करनालः हरियाणा के करनाल में सोमवार को आंगनबाड़ी कर्मी और हेल्पर यूनियन ने अपनी मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने महिला एवं बाल विकास विभाग की नीतियों पर नाराजगी जताई. प्रदर्शकारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में राज्य सरकार के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के नाम ज्ञापन सौंपा. मांगों के समर्थन में दोनों संगठनों ने 26 से 28 मार्च तक हरियाणा के सभी जिलों में प्रदर्शन का ऐलान किया है. प्रदर्शन में शामिल नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि इसके बाद भी सरकार बातचीत के लिए तैयार नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा. नेताओं ने आरोप लगाया उनकी मांगों की अनदेखी की जा रही है.
पोषण ट्रैकर ऐप से फोटो कैप्चर फीचर हटाये सरकारः यूनियन की प्रमुख मांगों में पोषण ट्रैकर ऐप से फोटो कैप्चर फीचर को हटाना शामिल है. आंगनबाड़ी नेताओं ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा द्वारा ये तो स्वीकार किया गया है कि आंगनबाड़ी कर्मचारी बहुत अच्छा काम कर रही हैं. इनके मानदेय में बढ़ोतरी होनी चाहिए. WHO भी यही मानता कि कोरोना के दौरान भी आंगनबाड़ी कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर सराहनीय कार्य किया है. इसके बावजूद न तो सरकार आंगनबाड़ी कर्मचारी का मानदेय बढ़ा रही है और ना ही कर्मचारियों को पक्का करने का काम कर रही है.
राज्यकर्मी का दर्जा दे सरकारः आंगनबाड़ी कर्मियों ने बताया कि हमारी कई मांगें हैं. कर्मियों ने कहा कि सरकार हमें कर्मचारी का दर्जा दे. पक्के कर्मचारी की तरह आकस्मिक अवकाश, चिकित्सा अवकाश, मातृत्व अवकाश दे. मानदेय में बढ़ोतरी की जाए. साथ ही पोषण ट्रैकर एप की समस्या को दूर किया जाए. आंगनबाड़ी कर्मियों ने ओटीपी और फोटो कैप्चर की अनिवार्यता पर विरोध जताया.
