बेतिया: बिहार के बेतिया के छात्र के अपहरण और हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. 8वीं के 15 साल के छात्र का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि उसको उसके दोस्तों ने प्रेम प्रसंग मामले में रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या कर दी थी और शव को छिपा दिया था. एक ही लड़की के पीछे छात्र और उसके दोस्त एक तरफा प्यार में लगे हुए थे, इसलिए रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या कर दी गई.
छात्र के अपहरण-मर्डर केस का खुलासा: शिकारपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले छात्र की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है. पुलिस ने 8वीं के छात्र के अपहरण और हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. हत्याकांड में पुलिस ने उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार किया है. दोनों से सख्ती से पूछताछ के बाद दोनों ने पूरी सच्चाई पुलिस के सामने उगल दी. दोनों दोस्तों ने बड़ी बेरहमी से चाकुओं से गोदकर हत्या की थी और शव को ठिकाने लगाया था. आरोपियों ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है.
दोस्तों ने की थी हत्या: बेतिया के एसपी शौर्य सुमन ने बताया कि प्रेम प्रसंग में छात्र को उसके दो दोस्तों ने मौत के घाट उतार दिया. उन्होंने बताया कि एक ही लड़की से तीनों दोस्त एक-तरफा प्यार करते थे. ऐसे में छात्र को रास्ते से हटाने के लिए उसके दो दोस्तों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया.
"दो दोस्तों ने प्लान बनाकर 12 अप्रैल शनिवार के दिन छात्र को बुलाया और उसे बाइक से लेकर चानकीगढ़ की तरफ ले गए. वहां तीनों एक साथ खाए-पिए. फिर दोनो दोस्तों ने छात्र की हत्या कर दी. हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों दोस्तों ने रामनगर के तौलहा रेल लाइन के किनारे शव को फेंक दिया और मौके से फरार हो गए."- शौर्य सुमन,एसपी
गुमराह करने के लिए दोस्तों ने भेजा था मैसेज: एसपी शौर्य सुमन ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि हत्या के बाद छात्र के परिजनों और पुलिस को गुमराह करने के लिए दोस्तों ने ही मृतक की मां को फर्जी फिरौती का मैसेज भेजा था. बता दें कि 12 अप्रैल शनिवार को अपने घर से छात्र निकाला था और फिर घर नहीं पहुंचा. जिसके बाद परिजनों ने शिकारपुर थाना में अपहरण का मामला दर्ज कराया था.
रेलवे लाइन पर फेंका मिला था शव: परिजनों ने बताया था कि उनके बेटे का अपहरण हो गया है और फिरौती के लिए 10 लाख रुपया मांगा गया है. इसके बाद से पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी लेकिन मंगलवार 15 अप्रैल को छात्र का शव रामनगर के तौलाहा रेलवे लाइन के किनारे मिला. हत्या के बाद पुलिस के होश उड़ गए.
दोस्तों कबूल किया गुनाह: सवाल उठ रहे थे कि फिरौती के लिए कैसे किशोर की हत्या हो सकती है क्योंकि वह एक साधारण घर से आता है और पिता मजदूरी करते हैं. बच्चे को आखिरी बार सीसीटीवी फुटेज में नरकटियागंज के हरदिया चौक पर दिखाई दिया था. उसके बाद से ही पुलिस अपहरण का मामला संदिग्ध मान रही थी. इसके बाद पुलिस ने उसके दो दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. तब जाकर पूरे मामले का खुलासा हुआ.
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