भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 31 मई को होने जा रही मध्य प्रदेश की यात्रा से पहले कांग्रेस ने सवाल पूछे हैं. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने महिला सशक्तिकरण महा सम्मेलन, इंदौर में मेट्रो के उद्घाटन और दतिया के साथ सतना के हवाई अड्डे के वर्चुअल लोकार्पण को लेकर सवाल उठाए हैं. उमंग सिंघार ने कहा है कि इस आयोजन में महिला सशक्तिकरण के नाम पर केवल मंच की सजावट हो रही है. हकीकत ये है भाषणों में नारी सम्मान देने वाली बीजेपी में सेना की अधिकारी को आतंकी की बहन कह देने वाले नेता पर एफआईआर होने के बाद भी उनका मंत्री पद बरकरार है.
जिस मेट्रो का उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे, वो अपने निर्धारित समय से चार साल की देरी से जनता के बीच पहुंच रही है. सिंघार ने आरोप लगाया है कि एक तरफ सरकार अहिल्या देवी के आदर्शों पर चलने का दम भर रही है और हकीकत ये है कि सरकार के इस वर्ष के बजट में आदिवासी कल्याण पिछड़ा और अल्पसंख्यक हर उस वर्ग के बजट में कटौती की गई है. जिन्हें अहिल्या माता ने प्राथमिकता दी थी.
'केवल भाषणों में बीजेपी का महिला सम्मान'
मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पीएम मोदी की मौजूदगी में होने जा रहे महिला सशक्तिकरण सम्मेलन को लेकर सवाल जो सवाल उठाएं हैं. उसमें कहा है कि "आखिर क्या वजह है कि अब तक पार्टी महिला सैन्य अधिकारी का अपमान कर चुके अपनी ही सरकार के मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकी. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या वजह है कि एनसीआरबी की 2023 की रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं हुई है? इसके अलावा लाड़ली बहनों का भी मुद्दा उठाते हुए सिंघार ने कहा कि लाड़ली बहनों को तीन हजार प्रतिमाह दिए जाने का वादा करके उन्हें 1250 दिए जा रहे हैं, ये वादाखिलाफी नहीं तो और क्या है."
- मध्य प्रदेश का वो महिला सम्मेलन, अटलजी के साथ केवल 4 नेता मंच पर, पुरुषों की थी नो एंट्री
- पीएम मोदी के दौरे को लेकर सुरक्षा की सबसे अलग तैयारी, पूरे रूट का सिक्योरिटी प्लान तैयार
मेट्रो चार साल की देरी से पहुंच पाई इंदौर
भोपाल के दौरे पर आ रहे पीएम मोदी इंदौर की मेट्रो ट्रेन का वर्चुअली उद्घाटन भी करेंगे. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि भोपाल इंदौर मेट्रो ट्रेन के ट्रैक पर आने में पहले ही चार साल की देरी हो चुकी है. 2022 की जगह भोपाल में अनुमानित 2026 तक मेट्रो ट्रैक पर दौड़ेगी. इस देरी की वजह से हर दिन करोड़ों का घाटा हो रहा है. इसी तरह हवाई अड्डों को लेकर उन्होने कहा कि ग्वालियर जबलपुर खजुराहो रीवा जैसे हवाई अड्डों की औसत दैनिक उड़ानें केवल दो से नौ के बीच हैं. सिंघार ने सवाल किया कि भोपाल मे राजधानी होने के बावजूद अब तक कोई अंतर्राष्ट्रीय उड़ान शुरु नहीं हो पाई.