राजनांदगांव : मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. लोकसभा चुनाव से पहले पुलिस ने नक्सलियों के कूरियर का काम करने वाले शख्स को गिरफ्तार किया है.आरोपी का नाम अश्वंत आंधिया है. अश्वंत आंधिया नक्सलियों से पैसे लेकर दूसरे जगह पर पहुंचाने का काम किया करता था.साथ ही नक्सलियों के सप्लाई चेन के बड़े नेटवर्क से भी अश्वंत जुड़ा था. पुलिस और आईटीबीपी की टीम ने सीतागांव क्षेत्र में लगाए गए एमसीपी के दौरान अश्वंत को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया.
कई नक्सलियों के साथ अश्वंत के संपर्क : पुलिस ने आरोपी के पास से नक्सली सामग्री समेत लोकसभा चुनाव के बहिष्कार संबंधी नक्सली पर्चे और पोस्टर बरामद किए हैं. आपको बता दें कि पुलिस को अश्वंत आंधिया के नक्सलियों के कूरियर के रूप में काम करने की लगातार सूचना मिल रही थी. गिरफ्तारी के बाद अश्वंत ने बताया कि वो जनवरी 2022 से विजय रेड्डी,लोकेश सलामे , रीता सलामे, रूपेश,मंगेश,विनोद,राजे समेत दूसरे नक्सलियों के संपर्क में है.इन्हीं नक्सलियों के लिए अश्वंत पैसे और सामान सप्लाई का काम करता है.
विजय रेड्डी के पैसों को किया ट्रांसफर :इसी साल 12 से 16 मार्च के बीच मे वह विजय रेड्डी से मिला था. विजय ने अश्वंत को 2 लाख रुपए, एक मेमोरी कार्ड रीडर और कुछ नक्सली पर्चे दिए थे.पैसों को रायपुर में 20 मार्च को किसी अन्य व्यक्ति को देना था. साथ ही मेमोरी कार्ड रीडर को खरीदकर वापस लाकर देने को कहा गया था.इस काम के लिए अश्वंत को 5 हजार रुपए मिले थे. 20 मार्च को अश्वंत रायपुर में संबंधित व्यक्ति से मिला.इसके बाद उससे बंद लिफाफा लेकर वापस विजय रेड्डी को लाकर दिया.
''मोहला मानपुर अंबागढ़ जिले में नक्सलियों के लिए काम करने वाले अश्वंत आंधिया को गिरफ्तार किया गया है.अश्वंत लगातार नक्सलियों के साथ संपर्क में था.वो नक्सलियों का कूरियर बनकर काम करता था. पैसों का लेनदेन के साथ जरुरी सामान को भी अश्वंत जंगलों में पहुंचाता था.'' वायपी सिंह, एसपी
कैसे हुई गिरफ्तारी : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने कड़ी सर्चिंग शुरु की है. इसी कड़ी में पुलिस और आईटीबीपी ने सीतागांव थाना क्षेत्र में कैंप लगाया है. चेकिंग के दौरान पुलिस के हाथ अश्वंत आंधिया लग गया. अश्वंत की तलाशी लेने पर पुलिस को उसके पास से नक्सली पोस्टर, मोबाइल फोन,नक्सली गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज मिले. आरोपी को छत्तीसगढ़ विशेष जन सुरक्षा अधिनियम 2005 की धारा 8 (3) (5) के तहत गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया गया.