बरेली : सीबीगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली मुन्नी नाम के चलते चार दिन जेल में रही. गुड वर्क के चक्कर में पुलिस ने बेकसूर को ही जेल भेज दिया. मामला बंडिया गांव का है. बिजली चोरी केस में गांव की ही मुन्नी पत्नी स्वर्गीय छोटे शाह के खिलाफ कोर्ट से गैर-जमानती वारंट जारी हुआ था. लेकिन पुलिस ने जांच पड़ताल किए बिना ही मुन्नी नाम की दूसरी महिला को जेल भेज दिया.
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि दोनों महिलाओं के नाम के अलावा कुछ भी समान नहीं था. न पति का नाम, न पता और न ही मामले से कोई संबंध. इसके बावजूद, परसाखेड़ा चौकी प्रभारी सौरभ यादव ने असली आरोपी को गिरफ्तार करने की बजाय गांव की ही मुन्नी देवी पत्नी जानकी प्रसाद को हिरासत में लेकर 13 अप्रैल को जेल भेज दिया.
चार दिन बाद जेल से रिहा : गलती का पता चलने पर बेकसूर महिला मुन्नी को गुरुवार को जेल से रिहा कर दिया गया. बताया जा रहा है कि मुन्नी नाम के चलते गलत महिला को जेल भेजने के मामले में कोर्ट में भी दारोगा की फटकार लगाते हुए स्पष्टीकरण मांगा है.
दारोगा ने मांगी माफी : गुरुवार को जेल से रिहा होने के बाद मुन्नी घर पहुंची. उन्होंने कहा- मैं हिंदू हूं. मेरा नाम गांव की एक मुस्लिम महिला से मिलता है. पुलिस ने बिना जांच किए बिजली चोरी के जुर्म में मुझे गिरफ्तार कर चार दिन के लिए जेल भेज दिया. पुलिस को जब पता चला कि आरोपी कोई और है, तो मुझे छोड़ दिया गया. दारोगा ने गलती की माफी भी मांगी है.