बैतूल: भीमपुर ब्लॉक के खैरा गांव में एक ही परिवार के 2 लोगों की उल्टी दस्त से मौत हो गई, वहीं परिवार के अन्य 2 सदस्य भी उल्टी दस्त से ग्रसित हैं. मृतक के परिजन का दावा है कि "खैरा के उप स्वास्थ्य केंद्र में जब भी इलाज कराने जाओ ताला लगा रहता है. समय पर इलाज ना मिलने के कारण ये दोनों मौतें हुई हैं. वहीं इस पर सीएमएचओ का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
खैरा गांव में उल्टी-दस्त से 2 लोगों की मौत
पूरा मामला यह है कि भीमपुर ब्लॉक के खैरा गांव में 3 दिन पहले हीरा बारस्कर की उल्टी दस्त से मौत हो गई थी. वहीं 24 घंटे बाद हीरा की 8 वर्षीय पोती स्वाति की भी उल्टी दस्त से मौत हो गई थी. गांव में 24 घंटे के अंदर उल्टी-दस्त से हुई 2 मौतों के बाद ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है. मृतक के परिजन भोगीलाल बारस्कर का कहना है कि "मेरे परिजनों को समय पर इलाज नहीं मिल पाया, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई. जब हम अपने परिजन को खैरा के उप स्वास्थ्य केंद्र में लेकर गए तो, वहां ताला लगा हुआ था. मौके पर कोई मौजूद नहीं था."
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'दोषियों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई'
इन दोनों मौतों के लिए भोगीलाल प्रशासन को जिम्मेदार मानता है. उनका आरोप है कि "उपचार नहीं मिलने की वजह से हीरा की पोती ने भी घर में ही दम तोड़ दिया. अगर कोई डॉक्टर उप स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद होता है तो स्वाति की जान बच सकती थी." फिलहाल, मृतक हीरा के परिवार में अन्य 2 लोग और भी उल्टी दस्त से पीड़ित हैं. लेकिन स्वास्थ्य अमला ध्यान नहीं दे रहा है. वहीं जब इस मामले की जानकारी बैतूल सीएमएचओ डॉ. राजेश परिहार को लगी तो उन्होंने कहा कि "मामले को संज्ञान में लेकर जांच करवाई जाएगी. जांच के दौरान जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी."