झालावाड़: जिला जल्द ही हवाई सेवा से जुड़ने जा रहा है. यहां कोलाना हवाई पट्टी पर डबल इंजन का प्लेन उतारने की तैयारी की जा रही है. सब कुछ ठीक रहा तो यहां से 12 अप्रैल को हवाई सेवा की शुरुआत हो जाएगी.
सार्वजनिक निर्माण विभाग के एक्सईएन हुकुमचंद मीणा ने बताया कि झालावाड़ कोलाना एयरपोर्ट से हवाई सेवा की शुरुआत करने की तैयारी काफी समय से की जा रही थी. ऐसे में आगामी 12 अप्रैल को दोपहर में दिल्ली से डबल इंजन का प्लेन झालावाड़ कोलाना हवाई पट्टी पर उतरेगा. यहां से वसुंधरा राजे और सांसद दुष्यंत सिंह प्लेन में बैठकर हवाई यात्रा की शुरुआत करेंगे. झालावाड़ जिले में विधिवत रूप से हवाई सेवा की शुरुआत हो जाएगी. यह प्लेन 16 सीटर का होगा.
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हवाई सेवा का है इंतजार: उन्होंने कहा कि हवाई सेवा के लिए शहरवासियों को बेसब्री से इंतजार है. प्लेन उतरने को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है. यहां से हवाई यात्रा के शुरू होने से जिले और अन्य लोगों को भी हवाई सफर की सुविधा मिलेगी. कोलाना हवाई पट्टी पर सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है.
उत्तर भारत का सबसे बड़ा रनवे है: गौरतलब है कि झालावाड़ के गागरोन के समीप स्थित कोलाना एयर स्ट्रिप हाल के दिनों में चर्चा में आई थी. यहां साल 2024 के अंत तक एयर स्ट्रिप रनवे का विस्तार कर इसे 3 हजार 120 मीटर तक बढ़ा दिया गया था. ऐसे में कोलाना एयरपोर्ट पर स्थित रनवे उत्तर भारत के तीन सबसे बड़े रनवे में शामिल हो गया. इससे पूर्व उत्तर भारत के बड़े शहरों जालंधर तथा कुशीनगर में इस तरह की एयर स्ट्रिप मौजूद है. ऐसे में कोलाना एयर स्ट्रिप का विस्तार होने से यहां पर अब बड़ी बोइंग 747 जैसी एयरबेस को भी आसानी से उतारा जा सकता है.
राज्य के अधीन है कोलाना एयरपोर्ट: झालावाड़ की कोलाना हवाई पट्टी प्रदेश सरकार के अधीन है. सरकार ने यहां मध्यम आकार के विमानों का संचालन करने के लिए हवाई अड्डे का विस्तार करने की योजना बनाई थी. इसकी लागत 159 करोड़ रुपए है. यह काम दो चरणों में पूरा हुआ है. यहां पहले चरण में 125 करोड़ रुपए की लागत से रनवे को 2,350 मीटर तक बढ़ाया गया था. इसके बाद दूसरे चरण में 34 करोड़ रुपये खर्च कर मौजूदा रनवे को 3120 मीटर तक बढ़ा दिया गया है.
23.5 एकड़ में फैला है हवाई अड्डा: यह एयरपोर्ट 23.5 एकड़ में फैला हुआ है. यहां दो छोटे विमानों के लिए 2340 वर्ग मीटर का एप्रन है. एयरपोर्ट पर 466 वर्ग मीटर में फैले एक टर्मिनल भवन का भी निर्माण किया गया है. मौजूद एयर स्ट्रिप की चौड़ाई 60 मीटर है.