बड़वानी: त्वरित पुलिस सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से डायल 100 सेवा शुरू की गई है लेकिन मेंटेनेंस के अभाव में बड़वानी जिले में डायल 100 के कई वाहन खस्ताहाल हैं. जिसके चलते किराए के वाहन अटैच किए गए हैं ताकि तत्काल मदद के लिए बुलाई जाने वाली सेवा का लाभ लोगों को मिलता रहे. बता दें कि जिले में कुल 15 थाने और 6 चौकियां हैं. जहां कुल 13 डायल 100 वाहन हैं. जिसमें से 8 वाहन खराब हो चुके हैं, जिसकी जगह पर किराए पर वाहन लेकर काम हो रहा है.
2 साल पहले खत्म हो चुका टेंडर
दरअसल, 2015 में डायल 100 सेवा शुरू की गई थी. इस दौरान डायल 100 के संचालन का टेंडर पुणे (महाराष्ट्र) की भारत विकास ग्रुप कंपनी को दिया गया. 5 साल की अवधि के लिए ये टेंडर हुआ था. लेकिन कोरोना काल की वजह से नया टेंडर नहीं हो सका और समय-समय पर पुराने टेंडर की अवधि बढ़ा दी गई. फिलहाल 2 साल पहले ही टेंडर समाप्त हो चुका है. लेकिन नया टेंडर नहीं खुलने की वजह से विकास ग्रुप ही अभी भी वाहनों का संचालन कर रहा है.
10 साल पुराने वाहन इमरजेंसी के समय कई बार रास्ते में बंद हो जाते थे. जिसकी वजह से परेशानी हो रही थी और मौके पर पहुंचने में देरी हो रही थी. इससे आम लोगों को भी असुविधा हो रही थी. इसलिए जिन थाना क्षेत्र के वाहन खराब हो गए थे, वहां किराए के वाहन से डायल 100 संचालन किया जा रहा है.

15 नए वाहन का भेजा गया है प्रस्ताव
जिला डायल 100 प्रभारी विजय सिंह चौहान ने बताया कि "प्रदेश स्तर पर नए डायल 100 के लिए टेंडर हो चुके है. 15 वाहनों का प्रस्ताव भेजा है. जल्द ही नए डायल 100 वाहन जिले को मिलेंगे. जो वाहन कंडम हो चुके हैं, उसकी जगह एजेंसी द्वारा किराये के 8 वाहन अटैच किए गए हैं, ताकि आमजन को असुविधा न हो." बताया जा रहा है कि जुलाई माह से नए डायल 100 वाहन जिले को मिलने की संभावना है."

- वाह रे मध्य प्रदेश पुलिस, बिना बीमा और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट के चल रही डायल 100 की 1280 गाड़ियां
- मनचलों ने 108 इमरजेंसी को बनाया टाइम पास, फर्जी कॉल कर आर्डर करते हैं शराब और खाना
नए डायल 100 के लिए टेंडर खुलने के बाद जल्द ही नए वाहन थाना पहुंचेंगे. लेकिन इससे पहले नई एजेंसी को तय मानकों के आधार पर नए वाहन खरीदने और उन्हें एफआरवी (फर्स्ट रिस्पांस व्हीकल) में मॉडिफाई करवाना होगा. जिसमें करीब 2 महीने से अधिक समय लग सकता है. फिलहाल पुराने डायल 100 के भरोसे ही पुलिस विभाग में कामकाज चल रहा है.