लखनऊ : यूपी की सबसे हाईटेक प्रयोगशाला इंफोसिस के सहयोग से डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय में स्थापित किया गया है. अब इस प्रयोगशाला को ऑन ह्वील करने की योजना है. जिसमें बस में प्रयोगशाला बनाई जाएगी जो प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में जाएगी. इस ऑन ह्वील प्रयोगशाला की खास बात है कि यह छात्रों को ड्रोन से लेकर थ्रीडी प्रिटिंग और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) में दक्ष बनाएगी.
एआई का प्रयोग जीवन के हर क्षेत्र में तेजी से बढ़ने लगा है और दुनिया में इसका तीसरा वर्जन काम करने लगा है. इसे लेकर एकेटीयू अपने छात्रों को तकनीक के प्रत्येक चरण से अपडेट करने के लिए लैब ऑन ह्वील को उनके महाविद्यालयों तक ले जाएगा. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय में प्रदेश का पहला हाइटेक मेकर्स लैब स्थापित करने वाला पहला विश्वविद्यालय बन गया है. इसे इंफोसिस ने सीएसआर के तहत 5 करोड़ की लागत से तैयार किया है. लड़ाकू विमान बनाने वाली फ्रांस की प्रसिद्ध कंपनी डसाल्ट और भारत की ब्रह्मोस कंपनी विश्वविद्यालय में सेंटर आफ एक्सिलेंस स्थापित कर रही है. मेकर्स लैब में छात्र अपने प्रोजेक्ट्स को मूर्त रूप दे सकेंगे. मेकर्स लैब लगभग बनकर तैयार है जो अब ऑन ह्वील करने की योजना है. जबकि सेंटर ऑफ एक्सिलेंस जुलाई-अगस्त तक शुरू हो सकते हैं.

देश के चुनिंदा शहरों में है मेकर्स लैब : एकेटीयू की लाइब्रेरी के एक हिस्से में करीब 24 सौ स्क्वायर फीट जगह पर बनी मेकर्स लैब अपने आप में बेहद खास है. इसमें 25 हाईटेक वर्किंग स्टेशन है जिस पर बैठकर छात्र अपने प्रोजेक्ट को आकार देंगे. इसके अलावा 2 राउंड टेबल, कान्फ्रेंसिंग एरिया, हाईटेबल और रिसेप्सन हैं. यहां करीब 19 हजार आनलाइन कोर्सेस भी निशुल्क उपलब्ध होंगे. मैकर्स लैब अब तक चैन्नई, बंगलौर, चंडीगढ़ और मैसूर में उपलब्ध है.
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