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भोपाल नगर निगम में हंगामे के बीच ये महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास, कहां बनेंगे ऐतिहासिक द्वार - BMC MEETING HUNGAMA

भोपाल नगर निगम की बैठक में भ्रष्टाचार और अफसरों की मनमानी को लेकर विपक्षी पार्षदों ने हंगामा किया.

BMC meeting hungama
भ्रष्टाचार और अफसरों की मनमानी को लेकर विपक्षी पार्षदों का हंगामा (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 13, 2024, 8:08 PM IST

भोपाल : नगर निगम भोपाल में करीब 3 महीने बाद शुक्रवार को परिषद बैठक का आयोजन किया गया. इसमें नगर निगम में चल रहे भ्रष्टाचार और अधिकारियों की मनमानी का मुद्दा जमकर उछला. विपक्ष के पार्षदों ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए. इस दौरान आईएएस निधि सिंह द्वारा जनप्रतिनिधियों का फोन नहीं उठाने का मुद्दा भी गरमा गया. विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों के पार्षद बैठक में निधि सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने के लिए हंगामा करने लगे. जिसके बाद अध्यक्ष ने निधि सिंह को नगर निगम भोपाल से हटाने के लिए प्रस्ताव रखा. जिसका सभी 85 पार्षदों ने समर्थन किया. इसके साथ ही इस निंदा प्रस्ताव का नोट उनकी सर्विस बुक में रिकार्ड करने के निर्देश भी दिए गए.

अवैध पार्किंग संचालकों पर होगी एफआईआर

परिषद बैठक में अवैध पार्किंग स्थलों का भी मुद्दा उठा. निर्दलीय पार्षद पप्पू विलास ने न्यू मार्केट में चल रही प्रीमियम पार्किंग का ठेका निरस्त करने की मांग की. उन्होंने बताया "टीटी नगर और न्यू मार्केट में अवैध पार्किंग स्थलों का संचालन हो रहा है. लोग वसूली करते हैं और इसका राजस्व भी नगर निगम के पास नहीं पहुंचता." पप्पू विलास के बाद कांग्रेस पार्षद योगेंद्र सिंह गुड्डू ने भी एमपी नगर समेत अन्य स्थानों पर चल रही अवैध पार्किंग स्थलों पर कार्रवाई करने की मांग. इसमें अन्य पार्षदों ने भी समर्थन किया और अवैध पार्किंग चलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की.

भोपाल नगर निगम में हंगामे के बीच महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास (ETV BHARAT)

आरोप-नगर निगम के एई नहीं उठाते फोन

कांग्रेस पार्षद सरवर ने कहा "आज के समय शहर के विभिन्न इलाकों में स्ट्रीट लाइटें खराब हैं. पिछली बैठक में कहा गया था कि दीपावली तक शहर की सभी स्ट्रीट लाइट का मेंटनेंस कर दिया जाएगा. लेकिन अब तक इन लाइट को दुरुस्त नहीं कराया गया. नए शहर के एई आशीष श्रीवास्तव को यदि फोन लगाओ तो उठाते नहीं. पूराने शहर के प्रभारी पवन वर्मा को लगाने पर वह भी जबाव नहीं देते." सरवर ने कहा कि जनता हमारे पास आती है. हमारे पास पानी, बिजली और सड़क की जिम्मेदारी है. लेकिन हम ये सुविधाएं भी जनता को नहीं दे पा रहे.

नगर निगम आयुक्त नहीं देते मिलने का समय

पार्षद पप्पू विलास ने बताया "नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण से किसी जनहित के मामले में मिलने जाएं तो वो लंबा इंतजार कराते हैं. यदि बाहर गार्ड को पर्ची देते हैं, तो जबाव आता है कि अभी जरूरी बात चल रही है. हम पार्षद हैं, नगर निगम के अंग है. यदि कोई जरूरी बात है तो हमारे सामने भी हो सकती है." इस दौरान अन्य पार्षदों ने भी निगम आयुक्त के रवैये पर एतराज जताया.

बैठक छोड़कर निकले आयुक्त व अन्य अधिकारी

बता दें कि शहर में एक सीएम का कार्यक्रम भी था. जिसमें शामिल होने के लिए नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण व अन्य अधिकारी बैठक छोड़कर चले गए. इस पर पार्षदों ने एतराज जताया. किशन सूर्यवंशी ने कहा "सीएम के कार्यक्रम में महापौर और मुझे भी जाना था. लेकिन परिषद बैठक की वजह से हम नहीं गए. अब ये प्रोटोकॉल है, इसलिए अधिकारियों को जाना पड़ा."

भोपाल में बनेंगे 9 ऐतिहासिक द्वार

महापौर ने बताया कि हमने पिछले बजट में भोपाल के मुख्य द्वार पर एतिहासिक गेट बनाने की घोषणा की थी. इसके लिए 5 करोड़ रुपये का बजट रखा था. लेकिन इस मामले में मुख्यमंत्री से बात हुई है. उनसे हमने कहा है कि भोपाल में मुख्य 9 मार्गों पर द्वार बनाए जाना है. एक गेट बनाने में ही करीब 6 से 7 करोड़ रुपये खर्च होंगे. ऐसे में सीएम ने कहा था कि आप डीपीआर बनाकर लाइए. बजट राज्य सरकार देगी. इसके साथ ही बैठक में अमृत 2 के 20 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है. इसमें शाहपुरा तालाब की सफाई, सौंदर्यीकरण, फुटपाथ निर्माण और तालाब में मिलने वाले सीवेज को रोकने का प्रबंध किया जाएगा. इसमें करीब 9 करोड़ रुपये खर्च होंगे. वहीं स्मार्ट नेविगेशन डिवाइस लगाने वाली कंपनी यूनीकार्न को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा.

इन प्रस्तावों को मिली हरी झंडी

शहर में हाउसिंग फॉर आल के तहत चल रहे सभी प्रोजेक्टों की समय-सीमा बढ़ाकर 2025-26 तक की गई है. नगर निगम के खाली सामुदायिक भवनों को 3 साल के लिए किराए पर देने की सहमति मिली है. इसके साथ ही करीब 4.5 करोड़ रुपये की लागत से आरएएफ कैंप हिनेातिया में पानी की पाइप लाइन बिछाई जाएगी. वहीं शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम आने वाली है, ऐसे में स्वच्छता के प्रभारी देवेंद्र सिंह चौहान को नहीं हटाए जाने पर भी सहमति बनी है.

राजाधानी में गुमठियों में बिक रहा ड्रग्स

पार्षद अरविंद वर्मा ने कहा 'कैंपियन स्कूल के पास जो हाकर्स कार्नर है. वहां अवैध लोग व्यापार कर रहे हैं. ये आपराधिक किस्म के हैं. अतिक्रमण हटाने को लेकर उनका विवाद भी हो चुका है. अतिक्रमणकारियों ने पार्षद के साथ मारपीट भी की थी." इस मामले में अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने कहा कि मेरे संज्ञान में है. यहां कुछ लोग गमठियों में रखकर ड्रग्स का व्यापार भी कर रहे हैं. इसकी जांच कराई जाएगी.

भोपाल : नगर निगम भोपाल में करीब 3 महीने बाद शुक्रवार को परिषद बैठक का आयोजन किया गया. इसमें नगर निगम में चल रहे भ्रष्टाचार और अधिकारियों की मनमानी का मुद्दा जमकर उछला. विपक्ष के पार्षदों ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए. इस दौरान आईएएस निधि सिंह द्वारा जनप्रतिनिधियों का फोन नहीं उठाने का मुद्दा भी गरमा गया. विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों के पार्षद बैठक में निधि सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने के लिए हंगामा करने लगे. जिसके बाद अध्यक्ष ने निधि सिंह को नगर निगम भोपाल से हटाने के लिए प्रस्ताव रखा. जिसका सभी 85 पार्षदों ने समर्थन किया. इसके साथ ही इस निंदा प्रस्ताव का नोट उनकी सर्विस बुक में रिकार्ड करने के निर्देश भी दिए गए.

अवैध पार्किंग संचालकों पर होगी एफआईआर

परिषद बैठक में अवैध पार्किंग स्थलों का भी मुद्दा उठा. निर्दलीय पार्षद पप्पू विलास ने न्यू मार्केट में चल रही प्रीमियम पार्किंग का ठेका निरस्त करने की मांग की. उन्होंने बताया "टीटी नगर और न्यू मार्केट में अवैध पार्किंग स्थलों का संचालन हो रहा है. लोग वसूली करते हैं और इसका राजस्व भी नगर निगम के पास नहीं पहुंचता." पप्पू विलास के बाद कांग्रेस पार्षद योगेंद्र सिंह गुड्डू ने भी एमपी नगर समेत अन्य स्थानों पर चल रही अवैध पार्किंग स्थलों पर कार्रवाई करने की मांग. इसमें अन्य पार्षदों ने भी समर्थन किया और अवैध पार्किंग चलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की.

भोपाल नगर निगम में हंगामे के बीच महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास (ETV BHARAT)

आरोप-नगर निगम के एई नहीं उठाते फोन

कांग्रेस पार्षद सरवर ने कहा "आज के समय शहर के विभिन्न इलाकों में स्ट्रीट लाइटें खराब हैं. पिछली बैठक में कहा गया था कि दीपावली तक शहर की सभी स्ट्रीट लाइट का मेंटनेंस कर दिया जाएगा. लेकिन अब तक इन लाइट को दुरुस्त नहीं कराया गया. नए शहर के एई आशीष श्रीवास्तव को यदि फोन लगाओ तो उठाते नहीं. पूराने शहर के प्रभारी पवन वर्मा को लगाने पर वह भी जबाव नहीं देते." सरवर ने कहा कि जनता हमारे पास आती है. हमारे पास पानी, बिजली और सड़क की जिम्मेदारी है. लेकिन हम ये सुविधाएं भी जनता को नहीं दे पा रहे.

नगर निगम आयुक्त नहीं देते मिलने का समय

पार्षद पप्पू विलास ने बताया "नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण से किसी जनहित के मामले में मिलने जाएं तो वो लंबा इंतजार कराते हैं. यदि बाहर गार्ड को पर्ची देते हैं, तो जबाव आता है कि अभी जरूरी बात चल रही है. हम पार्षद हैं, नगर निगम के अंग है. यदि कोई जरूरी बात है तो हमारे सामने भी हो सकती है." इस दौरान अन्य पार्षदों ने भी निगम आयुक्त के रवैये पर एतराज जताया.

बैठक छोड़कर निकले आयुक्त व अन्य अधिकारी

बता दें कि शहर में एक सीएम का कार्यक्रम भी था. जिसमें शामिल होने के लिए नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण व अन्य अधिकारी बैठक छोड़कर चले गए. इस पर पार्षदों ने एतराज जताया. किशन सूर्यवंशी ने कहा "सीएम के कार्यक्रम में महापौर और मुझे भी जाना था. लेकिन परिषद बैठक की वजह से हम नहीं गए. अब ये प्रोटोकॉल है, इसलिए अधिकारियों को जाना पड़ा."

भोपाल में बनेंगे 9 ऐतिहासिक द्वार

महापौर ने बताया कि हमने पिछले बजट में भोपाल के मुख्य द्वार पर एतिहासिक गेट बनाने की घोषणा की थी. इसके लिए 5 करोड़ रुपये का बजट रखा था. लेकिन इस मामले में मुख्यमंत्री से बात हुई है. उनसे हमने कहा है कि भोपाल में मुख्य 9 मार्गों पर द्वार बनाए जाना है. एक गेट बनाने में ही करीब 6 से 7 करोड़ रुपये खर्च होंगे. ऐसे में सीएम ने कहा था कि आप डीपीआर बनाकर लाइए. बजट राज्य सरकार देगी. इसके साथ ही बैठक में अमृत 2 के 20 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है. इसमें शाहपुरा तालाब की सफाई, सौंदर्यीकरण, फुटपाथ निर्माण और तालाब में मिलने वाले सीवेज को रोकने का प्रबंध किया जाएगा. इसमें करीब 9 करोड़ रुपये खर्च होंगे. वहीं स्मार्ट नेविगेशन डिवाइस लगाने वाली कंपनी यूनीकार्न को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा.

इन प्रस्तावों को मिली हरी झंडी

शहर में हाउसिंग फॉर आल के तहत चल रहे सभी प्रोजेक्टों की समय-सीमा बढ़ाकर 2025-26 तक की गई है. नगर निगम के खाली सामुदायिक भवनों को 3 साल के लिए किराए पर देने की सहमति मिली है. इसके साथ ही करीब 4.5 करोड़ रुपये की लागत से आरएएफ कैंप हिनेातिया में पानी की पाइप लाइन बिछाई जाएगी. वहीं शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम आने वाली है, ऐसे में स्वच्छता के प्रभारी देवेंद्र सिंह चौहान को नहीं हटाए जाने पर भी सहमति बनी है.

राजाधानी में गुमठियों में बिक रहा ड्रग्स

पार्षद अरविंद वर्मा ने कहा 'कैंपियन स्कूल के पास जो हाकर्स कार्नर है. वहां अवैध लोग व्यापार कर रहे हैं. ये आपराधिक किस्म के हैं. अतिक्रमण हटाने को लेकर उनका विवाद भी हो चुका है. अतिक्रमणकारियों ने पार्षद के साथ मारपीट भी की थी." इस मामले में अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने कहा कि मेरे संज्ञान में है. यहां कुछ लोग गमठियों में रखकर ड्रग्स का व्यापार भी कर रहे हैं. इसकी जांच कराई जाएगी.

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