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पूरी हो गई थी तैयारियां, अगले दिन आनी थी बारात, छतरपुर प्रशासन ने बाल विवाह रुकवाया - MINOR GIRL MARRIAGE STOPPED

छतरपुर में बाल विवाह का शिकार होने से बची नाबालिग लड़की. महिला बाल विकास की टीम ने पुलिस के साथ पहुंचकर लड़की का विवाह रुकवाया.

Minor marriage stopped Chhatarpur
बाल विवाह का शिकार होने से बची नाबालिग लड़की (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : June 6, 2025 at 11:31 PM IST

3 Min Read

छतरपुर: बाल विवाह के खिलाफ लगातार जागरूकता अभियान चलाए जाने के बावजूद यह सामाजिक बुराई अब भी जारी है. बुंदेलखंड के छतरपुर में कुछ लोग आज भी इस कुप्रथा को नही छोड़ पा रहे हैं. हालांकि नौगांव थाना इलाके में होने वाले एक बाल विवाह को प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए रोक दिया. जिससे एक बेटी बाल विवाह का शिकार होने से बच गई. सूचना पर महिला बाल विकास की टीम ने पुलिस के साथ पहुंचकर लड़की का विवाह रुकवाया ओर परिजनो को समझाइश दी.

शादी की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं, कल आनी थी बारात

दरसल 6 जून यानी शुक्रवार को नौगांव थाना इलाके के तीदनी रोड स्थित एक फार्म हाउस पर फार्म हाउस पर काम करने वाले शख्स की नाबालिग बेटी के विवाह की तैयारी चल रही थी. शादी की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं, रस्में भी शुरू हो चुकी थीं और बारात के आने की तैयारी थी. तभी सूचना पर महिला बाल विकास की टीम हरकत में आई और प्रस्तावित शादीस्थल पर आ धमकी.

टीम ने मौके पर पहुंचकर पहले तो परिवार से बात की और नाबालिग लड़की को समझाइश दी. इसके बाद परिजनों को स्पष्ट निर्देश दिए कि बालिग होने से पहले बच्ची शादी नहीं की जा सकती. प्रशासन की सख्ती और समझाइश के बाद परिजन माने और उन्होंने बारात को रुकवाने की सूचना दे दी.

मामले में परियोजना अधिकारी नौगांव अनिल नामदेव ने कहा, चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से सूचना मिली थी. तुरंत टीम मौके पर पहुंची और शनिवार को होने वाले विवाह को रुकवाया गया.

अधिकारियों ने मौके पर मौजूद सभी लोगों के कथन भी लिए पंचनामा बनाया गया. साथ ही परिवार को चेतावनी दी गई कि यदि भविष्य में बाल विवाह का प्रयास किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. विवाह ना हो पाने से एक नाबालिक बेटी का भविष्य अंधकार में जाने से बच गया. कार्रवाई के दौरान नोगाव के परियोजना अधिकारी अनिल कुमार नामदेव, पर्यवेक्षक दीप्ति रावत, मनोहर कुशवाहा, सौरभ मिश्रा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता विनीता तिवारी, ग्राम पंचायत से प्रेमचंद अहिरवार, तथा पुलिस विभाग से प्रदीप मिश्रा, पहलाद पटेल और कृष्ण कुमार मौके पर मौजूद रहे.

महिला बाल विकास टीम ने अब तक 36 विवाह रुकवाए

वहीं छतरपुर जिले के महिला बाल विकास अधिकारी राजीव सिंह ने बताया " जिले में अब तक 36 विवाह रुकवाए गए हैं. सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुँचती है. शादी के लिए जरूरी कागजात मांगे जाते हैं. जाँच की जाती है. कमी पाए जाने पर शादी को रुकवाया जाता है और समझाइस दी जाती है.

छतरपुर: बाल विवाह के खिलाफ लगातार जागरूकता अभियान चलाए जाने के बावजूद यह सामाजिक बुराई अब भी जारी है. बुंदेलखंड के छतरपुर में कुछ लोग आज भी इस कुप्रथा को नही छोड़ पा रहे हैं. हालांकि नौगांव थाना इलाके में होने वाले एक बाल विवाह को प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए रोक दिया. जिससे एक बेटी बाल विवाह का शिकार होने से बच गई. सूचना पर महिला बाल विकास की टीम ने पुलिस के साथ पहुंचकर लड़की का विवाह रुकवाया ओर परिजनो को समझाइश दी.

शादी की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं, कल आनी थी बारात

दरसल 6 जून यानी शुक्रवार को नौगांव थाना इलाके के तीदनी रोड स्थित एक फार्म हाउस पर फार्म हाउस पर काम करने वाले शख्स की नाबालिग बेटी के विवाह की तैयारी चल रही थी. शादी की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं, रस्में भी शुरू हो चुकी थीं और बारात के आने की तैयारी थी. तभी सूचना पर महिला बाल विकास की टीम हरकत में आई और प्रस्तावित शादीस्थल पर आ धमकी.

टीम ने मौके पर पहुंचकर पहले तो परिवार से बात की और नाबालिग लड़की को समझाइश दी. इसके बाद परिजनों को स्पष्ट निर्देश दिए कि बालिग होने से पहले बच्ची शादी नहीं की जा सकती. प्रशासन की सख्ती और समझाइश के बाद परिजन माने और उन्होंने बारात को रुकवाने की सूचना दे दी.

मामले में परियोजना अधिकारी नौगांव अनिल नामदेव ने कहा, चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से सूचना मिली थी. तुरंत टीम मौके पर पहुंची और शनिवार को होने वाले विवाह को रुकवाया गया.

अधिकारियों ने मौके पर मौजूद सभी लोगों के कथन भी लिए पंचनामा बनाया गया. साथ ही परिवार को चेतावनी दी गई कि यदि भविष्य में बाल विवाह का प्रयास किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. विवाह ना हो पाने से एक नाबालिक बेटी का भविष्य अंधकार में जाने से बच गया. कार्रवाई के दौरान नोगाव के परियोजना अधिकारी अनिल कुमार नामदेव, पर्यवेक्षक दीप्ति रावत, मनोहर कुशवाहा, सौरभ मिश्रा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता विनीता तिवारी, ग्राम पंचायत से प्रेमचंद अहिरवार, तथा पुलिस विभाग से प्रदीप मिश्रा, पहलाद पटेल और कृष्ण कुमार मौके पर मौजूद रहे.

महिला बाल विकास टीम ने अब तक 36 विवाह रुकवाए

वहीं छतरपुर जिले के महिला बाल विकास अधिकारी राजीव सिंह ने बताया " जिले में अब तक 36 विवाह रुकवाए गए हैं. सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुँचती है. शादी के लिए जरूरी कागजात मांगे जाते हैं. जाँच की जाती है. कमी पाए जाने पर शादी को रुकवाया जाता है और समझाइस दी जाती है.

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