बागपत : 'हाईवे निर्माण के लिए गरीबों की जमीनें ले ली गईं. सड़क भी बना दी गईं, लेकिन अभी तक उन्हें मुआवजा नहीं मिला. 40 साल पुराने पट्टे कैंसिल किए जा रहे हैं. इन जमीनों पर लगी फसलों को भी प्रशासन काट रहा है. फसल तो किसान ही काटेगा. प्रशासन अगर इसे उजाड़ेगा तो इसकी कीमत देनी होगी. प्रशासन गलतफहमी में न रहे'.
ये बातें गुरुवार को बागपत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कही. मीडिया से बातचीत में किसान नेता ने योग गुरु स्वामी रामदेव के 'शर्बत' वाले बयान पर पलटवार किया. कहा कि रामदेव को राजनीति की भाषा नहीं बोलनी चाहिए. उनका योग का काम ठीक चल रहा था. अब लग रहा है कि वह भी सरकार में शामिल हो गए हैं.
उनका योग सिखाने का काम सही है वो अपना योग सिखाते रहे. राकेश टिकैत ने सरकार पर भी जुबानी हमला बोला. कहा कि सरकार कब पलट जाए, इसका कोई भरोसा नहीं. चौगामा क्षेत्र दोघट में किसानों से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि वह सरकार से मांग करते हैं कि जिनकी जमीनें ली गईं हैं, सरकार जल्द से जल्द उन्हें मुआवजा दे. इसके लिए किसानों को एकजुट होना होगा.
किसान नेता ने चेतावनी दी कि यदि किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिला तो एक बार फिर आंदोलन किया जाएगा. वक्फ संशोधन बिल पर कहा कि वह अभी किसानों की जमीनों को बचाने में लगे हैं. उनके लिए पहले किसानों का मुद्दा हैं. भाजपा सरकार अब मंदिर और श्मशान की जमीन भी नहीं छोड़ रही है.
यह भी पढ़ें : औरंगजेब की कब्र भाजपा अपने मुख्यालय में लाकर रखे और दिखाए, जानिए टिकैत ने क्यों ऐसा कहा?