ETV Bharat / state

भूपेश बघेल ने अमित शाह को बताया मोगैंबो, कहा-"बीजेपी करना चाहती है मेरी राजनीतिक हत्या" - BHUPESH BAGHEL PC

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि उन्हें गिरफ्तारी से डर नहीं लगता.

BHUPESH BAGHEL PC
सीबीआई की एफआईआर पर भूपेश बघेल (ETV Bharat Chhattisgarh)
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : April 2, 2025 at 4:45 PM IST

Updated : April 2, 2025 at 4:51 PM IST

5 Min Read

रायपुर: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अमित शाह को मोगैंबो बताया है. उन्होंने कहा कि उनका छत्तीसगढ़ दौरा होने को है और शाह को खुश करने के लिए महादेव मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. यह बयान भूपेश बघेल ने रायपुर के शासकीय निवास पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान दिया. उन्होंने कहा कि शुभम सोनी के आरोप पर मेरे ऊपर कार्रवाई की गई है तो मेरा भी आरोप है कि महादेव एप सट्टा प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के संरक्षण में संचालित हो रहा है तो क्या उस पर सीबीआई जांच करेगी. बघेल ने कहा कि वे इस मामले को लेकर दिल्ली में अपने नेताओं से मिलेंगे साथ ही वकील से भी चर्चा करेंगे.

सीबीआई की एफआईआर पर भूपेश बघेल: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "जब जब मोदी और शाह का छत्तीसगढ़ दौरा हुआ, उसके पहले सीबीआई और ईडी का दौरा हो जाता है. अभी प्रधानमंत्री आए, उसके पहले सीबीआई की रेड पड़ी. 40-50 जगह पर सीबीआई की रेड पड़ी. अब अमित शाह आ रहे हैं. 18 दिसंबर साल 2024 की एफआईआर को पब्लिक डोमेन में कल भेजा गया. यह मोगैंबो को खुश हुआ, उसी तर्ज पर यह काम किया जा रहा है. मोगैंबो को खुश करना है. इस बात की जानकारी दिल्ली जाकर अपने नेताओं को देंगे और वकीलों से भी चर्चा करेंगे."

भूपेश बघेल की प्रेस कॉन्फ्रेंस (ETV Bharat Chhattisgarh)

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ऑनलाइन सट्टा के खिलाफ लगातार उनकी सरकार ने कार्रवाई की. महादेव सट्टा के मामले में लगभग 74 से अधिक एफआईआर, 200 से अधिक गिरफ्तारी और 60 से अधिक गेजेट्स मोबाइल लैपटॉप और 2000 से अधिक बैंक खाता सीज किए गए. इस मामले में ईडी ने अपना काम किया. उसके बाद सरकार बदली तो मामले को एसीबी को सौंप दिया गया. इसके बाद एसीबी ने सीबीआई को यह मामला सौंप दिया. लेकिन इस मामले में जांच किसी ने नहीं की.

पिछले साल की एफआईआर पर इस साल कार्रवाई का आरोप: बघेल ने कहा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है, इसमें छठवें नंबर पर मुझे भी आरोपी बनाया गया है, यह एफआईआर 18 12.2024 पिछले साल का है, जो पब्लिक डोमेन में कल दिया गया है.

गेमिंग के लिए कोई कानून नहीं: बघेल में कहा कि भारत सरकार के पास कोई कानून नहीं है. यह कानून 1867 गेमिंग एक्ट अंग्रेजों के समय का है. भारत सरकार के पास गेमिंग के लिए कोई कानून नहीं है और आज ऑनलाइन बेटिंग हो रही है. सरकार से हमारा सवाल है कि ऑनलाइन गैंबलिंग को लीगल मानते हैं या गैरकानूनी मानते है. यदि लीगल मानती है तो प्रोटेक्शन मनी का सवाल नहीं उठाता और इल्लीगल है तो यह महादेव सट्टा कैसे चल रहा है. उसे बंद क्यों नहीं किया गया. कुछ दिन पहले ही समाचार पत्र में पढ़ा था की 40000 करोड़ की बेटिंग लगी है.

एफआईआर में मेरा नाम छठवें नंबर पर नाम है. सौरभ चंद्रा का का भी नाम है, लेकिन शुभम सोनी का नाम कहीं नहीं है, जो अपने आप को उसका मालिक बताता है. सौरभ चंद्राकर को अपना नौकर बताता है. यदि वह मालिक है तो उसका नाम इसमें आना था जो नहीं है.- भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़

बघेल के सवाल: बघेल ने कहा "शुभम सोनी के आरोप पर मेरे खिलाफ कार्रवाई हो रही है तो मैंने भी आरोप लगाया है कि महादेव सट्टा प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और यहां के मुख्यमंत्री के संरक्षण में चल रहा है. यदि नहीं चल रहा है तो उसे बंद किया जाए और यदि बंद नहीं कर रहे, तो इसका मतलब कि उसे संरक्षण प्राप्त है. क्या इसकी जांच सीबीआई करेगी. शुभम सोनी का ऑडियो वीडियो उनके पास कैसे आया. उसकी जांच क्यों नहीं की जा रही है, उसे लीक किसने किया. तीसरा शुभम सोनी के आरोप पर यह सारी जांच हो रही है, तो हमने जो आरोप लगाया उस पर जांच कब होगी."

बघेल ने कहा कि जितनी भी केंद्रीय एजेंसी है, उसका काम ही यही है कि मुझे रोकना है बदनाम करना है राजनीतिक हत्या करनी है. शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना देना है. यह उनका उद्देश्य है और इसलिए यह सब किया गया है. भूपेश ने कहा कि यदि मुझे गिरफ्तारी करना चाहते हैं, तो इसका कोई डर नहीं है. पहले भी यह कर चुके हैं. इनकी मंशा यही है कि भूपेश बघेल को गिरफ्तार किया जाए.

'आप 25 साल तक अध्यक्ष रहोगे', अखिलेश यादव के तंज पर ऐसा क्यों बोले गृह मंत्री
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए बड़ा फैसला, निर्माण समिति गठित
ऑनलाइन बेटिंग ऐप घोटाला केस:पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर सीबीआई ने दर्ज की FIR

रायपुर: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अमित शाह को मोगैंबो बताया है. उन्होंने कहा कि उनका छत्तीसगढ़ दौरा होने को है और शाह को खुश करने के लिए महादेव मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. यह बयान भूपेश बघेल ने रायपुर के शासकीय निवास पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान दिया. उन्होंने कहा कि शुभम सोनी के आरोप पर मेरे ऊपर कार्रवाई की गई है तो मेरा भी आरोप है कि महादेव एप सट्टा प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के संरक्षण में संचालित हो रहा है तो क्या उस पर सीबीआई जांच करेगी. बघेल ने कहा कि वे इस मामले को लेकर दिल्ली में अपने नेताओं से मिलेंगे साथ ही वकील से भी चर्चा करेंगे.

सीबीआई की एफआईआर पर भूपेश बघेल: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "जब जब मोदी और शाह का छत्तीसगढ़ दौरा हुआ, उसके पहले सीबीआई और ईडी का दौरा हो जाता है. अभी प्रधानमंत्री आए, उसके पहले सीबीआई की रेड पड़ी. 40-50 जगह पर सीबीआई की रेड पड़ी. अब अमित शाह आ रहे हैं. 18 दिसंबर साल 2024 की एफआईआर को पब्लिक डोमेन में कल भेजा गया. यह मोगैंबो को खुश हुआ, उसी तर्ज पर यह काम किया जा रहा है. मोगैंबो को खुश करना है. इस बात की जानकारी दिल्ली जाकर अपने नेताओं को देंगे और वकीलों से भी चर्चा करेंगे."

भूपेश बघेल की प्रेस कॉन्फ्रेंस (ETV Bharat Chhattisgarh)

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ऑनलाइन सट्टा के खिलाफ लगातार उनकी सरकार ने कार्रवाई की. महादेव सट्टा के मामले में लगभग 74 से अधिक एफआईआर, 200 से अधिक गिरफ्तारी और 60 से अधिक गेजेट्स मोबाइल लैपटॉप और 2000 से अधिक बैंक खाता सीज किए गए. इस मामले में ईडी ने अपना काम किया. उसके बाद सरकार बदली तो मामले को एसीबी को सौंप दिया गया. इसके बाद एसीबी ने सीबीआई को यह मामला सौंप दिया. लेकिन इस मामले में जांच किसी ने नहीं की.

पिछले साल की एफआईआर पर इस साल कार्रवाई का आरोप: बघेल ने कहा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है, इसमें छठवें नंबर पर मुझे भी आरोपी बनाया गया है, यह एफआईआर 18 12.2024 पिछले साल का है, जो पब्लिक डोमेन में कल दिया गया है.

गेमिंग के लिए कोई कानून नहीं: बघेल में कहा कि भारत सरकार के पास कोई कानून नहीं है. यह कानून 1867 गेमिंग एक्ट अंग्रेजों के समय का है. भारत सरकार के पास गेमिंग के लिए कोई कानून नहीं है और आज ऑनलाइन बेटिंग हो रही है. सरकार से हमारा सवाल है कि ऑनलाइन गैंबलिंग को लीगल मानते हैं या गैरकानूनी मानते है. यदि लीगल मानती है तो प्रोटेक्शन मनी का सवाल नहीं उठाता और इल्लीगल है तो यह महादेव सट्टा कैसे चल रहा है. उसे बंद क्यों नहीं किया गया. कुछ दिन पहले ही समाचार पत्र में पढ़ा था की 40000 करोड़ की बेटिंग लगी है.

एफआईआर में मेरा नाम छठवें नंबर पर नाम है. सौरभ चंद्रा का का भी नाम है, लेकिन शुभम सोनी का नाम कहीं नहीं है, जो अपने आप को उसका मालिक बताता है. सौरभ चंद्राकर को अपना नौकर बताता है. यदि वह मालिक है तो उसका नाम इसमें आना था जो नहीं है.- भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़

बघेल के सवाल: बघेल ने कहा "शुभम सोनी के आरोप पर मेरे खिलाफ कार्रवाई हो रही है तो मैंने भी आरोप लगाया है कि महादेव सट्टा प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और यहां के मुख्यमंत्री के संरक्षण में चल रहा है. यदि नहीं चल रहा है तो उसे बंद किया जाए और यदि बंद नहीं कर रहे, तो इसका मतलब कि उसे संरक्षण प्राप्त है. क्या इसकी जांच सीबीआई करेगी. शुभम सोनी का ऑडियो वीडियो उनके पास कैसे आया. उसकी जांच क्यों नहीं की जा रही है, उसे लीक किसने किया. तीसरा शुभम सोनी के आरोप पर यह सारी जांच हो रही है, तो हमने जो आरोप लगाया उस पर जांच कब होगी."

बघेल ने कहा कि जितनी भी केंद्रीय एजेंसी है, उसका काम ही यही है कि मुझे रोकना है बदनाम करना है राजनीतिक हत्या करनी है. शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना देना है. यह उनका उद्देश्य है और इसलिए यह सब किया गया है. भूपेश ने कहा कि यदि मुझे गिरफ्तारी करना चाहते हैं, तो इसका कोई डर नहीं है. पहले भी यह कर चुके हैं. इनकी मंशा यही है कि भूपेश बघेल को गिरफ्तार किया जाए.

'आप 25 साल तक अध्यक्ष रहोगे', अखिलेश यादव के तंज पर ऐसा क्यों बोले गृह मंत्री
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए बड़ा फैसला, निर्माण समिति गठित
ऑनलाइन बेटिंग ऐप घोटाला केस:पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर सीबीआई ने दर्ज की FIR
Last Updated : April 2, 2025 at 4:51 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.