अलीगढ़ : जिले में गर्मी शुरू होते ही बिजली संकट बढ़ गया है. ट्रांसफार्मर जलने की बढ़ती घटनाओं और राजस्व वसूली में लापरवाही को लेकर बिजली विभाग अब सख्त मूड में नजर आ रहा है. कार्यों में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों और अभियंताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है.
मुख्य अभियंता एके वर्मा ने एक अधीक्षण अभियंता (SE), 6 अधिशासी अभियंता (EXEN), 4 उपखंड अधिकारी (SDO) और 41 अवर अभियंताओं (JE) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इन सभी को तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं.
मुख्य अभियंता की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक इन अधिकारियों और अभियंताओं पर 3 प्रमुख मोर्चों पर लापरवाही के आरोप हैं. इसमें बिजनेस प्लान में रुचि की कमी प्रमुख है. विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में रुचि न लेना, जिससे उपभोक्ताओं को सुविधाएं समय से नहीं मिल पा रही है.
यह भी पता चला कि बकाया बिलों की वसूली की रफ्तार बेहद धीमी है. इससे विभाग को भारी राजस्व हानि हो रही है. ट्रांसफार्मर की अनदेखी की जा रही है. गर्मी के मौसम में ट्रांसफार्मर की क्षमता और स्थिति की नियमित जांच जरूरी है. लेकिन इसमें भी ढिलाई बरती जा रही है, जिससे आए दिन ट्रांसफार्मर फुंकने की घटनाएं बढ़ रहीं हैं.
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शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक ट्रांसफार्मर फुंकने की घटनाएं आम होती जा रही हैं. ओवरलोडिंग और समय से रख-रखाव न होने के कारण उपभोक्ताओं को घंटों बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है. विभाग ने पहले ही सख्त आदेश जारी किए थे कि सभी इलाकों में ट्रांसफार्मरों की जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाए, लेकिन अधिकांश अधिकारियों ने इस पर अमल नहीं किया.
मुख्य अभियंता ने साफ किया है कि यदि तीन दिन के भीतर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. साथ ही लापरवाही बरतने वालों को तत्काल प्रभाव से जिम्मेदारी से हटाया जा सकता है.
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