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बड़वानी की नहाली नदी पर अभी आधा ही बना पुल, किसानों के लिए नाव ही सहारा - BARWANI NAHALI RIVER BRIDGE

बड़वानी जिले के अंजड इलाके में नहाली नदी पर पुल निर्माण कार्य में सबसे बड़ी बाधा नदी का बैक वाटर.

Barwani Nahali river bridge
बड़वानी की नहाली नदी पर अभी तक आधा ही बना पुल (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : June 21, 2025 at 12:37 PM IST

3 Min Read

बड़वानी : बड़वानी जिले की नहाली नदी पर 10 करोड़ से बनने वाले पुल का निर्माण कार्य बीते 3 साल से कछुआ चाल से चल रहा है. पुल के दोनों ओर कुछ निर्माण कार्य किया भी जा चुका है लेकिन डेडलाइन बीतने के बाद भी अभी तक लगभग 60 प्रतिशत काम ही पूरा हो सका है. आसपास गांवों के किसान परेशान हैं. किसानों को नाव के सहारे नदी पार करना पड़ रहा है.

पुल के निर्माण कार्य में लेटलतीफी से किसान परेशान

NVDA द्वारा बनवाए जा रहे इस पुल के नहीं बनने से ग्रामीणों में आक्रोश है. जल्द पूर्ण निर्माण करवाने की मांग ग्रामीण कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि जब पुल की स्वीकृति मिली और इसकी नींव की खुदाई हुई तो उम्मीद जगी कि अब नाव के सहारे नदी पार नहीं करना पड़ेगी. लेकिन पुल निर्माण में लापरवाही और धीमी गति से काम होने के चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस पुल से 5 से 6 गांव जुड़ते हैं.

बड़वानी की नहाली नदी पर पुल का निर्माण कार्य कछुआ चाल से (ETV BHARAT)

पुल बन जाए तो 5 गांवों के लोगों को मिलेगी राहत

अगर ये पुल बन जाए तो 5 गांवों के लोगों को नदी पार नहीं करनी पड़ेगी. जब बैकवॉटर भराव होता है तो नाव का सहारा लेना पड़ता है. किसानों का कहना है कि हमारी खेत की फसल को ले जाने में भी दिक्कत होती है. लगातार जनप्रतिनिधियों से शिकायतें करने के बाद भी विभाग इस और ध्यान नहीं दे रहा है. बता दें कि बड़वानी जिले अंजड तहसील के ग्राम पान्या पिछोला ओर केशरपुरा मोहीपुरा के ग्रामीणों की कनेक्टिविटी के लिए ये पुल बन रहा है.

Barwani Nahali river bridge
पुल के निर्माण कार्य में लेटलतीफी से किसान परेशान (ETV BHARAT)

खेतों में काम करने जाने के लिए नाव का सहारा

सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल के गृहग्राम के लोगों सहित केशरपुरा मोहीपुरा व आसपास के गांवों के किसानों को बारिश के समय नदी में बैकवाटर होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के कारण बैकवाटर से निकलने के लिए नाव की व्यवस्था की जाती है, जिसमें किसानों को अपने खेतों में मजदूरों को लाने व ले जाने व अपने खेतों की फसलों को घर तक लाने में अभी भी नाव का सहारा लेना पड़ रहा.

Barwani Nahali river bridge
निर्माण स्थल पर बैक वाटर से समस्या (ETV BHARAT)

निर्माण स्थल पर बैक वाटर से समस्या

इस मामले में साइट पर मौजूद फील्ड इंजीनियर रोहित पाटीदार से इस मामले में जब बात की उनका कहना है "बैकवॉटर के कारण काम करने में दिक्कत होती है. साल के 6 माह तो पानी भरा रहता है." लोगों का कहना है साल 2022 से शुरू हुए इस पुल का निर्माण कब तक पूरा होगा, इसको लेकर अब किसानों को कोई उम्मीद नहीं है.

बड़वानी : बड़वानी जिले की नहाली नदी पर 10 करोड़ से बनने वाले पुल का निर्माण कार्य बीते 3 साल से कछुआ चाल से चल रहा है. पुल के दोनों ओर कुछ निर्माण कार्य किया भी जा चुका है लेकिन डेडलाइन बीतने के बाद भी अभी तक लगभग 60 प्रतिशत काम ही पूरा हो सका है. आसपास गांवों के किसान परेशान हैं. किसानों को नाव के सहारे नदी पार करना पड़ रहा है.

पुल के निर्माण कार्य में लेटलतीफी से किसान परेशान

NVDA द्वारा बनवाए जा रहे इस पुल के नहीं बनने से ग्रामीणों में आक्रोश है. जल्द पूर्ण निर्माण करवाने की मांग ग्रामीण कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि जब पुल की स्वीकृति मिली और इसकी नींव की खुदाई हुई तो उम्मीद जगी कि अब नाव के सहारे नदी पार नहीं करना पड़ेगी. लेकिन पुल निर्माण में लापरवाही और धीमी गति से काम होने के चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस पुल से 5 से 6 गांव जुड़ते हैं.

बड़वानी की नहाली नदी पर पुल का निर्माण कार्य कछुआ चाल से (ETV BHARAT)

पुल बन जाए तो 5 गांवों के लोगों को मिलेगी राहत

अगर ये पुल बन जाए तो 5 गांवों के लोगों को नदी पार नहीं करनी पड़ेगी. जब बैकवॉटर भराव होता है तो नाव का सहारा लेना पड़ता है. किसानों का कहना है कि हमारी खेत की फसल को ले जाने में भी दिक्कत होती है. लगातार जनप्रतिनिधियों से शिकायतें करने के बाद भी विभाग इस और ध्यान नहीं दे रहा है. बता दें कि बड़वानी जिले अंजड तहसील के ग्राम पान्या पिछोला ओर केशरपुरा मोहीपुरा के ग्रामीणों की कनेक्टिविटी के लिए ये पुल बन रहा है.

Barwani Nahali river bridge
पुल के निर्माण कार्य में लेटलतीफी से किसान परेशान (ETV BHARAT)

खेतों में काम करने जाने के लिए नाव का सहारा

सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल के गृहग्राम के लोगों सहित केशरपुरा मोहीपुरा व आसपास के गांवों के किसानों को बारिश के समय नदी में बैकवाटर होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के कारण बैकवाटर से निकलने के लिए नाव की व्यवस्था की जाती है, जिसमें किसानों को अपने खेतों में मजदूरों को लाने व ले जाने व अपने खेतों की फसलों को घर तक लाने में अभी भी नाव का सहारा लेना पड़ रहा.

Barwani Nahali river bridge
निर्माण स्थल पर बैक वाटर से समस्या (ETV BHARAT)

निर्माण स्थल पर बैक वाटर से समस्या

इस मामले में साइट पर मौजूद फील्ड इंजीनियर रोहित पाटीदार से इस मामले में जब बात की उनका कहना है "बैकवॉटर के कारण काम करने में दिक्कत होती है. साल के 6 माह तो पानी भरा रहता है." लोगों का कहना है साल 2022 से शुरू हुए इस पुल का निर्माण कब तक पूरा होगा, इसको लेकर अब किसानों को कोई उम्मीद नहीं है.

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