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उत्तम नगर में बनेगा 50 एकड़ में पर्यावरण संरक्षण पर आधारित ‘अटल पार्क ’ - ATAL PARK IN UTTAM NAGAR DELHI

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज दिल्ली सचिवालय में सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की.

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : May 16, 2025 at 9:47 PM IST

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नई दिल्ली: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज दिल्ली सचिवालय में सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य मानसून से पहले जलभराव और सरकारी बुनियादी ढांचे के रखरखाव जैसी महत्वपूर्ण समस्याओं पर चर्चा और उत्तम नगर की 50 एकड़ में विकसित किये जाने वाले अटल पार्क की प्रगति कार्य की समीक्षा करना रहा. इस अवसर पर दिल्ली के कैबिनेट मंत्री प्रवेश साहिब सिंह भी मौजूद थे.

नालों की सफाई 31 मई तक: बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने आगामी मानसून के लिए शहर की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए कि सभी नालों की डी-सिल्टिंग का कार्य 31 मई तक हर हाल में पूरा कर लिया जाए. उन्होंने कहा कि डी-सिल्टिंग के दौरान निकलने वाली गाद (सिल्ट) का उचित और पर्यावरण के अनुकूल निपटान सुनिश्चित किया जाए, ताकि पर्यावरण को कोई नुकसान न हो और शहर की स्वच्छता बनी रहे. बैठक में बताया गया कि अब तक नालों की डी-सिल्टिंग का कार्य 66 फीसद पूरा हो चुका है. इस कार्य को तेजी से पूरा करने के लिए 66 आधुनिक मशीनें लगातार कार्यरत हैं. इनमें ड्रैगलाइन, हाइड्रोलिक एक्सकेवेटर, वाटर मास्टर, ट्रैश स्किमर, वीड हार्वेस्टर जैसी उन्नत मशीनें शामिल हैं, जो नालों की गाद, कचरे और जलीय खरपतवार को हटाने में प्रभावी रूप से कार्य कर रही हैं. डी-सिल्टिंग और क्यूनेट निर्माण को मानसून से पहले युद्ध स्तर पर पूरा करना होगा. उन्होंने विभाग को फ्लोटिंग सामग्री और अन्य अवरोधों को हटाने के प्रयासों को तेज करने का भी निर्देश दिया, ताकि शहर को जलभराव जैसे हालातों से बचाया जा सके.

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की महत्वपूर्ण बैठक
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की महत्वपूर्ण बैठक (ETV Bharat)

जलभराव होने पर 190 पंपों से निकासी का इंतज़ाम: लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ने बताया कि मानसून के दौरान जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए व्यापक पंपिंग व्यवस्था की गई है. कुल 190 पंप इस कार्य के लिए तैनात किए गए हैं, जिनमें से 40 पंप स्थायी पंपिंग स्टेशनों पर स्थापित हैं, 106 अस्थायी पंप हैं, और 44 मोबाइल पंप हैं, जिन्हें जरूरत पड़ने पर जलभराव वाले क्षेत्रों में तुरंत तैनात किया जा सकता है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी पंपों की कार्यक्षमता की नियमित जांच की जाए और जलभराव की आशंका वाले क्षेत्रों में पहले से ही पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.

अतिक्रमण वाले स्थान पर बनेगा अटल पार्क: उत्तम नगर विधानसभा में वर्षों से उपेक्षित पड़ी सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग की लगभग 50 एकड़ भूमि पर लगातार अतिक्रमण हो रहा था. यह ज़मीन क्षेत्र की पूरी कॉलोनी के लिए एक बहुउपयोगी स्थान बन सकती थी, लेकिन इसकी स्थिति बेहद दयनीय हो गई है. इसलिए सरकार द्वारा इस 50 एकड़ भूमि पर “अटल पार्क” नामक एक सुंदर और भव्य पार्क का विकास किया जाएगा. इसके अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण, जैव-विविधता और हरियाली को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. यह पार्क स्थानीय निवासियों के उपयोग के लिए होगा और क्षेत्र की हरियाली व स्वच्छता को बढ़ावा देगा. साथ ही, यहां से गुजरने वाली साहिबी नदी को भी इस योजना से जोड़ते हुए एक विस्तृत रिवर फ्रंट का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा.

इसके अतिरिक्त बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री द्वारा नजफगढ़ नाले के दोनों किनारे सड़क निर्माण की योजना पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें झटिकरा ब्रिज से छावला ब्रिज तक 5.94 किलोमीटर लंबी दो लेन की सड़क और छावला ब्रिज से बासाइदरापुर ब्रिज तक दोनों किनारों पर 54.83 किलोमीटर लंबी दो लेन की सड़क बनायी जाएगी. साथ ही सड़क के किनारे हरियाली, शौचालय, बाउंड्री वॉल, साइनेज कार्य जैसे कार्य भी किए जाएंगे.

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नई दिल्ली: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज दिल्ली सचिवालय में सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य मानसून से पहले जलभराव और सरकारी बुनियादी ढांचे के रखरखाव जैसी महत्वपूर्ण समस्याओं पर चर्चा और उत्तम नगर की 50 एकड़ में विकसित किये जाने वाले अटल पार्क की प्रगति कार्य की समीक्षा करना रहा. इस अवसर पर दिल्ली के कैबिनेट मंत्री प्रवेश साहिब सिंह भी मौजूद थे.

नालों की सफाई 31 मई तक: बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने आगामी मानसून के लिए शहर की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए कि सभी नालों की डी-सिल्टिंग का कार्य 31 मई तक हर हाल में पूरा कर लिया जाए. उन्होंने कहा कि डी-सिल्टिंग के दौरान निकलने वाली गाद (सिल्ट) का उचित और पर्यावरण के अनुकूल निपटान सुनिश्चित किया जाए, ताकि पर्यावरण को कोई नुकसान न हो और शहर की स्वच्छता बनी रहे. बैठक में बताया गया कि अब तक नालों की डी-सिल्टिंग का कार्य 66 फीसद पूरा हो चुका है. इस कार्य को तेजी से पूरा करने के लिए 66 आधुनिक मशीनें लगातार कार्यरत हैं. इनमें ड्रैगलाइन, हाइड्रोलिक एक्सकेवेटर, वाटर मास्टर, ट्रैश स्किमर, वीड हार्वेस्टर जैसी उन्नत मशीनें शामिल हैं, जो नालों की गाद, कचरे और जलीय खरपतवार को हटाने में प्रभावी रूप से कार्य कर रही हैं. डी-सिल्टिंग और क्यूनेट निर्माण को मानसून से पहले युद्ध स्तर पर पूरा करना होगा. उन्होंने विभाग को फ्लोटिंग सामग्री और अन्य अवरोधों को हटाने के प्रयासों को तेज करने का भी निर्देश दिया, ताकि शहर को जलभराव जैसे हालातों से बचाया जा सके.

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की महत्वपूर्ण बैठक
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की महत्वपूर्ण बैठक (ETV Bharat)

जलभराव होने पर 190 पंपों से निकासी का इंतज़ाम: लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ने बताया कि मानसून के दौरान जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए व्यापक पंपिंग व्यवस्था की गई है. कुल 190 पंप इस कार्य के लिए तैनात किए गए हैं, जिनमें से 40 पंप स्थायी पंपिंग स्टेशनों पर स्थापित हैं, 106 अस्थायी पंप हैं, और 44 मोबाइल पंप हैं, जिन्हें जरूरत पड़ने पर जलभराव वाले क्षेत्रों में तुरंत तैनात किया जा सकता है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी पंपों की कार्यक्षमता की नियमित जांच की जाए और जलभराव की आशंका वाले क्षेत्रों में पहले से ही पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.

अतिक्रमण वाले स्थान पर बनेगा अटल पार्क: उत्तम नगर विधानसभा में वर्षों से उपेक्षित पड़ी सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग की लगभग 50 एकड़ भूमि पर लगातार अतिक्रमण हो रहा था. यह ज़मीन क्षेत्र की पूरी कॉलोनी के लिए एक बहुउपयोगी स्थान बन सकती थी, लेकिन इसकी स्थिति बेहद दयनीय हो गई है. इसलिए सरकार द्वारा इस 50 एकड़ भूमि पर “अटल पार्क” नामक एक सुंदर और भव्य पार्क का विकास किया जाएगा. इसके अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण, जैव-विविधता और हरियाली को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. यह पार्क स्थानीय निवासियों के उपयोग के लिए होगा और क्षेत्र की हरियाली व स्वच्छता को बढ़ावा देगा. साथ ही, यहां से गुजरने वाली साहिबी नदी को भी इस योजना से जोड़ते हुए एक विस्तृत रिवर फ्रंट का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा.

इसके अतिरिक्त बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री द्वारा नजफगढ़ नाले के दोनों किनारे सड़क निर्माण की योजना पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें झटिकरा ब्रिज से छावला ब्रिज तक 5.94 किलोमीटर लंबी दो लेन की सड़क और छावला ब्रिज से बासाइदरापुर ब्रिज तक दोनों किनारों पर 54.83 किलोमीटर लंबी दो लेन की सड़क बनायी जाएगी. साथ ही सड़क के किनारे हरियाली, शौचालय, बाउंड्री वॉल, साइनेज कार्य जैसे कार्य भी किए जाएंगे.

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