भिंड: ग्वालियर-इटावा हाईवे को 6 लेन किए जाने की मांग को लेकर साधु-संत भी सड़क पर उतर आए हैं. यहां साधु-संतों ने धूनी रमाकर विरोध जता रहे हैं. संतों की मांग है कि ग्वालियर इटावा हाईवे को 6 लेन किया जाए. इस आंदोलन का बीड़ा कालिदास महाराज ने 1 साल से उठाया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने अब भी इस ओर ध्यान नहीं दिया तो हमें मजबूर होकर कोई नया कदम उठाना पड़ेगा.
हाईवे को 6 लेन करने की मांग
दरअसल, अखिल भारतीय संत समिति के जिला अध्यक्ष कालिदास महाराज लगभग 1 साल से ग्वालियर इटावा हाईवे को सिक्स लेन करने की मांग कर रहे हैं. उनका आरोप है कि प्रशासन की ओर से उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. जिसके बाद 10 अप्रैल को अखिल भारतीय संत समाज के अध्यक्ष कालिदास महाराज संतो के साथ धरने पर बैठ गए. 4 दिन धरना देने के बाद रविवार को खंडा रोड पर नागा साधु पायलट बाबा द्वारा धूनी रमाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें कई संतों ने हिस्सा लिया.
अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे पायलेट बाबा
नागा साधु पायलेट बाबा ने कहा, "धूनी रमाई साधुओं की गहरी तपस्या में शामिल है. इसमें गायों के गोबर कंडे का एक घेरा तैयार कर उसमें आग लगाई जाती है. उसके बीच में बैठकर सिर पर सफेद कपड़ा बांधकर माला जाप करते हैं. धूनी रमाई एक चिता की तरह होती है. जिसके चारों ओर आग जलाई जाती है और उसके बीच में साधु बैठते हैं."
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पायलेट बाबा ने आगे कहा, यह आंदोलन उस समय तक चलेगा जब तक सरकार ग्वालियर-इटावा हाईवे को 6 लेन बनाने के लिए कोई ठोस प्रमाण नहीं दे देती है. हम लोग अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठे हैं."