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अंबेडकर जयंती: यूपी डीजीपी ने पुलिस कप्तानों को दिए दिशा-निर्देश; विवादों पर तत्काल लिया जाए एक्शन - AMBEDKAR JAYANTI

डीजीपी प्रशांत कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सूबे की कानून-व्यवस्था को लेकर पुलिस कप्तानों को दिशा-निर्देश दिए.

डीजीपी यूपी की वीडियो कांफ्रेंसिंग.
डीजीपी यूपी की वीडियो कांफ्रेंसिंग. (Photo Credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : April 13, 2025 at 8:16 AM IST

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने 14 अप्रैल को भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर प्रभावी पुलिस प्रबंध और कानून-व्यवस्था को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग की. डीजीपी ने सभी पुलिस कप्तानों को जयंती के मौके पर पर्याप्त पुलिस प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि आयोजकों और संभ्रात नागरिकों के माध्यम से लोगों को प्रेरित किया जाए. इसके साथ ही सूबे में कानून-व्यवस्था, पुलिस भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों के सत्यापन, गो तस्करी समेत कई बिंदुओं पर निर्देशित किया.

डीजीपी ने खुफिया सूचना के आधार पर शरारती तत्वों को थानावार चिह्नित करते हुए सतर्क दृष्टि रखने की हिदायत दी. सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों पर भी सतर्क दृष्टि रखी जाए और भ्रामक सूचना प्रसारित होने पर उसका तत्काल प्रभावी खंडन किया जाए. उन्होंने यह भी कहा है कि जहां भी डॉ. अंबेडकर मूर्तियां स्थापित हैं, वहां समुचित पुलिस बंदोबस्त किया जाए.

इन बिंदुओं पर दिए दिशा-निर्देश

  • समस्त जनपदों को अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण के संबंध में पुलिस मुख्यालय स्थापना शाखा द्वारा उपलब्ध कराए गए डाटा संबंधी बुकलेट में अंकित टाइमलाइन के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
  • उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का नियमानुसार चिकित्सीय परीक्षण एवं चरित्र सत्यापन की कार्रवाई प्रारंभ की जानी है. इसके संबंध में जनपद प्रभारी द्वारा उन्हें समय से सूचित करा दिया जाए.
  • चिकित्सा परीक्षण में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का चरित्र सत्यापन तत्काल पूर्ण कराकर जनपद प्रभारी/नोडल अधिकारी द्वारा कार्रवाई प्रारंभ की जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो.
  • चरित्र सत्यापन का कार्य राजपत्रित अधिकारी के निकट पर्यवेक्षण में टाइमलाइन के अनुरूप पूर्ण किया जाए.
  • गोवध/गोतस्करी की रोकथाम के लिए कार्ययोजना बनाकर कार्रवाई की जाए. गोवध के प्रकरणों में गंभीरता से विवेचनात्मक कार्रवाई कराते हुए ऐसे प्रकरणों में संगठित गिरोहों का चिन्हांकन कर उनके विरूद्ध नियमानुसार संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
  • लव जिहाद के मामले में नियमानुसार त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
  • अपराध एवं मादक पदार्थो की तस्करी में लिप्त पुलिस कर्मियों के विरूद्ध Exemplary Action लिया जाए.
  • लापरवाह और अकर्मण्य पुलिस कर्मियों के विरूद्ध मुख्यालय स्तर से कार्रवाई की जाएगी.
  • गर्मी के मौसम के दृष्टिगत फायर बिग्रेड की गाड़ियां और इक्यूपमेंट को तैयारी की हालत मे रखा जाए और पहले ऐसे स्थान जहां पर आग लगने की घटनाएं अधिक हुई हैं, ऐसे स्थानों का चिन्हाकन कर अस्थायी चौकियों स्थापित की जाएं.
  • कानून-व्यवस्था की स्थिति में ड्रोन कैमरा, सीसीटीवी कैमरा, वीडियोग्राफी का समुचित उपयोग किया जाए
  • जनपदों में पुलिस जन शक्ति का समुचित उपयोग किया जाए तथा उनका संतुलित व्यवस्थापन किया जाए. बेसिक पुलिसिंग को मजबूत किया जाए.
  • थानों पर बीट सूचना तंत्र को और अधिक सुदृढ़ बनाएं और मिशन मोड में कार्य करें.
  • महाकुंभ-2025 के दौरान डिजिटल वारियर्स बनाया गया, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं. इस पर विशेष रूचि लेकर कालेजों, विश्वविद्यालयों आदि में युवाओं का प्रेरित कर अधिक से अधिक उन्हें जोड़ा जाएं.
  • जनपद के सोशल मीडिया सेल द्वारा विभिन्न प्लेटफार्म (ट्वीटर, फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम) पर प्रसारित होने वाली अफवाहों तथा आपत्तिजनक पोस्ट का तत्काल खंडन करते हुए समुचित विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए तथा मुख्यालय के सोशल मीडिया से निरंत समन्वय बनाए रखा जाए.
  • कमिश्नरेट/जनपदों में वक्फ संशोधन बिल के दृष्टिगत आसूचना तंत्र को और अधिक मजबूत कर लिया जाए और इस पर पहले से नजर रखी जाए.
  • दंगा नियंत्रण योजना का पुनः अभ्यास करा लिया जाए और संबंधित उपकरणों का निरीक्षण कर उन्हें तैयारी की हालत में रखा जाए और सभी कर्मचारियों की एंटी राइट इक्यूपमेंट के साथ ड्यूटी लगाई जाए.
  • अपराधिक घटना होने की स्थिति में अच्छी नाकेबंदी स्कीम तैयार कर लिया जाए.
  • प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए डिजास्टर मैनेजमेंट स्कीम की तैयारी पहले से कर ली जाए.
  • थानों के अभ्यस्त अपराधियों को चिन्हित कर उनकी नियमानुसार हिस्ट्री 3/12 की कार्रवाई की जाए तथा हिस्ट्रीशीटरों और सक्रिय अपराधियों की निगरानी की जाए.
  • थाने के बीट सिस्टम को रिवाइब कर उनका आवंटन किया जाए तथा कर्मचारियों को बीट में भेजकर उनके माध्यम से समन/वारंट का तामीला कराया जाए.
  • बीट बुक को अपडेट कराते हुए उसकी समय से चेकिंग की जाए.
  • ग्राम प्रधानी के छोटे से छोटे विवाद को गंभीरता से लेते हुए त्वरित निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और भूमि विवाद के मामलों में कार्रवाई की जाए.
  • आनर किलिंग, लव जिहाद व अवैध धर्मांतरण के प्रकरणों को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
  • पुलिस कर्मियों में अनुशासन को और अधिक दृढ़ करने के लिए जनपद प्रभारियों द्वारा नियमित परेड व गणना कराई जाए.
  • डा. भीमराव अंबेडकर जयंती को देखते हुए थाना अभिलेखों में विगत वर्षों की प्रविष्टियों का अध्ययन कर विगत वर्षों में कोई विवाद सामने आया हो तो संबंधित मजिस्ट्रेट से समन्वय स्थापित कर उसका त्वरित निस्तारण कराया जाए.
  • जुलूस तथा कार्यकम के आयोजकों के साथ वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर गोष्ठी कर ली जाए और वार्ता करके जुलूस का समय भी निर्धारित कर लिया जाए.
  • जुलूस के मार्गो पर यातायात और सुरक्षा को देखते हुए पुलिस व्यवस्थापन किया जाए.

यह भी पढ़ें: यूपी पुलिस सिपाही भर्ती: 60,244 पदों के लिए कब से शुरू होगा मेडिकल और ट्रेनिंग, जानिए पूरा शेड्यूल

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने 14 अप्रैल को भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर प्रभावी पुलिस प्रबंध और कानून-व्यवस्था को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग की. डीजीपी ने सभी पुलिस कप्तानों को जयंती के मौके पर पर्याप्त पुलिस प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि आयोजकों और संभ्रात नागरिकों के माध्यम से लोगों को प्रेरित किया जाए. इसके साथ ही सूबे में कानून-व्यवस्था, पुलिस भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों के सत्यापन, गो तस्करी समेत कई बिंदुओं पर निर्देशित किया.

डीजीपी ने खुफिया सूचना के आधार पर शरारती तत्वों को थानावार चिह्नित करते हुए सतर्क दृष्टि रखने की हिदायत दी. सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों पर भी सतर्क दृष्टि रखी जाए और भ्रामक सूचना प्रसारित होने पर उसका तत्काल प्रभावी खंडन किया जाए. उन्होंने यह भी कहा है कि जहां भी डॉ. अंबेडकर मूर्तियां स्थापित हैं, वहां समुचित पुलिस बंदोबस्त किया जाए.

इन बिंदुओं पर दिए दिशा-निर्देश

  • समस्त जनपदों को अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण के संबंध में पुलिस मुख्यालय स्थापना शाखा द्वारा उपलब्ध कराए गए डाटा संबंधी बुकलेट में अंकित टाइमलाइन के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
  • उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का नियमानुसार चिकित्सीय परीक्षण एवं चरित्र सत्यापन की कार्रवाई प्रारंभ की जानी है. इसके संबंध में जनपद प्रभारी द्वारा उन्हें समय से सूचित करा दिया जाए.
  • चिकित्सा परीक्षण में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का चरित्र सत्यापन तत्काल पूर्ण कराकर जनपद प्रभारी/नोडल अधिकारी द्वारा कार्रवाई प्रारंभ की जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो.
  • चरित्र सत्यापन का कार्य राजपत्रित अधिकारी के निकट पर्यवेक्षण में टाइमलाइन के अनुरूप पूर्ण किया जाए.
  • गोवध/गोतस्करी की रोकथाम के लिए कार्ययोजना बनाकर कार्रवाई की जाए. गोवध के प्रकरणों में गंभीरता से विवेचनात्मक कार्रवाई कराते हुए ऐसे प्रकरणों में संगठित गिरोहों का चिन्हांकन कर उनके विरूद्ध नियमानुसार संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
  • लव जिहाद के मामले में नियमानुसार त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
  • अपराध एवं मादक पदार्थो की तस्करी में लिप्त पुलिस कर्मियों के विरूद्ध Exemplary Action लिया जाए.
  • लापरवाह और अकर्मण्य पुलिस कर्मियों के विरूद्ध मुख्यालय स्तर से कार्रवाई की जाएगी.
  • गर्मी के मौसम के दृष्टिगत फायर बिग्रेड की गाड़ियां और इक्यूपमेंट को तैयारी की हालत मे रखा जाए और पहले ऐसे स्थान जहां पर आग लगने की घटनाएं अधिक हुई हैं, ऐसे स्थानों का चिन्हाकन कर अस्थायी चौकियों स्थापित की जाएं.
  • कानून-व्यवस्था की स्थिति में ड्रोन कैमरा, सीसीटीवी कैमरा, वीडियोग्राफी का समुचित उपयोग किया जाए
  • जनपदों में पुलिस जन शक्ति का समुचित उपयोग किया जाए तथा उनका संतुलित व्यवस्थापन किया जाए. बेसिक पुलिसिंग को मजबूत किया जाए.
  • थानों पर बीट सूचना तंत्र को और अधिक सुदृढ़ बनाएं और मिशन मोड में कार्य करें.
  • महाकुंभ-2025 के दौरान डिजिटल वारियर्स बनाया गया, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं. इस पर विशेष रूचि लेकर कालेजों, विश्वविद्यालयों आदि में युवाओं का प्रेरित कर अधिक से अधिक उन्हें जोड़ा जाएं.
  • जनपद के सोशल मीडिया सेल द्वारा विभिन्न प्लेटफार्म (ट्वीटर, फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम) पर प्रसारित होने वाली अफवाहों तथा आपत्तिजनक पोस्ट का तत्काल खंडन करते हुए समुचित विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए तथा मुख्यालय के सोशल मीडिया से निरंत समन्वय बनाए रखा जाए.
  • कमिश्नरेट/जनपदों में वक्फ संशोधन बिल के दृष्टिगत आसूचना तंत्र को और अधिक मजबूत कर लिया जाए और इस पर पहले से नजर रखी जाए.
  • दंगा नियंत्रण योजना का पुनः अभ्यास करा लिया जाए और संबंधित उपकरणों का निरीक्षण कर उन्हें तैयारी की हालत में रखा जाए और सभी कर्मचारियों की एंटी राइट इक्यूपमेंट के साथ ड्यूटी लगाई जाए.
  • अपराधिक घटना होने की स्थिति में अच्छी नाकेबंदी स्कीम तैयार कर लिया जाए.
  • प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए डिजास्टर मैनेजमेंट स्कीम की तैयारी पहले से कर ली जाए.
  • थानों के अभ्यस्त अपराधियों को चिन्हित कर उनकी नियमानुसार हिस्ट्री 3/12 की कार्रवाई की जाए तथा हिस्ट्रीशीटरों और सक्रिय अपराधियों की निगरानी की जाए.
  • थाने के बीट सिस्टम को रिवाइब कर उनका आवंटन किया जाए तथा कर्मचारियों को बीट में भेजकर उनके माध्यम से समन/वारंट का तामीला कराया जाए.
  • बीट बुक को अपडेट कराते हुए उसकी समय से चेकिंग की जाए.
  • ग्राम प्रधानी के छोटे से छोटे विवाद को गंभीरता से लेते हुए त्वरित निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और भूमि विवाद के मामलों में कार्रवाई की जाए.
  • आनर किलिंग, लव जिहाद व अवैध धर्मांतरण के प्रकरणों को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
  • पुलिस कर्मियों में अनुशासन को और अधिक दृढ़ करने के लिए जनपद प्रभारियों द्वारा नियमित परेड व गणना कराई जाए.
  • डा. भीमराव अंबेडकर जयंती को देखते हुए थाना अभिलेखों में विगत वर्षों की प्रविष्टियों का अध्ययन कर विगत वर्षों में कोई विवाद सामने आया हो तो संबंधित मजिस्ट्रेट से समन्वय स्थापित कर उसका त्वरित निस्तारण कराया जाए.
  • जुलूस तथा कार्यकम के आयोजकों के साथ वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर गोष्ठी कर ली जाए और वार्ता करके जुलूस का समय भी निर्धारित कर लिया जाए.
  • जुलूस के मार्गो पर यातायात और सुरक्षा को देखते हुए पुलिस व्यवस्थापन किया जाए.

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