अयोध्या : चैत्र शुक्ल पूर्णिमा और हनुमान जयंती के अवसर पर रामनगरी अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा 84 कोसी परिक्रमा के लिए अयोध्या के दो अलग-अलग स्थान से 600 से अधिक साधु-संतों का जत्था मखौड़ा धाम के लिए रवाना हुआ. विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री कोटेश्वर शर्मा और प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कारसेवकपुरम से हनुमान मंडल के बैनर तले परिक्रमा यात्रा को ध्वज दिखाकर रवाना किया. यात्रा मणिरामदास छावनी होते हुए राम पथ पहुंची, जहां महापौर गिरीशपति त्रिपाठी ने सभी यात्रियों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया. इस दौरान यात्रा में शामिल साधु-संतों ने श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का आशिर्वाद प्राप्त किया. इस दौरान कारसेवकपुरम् के प्रभारी शिवदास सिंह, उमेश पोरवाल, शरद शर्मा, आदित्य उपाध्याय वीरेन्द्र कुमार, सुभाष भट्ट, पवन तिवारी आदि उपस्थित रहे.

संयोजक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि पांच जिलों से होकर गुजरने वाली परिक्रमा यात्रा 23 दिन की है. आज हम लोग कार्य सेवकपुरम से निकलकर मणिरामदास छावनी के रास्ते राम पथ होते हुए सरयू घाट पर पहुंचेंगे. जहां पर पूजा दर्शन के बाद मखौड़ा धाम जाएंगे. यात्रा में करीब 500 से अधिक साधु संत व भक्त शामिल हैं. साथ ही एक रथ है जिसमें भगवान की प्रतिमा विराजमान है और प्रोजेक्टर भी रखे गए हैं. जिन्हें रास्ते में पड़ने वाले 42 स्थान पर पड़ाव लेते हुए प्रोजेक्टर के माध्यम से सभी भक्तों को राम कथा सुनाई जाएगी.
सद्गुरु सेवा सदन मंदिर से भी परिक्रमा के लिए रवाना हुए साधु संत
84 कोसी परिक्रमा यात्रा के लिए अयोध्या के सरयू तट स्थित सद्गुरु सेवा सदन मंदिर में भी साधु संतों ने विधि विधान पूर्वक भगवान के गर्भगृह में आरती पूजन किया. उसके बाद मंदिर में ही ध्वज पूजन कर सबसे अधिक संतों की टोली मखौड़ा धाम के रवाना हुई. यात्रा प्रभारी ने बताया कि अयोध्या धाम के सांस्कृतिक सीमा 84 कोसी परिक्रमा अनादि काल से चलती चली आ रही है. सोमवार को अनुष्ठान के बाद यात्रा प्रारंभ करेंगे.

23 दिनों दिनों तक चलेगी 84 कोसी परिक्रमा
अयोध्या से प्रस्थान हुई यह परिक्रमा यात्रा मखौड़ा में रात्रि विश्राम के उपरांत प्रातःकाल दर्शन पूजन करके आगे रजवापुर रामगढ़खास, छावनी रामरेखा, देवकली हनुमान मंदिर विशेषरगंज हनुमानबाग बस्ती से सरयू पारकर अयोध्या के शेरवाघाट शृंगी श्रृषि आश्रम महबूबगंज गोसाईगंज टिकरी तारून रामपुर भगन सूर्यकुंड दराब गंज हेमा सराय आस्तिकन अमानी गंज रौजागांव पटरंगा से बाराबंकी जनपद के बेलखरा में प्रवेश करेगी. यहां से गोंडा जनपद के देवीगंज दुलारेगंज जम्मूदीप, भौरीगंज राजापुर पस्का (संत तुलसीदास की जन्मभूमि) बखरिया, उमरी डिक्सिर अमदही जमदग्नि आश्रम तुलसीपुर नवाब गंज से जनपद बस्ती में पुनः वापसी रेहली, सिकंदरपुर होते हुए मखौड़ा धाम पहुंचेगी. इसके बाद यात्रा सरयू घाट होते हुए 5 मई को रामकोट की परिक्रमा कर यात्रा का समापन किया जाएगा.
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