झालावाड़: जिले के झालरापाटन महाराजा हरिश्चंद्र कृषि उपज मंडी में भारतीय किसान संघ की ओर से आयोजित किसान अधिवेशन का सोमवार को समापन हो गया. अधिवेशन के समापन सत्र में किसान शक्ति संगम सभा का आयोजन किया गया. बाद में सैकड़ों किसानों ने झालावाड़ मिनी सचिवालय की ओर कुच किया. इस दौरान अधिवेशन में पहुंचे सैकड़ों किसान बैलगाड़ियों और ट्रैक्टरों में सवार होकर वाहन रैली निकालते हुए झालावाड़ के मिनी सचिवालय पहुंचे, जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के नाम विभिन्न मांगों को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी मोहन मिश्र ने कहा कि सरकार से हम पानी ही तो मांग रहे हैं, जिसे सरकार को केवल खेत तक पहुंचाने की व्यवस्था करनी है. पानी नहीं दे सकते तो बिजली ही दे दो. सोयाबीन के भी दाम गिरते-गिरते लागत मूल्य से भी कम हो गए हैं. सरकार को इस पर बोनस देना चाहिए. सरकारों को हर खेत को पानी देने का वादा करते-करते 70 साल हो गए, लेकिन अभी तक खेत तक पानी नहीं पहुंचा पाई है.
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मोहन मिश्र ने चेतावनी देते कहा कि हम देश का अहित नहीं चाहते, लेकिन सरकार इसे हमारी मजबूरी भी ना समझे. उन्होंने कहा कि सरकार ने 24 घंटे बिजली देने का वादा किया था, लेकिन वो पूरा नहीं हुआ. सरकार आईने में अपना चेहरा देखे.
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने अपने हाथों में नारे लिखी तख्तियां ले रखी थी. मिनी सचिवालय में सांकेतिक प्रदर्शन के बाद भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलेक्टर से मिलकर मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने सोयाबीन की एमएसपी को बढ़ाकर और सोयाबीन पर बोनस देने की मांग की. वहीं, पेयजल, बीमा, मंडी, सिंचाई, विद्युत संबंधी विभिन्न समस्याओं के बारे में बात की. किसान रैली झालरापाटन कृषि मंडी प्रांगण से प्रारंभ हुई जो गिंदोर, खंडिया चौराहा, खेल संकुल होते हुए मिनी सचिवालय पहुंची.