चमोली: चारधाम यात्रा में बदरीनाथ धाम के नोडल अधिकारी सचिव आर राजेश कुमार ने चमोली जिले के सीमान्तर्गत कमेड़ा से बदरीनाथ तक सड़क, स्वास्थ्य और पार्किंग स्थलों का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने गौचर रजिस्ट्रेशन सेंटर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गौचर, ट्रॉमा सेंटर कर्णप्रयाग, मेला मैदान गौचर का निरीक्षण किया. अस्पतालों का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए.
उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाओं का स्टॉक सहित अन्य आवश्यक उपकरण रखने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने बताया जल्द ही जिले में डायलिसिस मशीनें उपलब्ध करा दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि किसी आवश्यक उपकरण की जरूरत है तो शासन को समय पर डिमांड भेज दें. ताकि समय से उपलब्ध कराई जा सके. साथ ही उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा मार्ग पर 20 एमआरपी (मेडिकल रिलीव पोस्ट) और 50 स्क्रीनिंग प्वाइंट बनाए गए हैं.
उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में 3 एमआरपी सेंटर और 5 स्क्रीनिंग सेंटर हैं. वहीं इस बार 5 एमआरपी सेंटर और बनाए जाएंगे. उन्होंने सभी एमआरपी सेंटर और स्क्रीनिंग सेंटरों के माध्यम से हेल्थ एडवाइजरी जो 13 भाषाओं में जारी की गई है, वितरण करने के निर्देश दिए. कहा कि बस स्टेशन के निकट ही स्क्रीनिंग सेंटर बनाए जाएंगे जिससे अधिक संख्या में श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जा सके.
उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग अंतर्गत कमेड़ा भूस्खलन जोन में कार्यदायी संस्था को 20 दिन में डामरीकरण करने के निर्देश दिए. नंदप्रयाग के पार्थाडीप में आगामी चारधाम यात्रा को देखते हुए टेम्परेरी ट्रीटमेंट कार्य के साथ-साथ मलबा निस्तारण की कार्रवाई तेजी से चल रही है. उन्होंने कार्यदायी संस्था को 15 दिन में टेम्परेरी ट्रीटमेंट कार्य और मलबा निस्तारण करने के निर्देश दिए. जिससे यात्रा में किसी प्रकार व्यवधान न हो. वहीं एनएच 07 के पागल नाला में उन्होंने एनएच से भूस्खलन जोन की विस्तृत जानकारी ली और कार्यदायी संस्था को परमानेंट सॉल्यूशन को लेकर रणनीति बनाते हुए शासन को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए. वहीं जोगी धारा में बीआरओ को सड़क के बेस का सुधारीकरण करने के निर्देश दिए.
मंदिर समिति का दल पहुंचा बदरीनाथ धाम: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरुआत होने वाली है. 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे. उससे पहले सरकार और मंदिर समिति लगातार तैयारी में जुटी हुई है. भारी बर्फबारी के बाद अब बदरीनाथ धाम की जो तस्वीरें सामने आई, वह बताती हैं कि बदरीनाथ धाम अपने भक्तों का इंतजार कर रहा है.
दल लेगा व्यवस्थाओं का जायजा: इस बार अत्यधिक बर्फबारी की वजह से बदरीनाथ और केदारनाथ में काफी ऊंची ऊंची बर्फ जम गई थी. लेकिन अब केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में बर्फबारी उन रास्तों से हटा ली है, जहां से होते हुए मंदिर में व्यवस्थाओं के लिए सामान ले जाने के लिए गाड़ियां चलेंगी. उन रास्तों से भी लगभग बर्फ गायब है जहां से भक्त पैदल धाम पहुंचेंगे. कुछ जगहों पर सड़क के किनारे बर्फ जरूर दिख रही है. लेकिन चटक धूप के बीच मंदिर के आसपास का पूरा इलाका बेहद खूबसूरत दिखाई दे रहा है. मंदिर समिति ने व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए 30 सदस्यों को बदरीनाथ धाम भेजा है. इन 30 सदस्यों में 15 मंदिर समिति के कर्मचारी तो 15 मजदूर हैं.
यह दल कपाट खुलने से पहले मंदिर की व्यवस्थाओं को मुकम्मल करेगा. पूजा अर्चना की व्यवस्था से लेकर क्राउड मैनेजमेंट की व्यवस्था, छोटी-मोटी मरम्मत, प्रसाद, भोग इत्यादि की व्यवस्था और बंद पड़े दफ्तरों को व्यवस्थित किया जाएगा. मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि मंदिर समिति का म दल बदरीनाथ धाम में मंदिर समिति के विश्राम गृहों, कार्यालयों, विभिन्न पूजा काउंटरों, दर्शन पंक्ति, स्वागत कार्यालय, मंदिर परिसर के आसपास ,सौंदर्यीकरण कार्य, विद्युत, पेयजल, संचार व्यवस्था, साफ सफाई सहित मरम्मत कार्य करेगा. बदरीनाथ धाम में मौसम साफ है. कहीं - कहीं और नजदीकी पहाड़ियों पर बर्फ देखी जा सकती है.
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