जयपुर: राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच अब मानसून का इंतजार जोर पकड़ने लगा है. इसी बीच मौसम विभाग (IMD) ने मानसून के आगमन को लेकर अहम जानकारी दी है. विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से और निकोबार द्वीप समूह तक पहुंच चुका है. अगले तीन से चार दिनों में यह और आगे बढ़ेगा और समय से पहले केरल में दस्तक दे सकता है. यदि इसी रफ्तार से यह आगे बढ़ा, तो राजस्थान में मानसून की एंट्री 18 से 20 जून के बीच हो सकती है. इससे पहले देश के कई राज्यों में बारिश शुरू हो सकती है.
इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश: इस बार मानसून सामान्य से अधिक बारिश ला सकता है. पिछले दो दिनों में निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. मौसम विभाग पहले ही अल नीनो की आशंका को नकार चुका है, जो सामान्य से कम बारिश का संकेत देती है. गौरतलब है कि भारत का कृषि क्षेत्र मानसून पर अत्यधिक निर्भर है, जो 42 प्रतिशत आबादी को आजीविका देता है और देश के जीडीपी में लगभग 18 प्रतिशत योगदान करता है.
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आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून को केरल में पहुंचता है, लेकिन यदि इस बार यह पहले पहुंचता है, तो यह 2009 के बाद पहली बार होगा. वर्ष 2009 में मानसून ने 23 मई को दस्तक दी थी. भारत में मानसून के आधिकारिक आगमन की पुष्टि तब होती है, जब यह केरल में प्रवेश करता है. आमतौर पर यह 8 जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है.