव के ही कुछ लोगों पर लगा था.
मामले में मृतक के परिजनों की तहरीर पर गांव के ही पूर्व प्रधान सुरेश उर्फ मुन्नू सिंह समेत 6 आरोपियों पीयूष सिंह, सज्जन सिंह, भूपेंद्र सिंह, विवेक पासी, विपुल उर्फ जान के ऊपर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था. इनकी गिरफ्तारी के लिए एडीजी प्रयागराज भानु भास्कर के आदेश पर 10 टीमें बनाई गई थीं. अब तक चार आरोपी पकड़े जा चुके हैं. दो का एनकाउंटर हुआ है. ट्रिपल मर्डर का आरोप पूर्व प्रधान और उसके साथियों पर लगा था. बताया जा रहा है कि रास्ते में ट्रैक्टर निकालने को लेकर कहासुनी हुई थी.