हरिद्वार: शराय क्षेत्र के पास स्थित हरिलोक कॉलोनी में सिंचाई विभाग की जमीन पर बनी अवैध मजार को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेशभर में अवैध धार्मिक स्थलों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई. इससे पहले, जिला प्रशासन ने कुछ दिन पहले नोटिस जारी किया था. जिसकी समय सीमा समाप्त होते ही बुलडोजर कार्रवाई को अंजाम दिया गया. कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रही, ताकि किसी भी तनावपूर्ण स्थिति से निपटा जा सके. मौके पर एसडीएम अजय वीर समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.
अवैध निर्माण बख्शा नहीं जाएगा: प्रशासन ने साफ किया कि अवैध धार्मिक संरचनाओं को हटाने का अभियान जारी रहेगा और अगले चरणों में अन्य अवैध निर्माणों पर भी कार्रवाई होगी. अधिकारियों के मुताबिक, यह कार्रवाई किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं बल्कि सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने की नीति का हिस्सा है. इसी स्थानीय प्रशासन ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है.
अब तक 10 मदरसों को किया सील: हरिद्वार के एसडीएम अजय वीर सिंह ने बताया कि अब तक एक दर्जन से अधिक अवैध मजारों को हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा ध्वस्त किया गया है. हरिद्वार क्षेत्र के मदरसों को सील करने की बात करें तो अब तक 10 मदरसों को हरिद्वार क्षेत्र में सील किया गया है.
जारी है प्रशासन की कार्रवाई: गौर हो कि 27 मार्च को हरिद्वार सुमन नगर क्षेत्र में प्रशासन ने एक अवैध मजार को ध्वस्त किया था, जो सिंचाई विभाग की जमीन पर बना था. अवैध मजार पर कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा. बताते चलें कि प्रदेश में अभी तक 136 मदरसों को सील किया जा चुका है. उत्तराखंड सरकार को जो रिपोर्ट मिली है उसके मुताबिक प्रदेश में 500 अवैध मदरसे चल रहे हैं.
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