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झालावाड़ एयरपोर्ट का रनवे बनकर तैयार, अथॉरिटी के अधिकारियों ने किया सर्वे - Jhalawar airport - JHALAWAR AIRPORT

झालावाड़ एयरपोर्ट का रनवे बनकर तैयार हो गया है. इसको लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने रनवे का सर्वे किया है.

झालावाड़ एयरपोर्ट
झालावाड़ एयरपोर्ट (ETV Bharat Jhalawar)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : October 6, 2024 at 3:55 PM IST

3 Min Read

झालावाड़: पंडित दीनदयाल हवाई पट्टी को लेकर इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी से जुड़े अधिकारियों की एक विशेष टीम ने झालावाड़ का दौरा किया. अधिकारियों ने झालावाड़ एयरपोर्ट के रनवे का बारीकी से निरीक्षण किया. बाद में रनवे पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक तेज रफ्तार पर कार को दौड़ा रनवे के मापदंड को परखा. निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने यहां आने वाले समय में हवाई संभावनाओं को लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से चर्चा की. वहीं, हवाई पट्टी पर आगामी दिनों में विकसित की जाने वाली सुविधाओं जैसे लाइटिंग, टैक्सी वे, एप्रोच रोड संबंधित अन्य सुविधाओं का सर्वे किया. अधिकारियों ने यहां रनवे व एयरपोर्ट में मौजूद खामियों को दूर करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए.

फ्रिक्शन टेस्ट में रनवे हुआ पास : सार्वजनिक निर्माण विभाग के एक्सईएन हुकुमचंद मीणा ने बताया कि इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से हवाई पट्टी पर फ्रिक्शन टेस्ट (घर्षण) टेस्ट किया जा चुका है. किसी रनवे पर हवाई यान को उतारने के लिए फ्रिक्शन क्षमता 74 न्यूटन से कम नहीं होना चाहिए. एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से किए गए सर्वे में झालावाड़ रनवे की फ्रिक्शन क्षमता 82 से 84 न्यूटन के बीच पाई गई है. ऐसे में यहां पर सभी तरह के हवाई यान उतारे जा सकते हैं.

पढ़ें. स्वर्णनगरी पहुंचा उम्मीदों का पहला विमान, दिल्ली और मुंबई से हवाई सेवा से जुड़ा जैसलमेर - Air Service From Jaisalmer

10 से लेकर 150 से अधिक सीट वाले विमान उतरेंगे : हुकुमचंद मीणा ने बताया कि झालावाड़ एयरपोर्ट पर स्थित रेनवे की कुल लंबाई 3 किलोमीटर है, जबकि यहां 60 मीटर चौड़ी हवाई पट्टी है. ऐसे में 45 मीटर से अधिक चौड़ी हवाई पट्टी पर 10 से लेकर 150 सीट से अधिक यात्रियों वाले हवाई विमानों को आसानी से उतारा जा सकता है. एयरपोर्ट से जुड़ी कार्रवाई के लिए विभाग की ओर से भारतीय विमान प्राधिकरण को अवगत करा दिया गया है.

सार्वजनिक निर्माण विभाग के एक्सईएन हुकुमचंद मीणा (ETV Bharat Jhalawar)

एयरपोर्ट पर लाइटिंग, टैक्सी वे का होगा निर्माण : उन्होंने बताया कि झालावाड़ एयरपोर्ट रनवे पर दिन में हवाई यान उतारने में कोई समस्या नहीं है. रात के समय या खराब मौसम होने पर हवाई पट्टी पर लाइटिंग की आवश्यकता होती है. इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी को लिखा जा चुका है. यहां पर 18 करोड़ रुपए से टैक्सी वे का निर्माण होगा. वहीं, 15 करोड़ की ड्रेन तैयार की जाएगी, जिनकी टेंडर प्रक्रिया फिलहाल जारी है.

फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल की होगी शुरुआत : उन्होंने बताया कि सरकार की कैबिनेट मीटिंग में प्रदेश में तीन एयर स्ट्रिप पर फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल खोले जाने की सहमति बनी है, जिसमें से किशनगढ़, भीलवाड़ा के साथ झालावाड़ का भी नाम है. यहां भी जल्द फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल शुरू हो सकेगा. फ्लाइंग स्कूल के एप्रोच रोड के लिए 4 करोड़ की डिमांड की गई है. उन्होंने कहा कि किसी भी फ्लाइंग ट्रेनिंग के लिए यह रनवे पूरी तरह से मुफीद है.

झालावाड़: पंडित दीनदयाल हवाई पट्टी को लेकर इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी से जुड़े अधिकारियों की एक विशेष टीम ने झालावाड़ का दौरा किया. अधिकारियों ने झालावाड़ एयरपोर्ट के रनवे का बारीकी से निरीक्षण किया. बाद में रनवे पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक तेज रफ्तार पर कार को दौड़ा रनवे के मापदंड को परखा. निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने यहां आने वाले समय में हवाई संभावनाओं को लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से चर्चा की. वहीं, हवाई पट्टी पर आगामी दिनों में विकसित की जाने वाली सुविधाओं जैसे लाइटिंग, टैक्सी वे, एप्रोच रोड संबंधित अन्य सुविधाओं का सर्वे किया. अधिकारियों ने यहां रनवे व एयरपोर्ट में मौजूद खामियों को दूर करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए.

फ्रिक्शन टेस्ट में रनवे हुआ पास : सार्वजनिक निर्माण विभाग के एक्सईएन हुकुमचंद मीणा ने बताया कि इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से हवाई पट्टी पर फ्रिक्शन टेस्ट (घर्षण) टेस्ट किया जा चुका है. किसी रनवे पर हवाई यान को उतारने के लिए फ्रिक्शन क्षमता 74 न्यूटन से कम नहीं होना चाहिए. एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से किए गए सर्वे में झालावाड़ रनवे की फ्रिक्शन क्षमता 82 से 84 न्यूटन के बीच पाई गई है. ऐसे में यहां पर सभी तरह के हवाई यान उतारे जा सकते हैं.

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10 से लेकर 150 से अधिक सीट वाले विमान उतरेंगे : हुकुमचंद मीणा ने बताया कि झालावाड़ एयरपोर्ट पर स्थित रेनवे की कुल लंबाई 3 किलोमीटर है, जबकि यहां 60 मीटर चौड़ी हवाई पट्टी है. ऐसे में 45 मीटर से अधिक चौड़ी हवाई पट्टी पर 10 से लेकर 150 सीट से अधिक यात्रियों वाले हवाई विमानों को आसानी से उतारा जा सकता है. एयरपोर्ट से जुड़ी कार्रवाई के लिए विभाग की ओर से भारतीय विमान प्राधिकरण को अवगत करा दिया गया है.

सार्वजनिक निर्माण विभाग के एक्सईएन हुकुमचंद मीणा (ETV Bharat Jhalawar)

एयरपोर्ट पर लाइटिंग, टैक्सी वे का होगा निर्माण : उन्होंने बताया कि झालावाड़ एयरपोर्ट रनवे पर दिन में हवाई यान उतारने में कोई समस्या नहीं है. रात के समय या खराब मौसम होने पर हवाई पट्टी पर लाइटिंग की आवश्यकता होती है. इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी को लिखा जा चुका है. यहां पर 18 करोड़ रुपए से टैक्सी वे का निर्माण होगा. वहीं, 15 करोड़ की ड्रेन तैयार की जाएगी, जिनकी टेंडर प्रक्रिया फिलहाल जारी है.

फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल की होगी शुरुआत : उन्होंने बताया कि सरकार की कैबिनेट मीटिंग में प्रदेश में तीन एयर स्ट्रिप पर फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल खोले जाने की सहमति बनी है, जिसमें से किशनगढ़, भीलवाड़ा के साथ झालावाड़ का भी नाम है. यहां भी जल्द फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल शुरू हो सकेगा. फ्लाइंग स्कूल के एप्रोच रोड के लिए 4 करोड़ की डिमांड की गई है. उन्होंने कहा कि किसी भी फ्लाइंग ट्रेनिंग के लिए यह रनवे पूरी तरह से मुफीद है.

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