ETV Bharat / state

बजरी माफिया से सांठगांठ: एसीबी ने अपने ASP और दो दलालों को गिरफ्तार किया - ACB ACTION

सवाई माधोपुर में बजरी माफिया से मिलीभगत के आरोप में एसीबी ने अपने एएसपी और दो दलालों को गिरफ्तार कर जांच शुरू की है.

बजरी माफिया से सांठगांठ
एसीबी ऑफिस जयपुर (ETV Bharat Jaipur)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 19, 2025 at 10:20 PM IST

Updated : May 20, 2025 at 8:45 AM IST

2 Min Read

जयपुर: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अपने ही एएसपी और दो दलालों को बजरी माफिया से सांठगांठ और सवाई माधोपुर में सरकारी अधिकारियों से अवैध वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया है. तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है, जिसमें लाखों रुपए की नकदी मिलने की संभावना जताई जा रही है. फिलहाल, एसीबी अधिकारी आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं. यह पूरा मामला सवाई माधोपुर में बजरी के अवैध खनन से जुड़ा है. पूछताछ के बाद एसीबी तीनों को गिरफ्तार कर सकती है.

एसीबी को मिली थी दलाल रामराज की शिकायत: एसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि सवाई माधोपुर में तत्कालीन एएसपी सुरेंद्र शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार की लगातार शिकायतें मिल रही थीं. इन शिकायतों में सामने आया कि निजी व्यक्ति रामराज मीणा बजरी के अवैध खनन को संरक्षण देने के एवज में विभागों के अधिकारियों और दलालों के जरिये अवैध रूप से राशि वसूल रहा था.

इसे भी पढ़ें- दौसा में पॉक्सो मामले में डीएसपी का दलाल रिश्वत लेते गिरफ्तार, कार्रवाई के बाद डीएसपी और रीडर हुआ फरार

मोबाइल सर्विलांस से हुआ खुलासा: एसीबी ने रामराज मीणा का मोबाइल सर्विलांस पर लिया तो जांच में खुलासा हुआ कि तत्कालीन एएसपी सुरेंद्र शर्मा सरकारी अधिकारियों को डरा-धमकाकर चौथवसूली कर रहे थे. उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए शराब ठेकेदारों से शराब की बोतलें भी लीं. जांच में यह भी सामने आया कि रामराज मीणा और प्रदीप उर्फ बंटी के माध्यम से डीटीओ और अन्य अधिकारियों से हर महीने मोटी रकम वसूली जा रही थी.

झूठी रिकॉर्डिंग का भय दिखाकर लेते थे घूस: जांच में यह भी सामने आया है कि एएसपी सुरेंद्र शर्मा सरकारी अधिकारियों को झूठी रिकॉर्डिंग का भय दिखाकर मामले को अपने स्तर पर निपटाने के नाम पर रिश्वत लेते थे. पुलिस अधिकारियों से भी रिश्वत मांगने के प्रमाण मिले हैं. डीआईजी राजेश सिंह के सुपरविजन में एएसपी विशनाराम आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं और उनके ठिकानों पर सर्च अभियान जारी है.

जयपुर: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अपने ही एएसपी और दो दलालों को बजरी माफिया से सांठगांठ और सवाई माधोपुर में सरकारी अधिकारियों से अवैध वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया है. तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है, जिसमें लाखों रुपए की नकदी मिलने की संभावना जताई जा रही है. फिलहाल, एसीबी अधिकारी आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं. यह पूरा मामला सवाई माधोपुर में बजरी के अवैध खनन से जुड़ा है. पूछताछ के बाद एसीबी तीनों को गिरफ्तार कर सकती है.

एसीबी को मिली थी दलाल रामराज की शिकायत: एसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि सवाई माधोपुर में तत्कालीन एएसपी सुरेंद्र शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार की लगातार शिकायतें मिल रही थीं. इन शिकायतों में सामने आया कि निजी व्यक्ति रामराज मीणा बजरी के अवैध खनन को संरक्षण देने के एवज में विभागों के अधिकारियों और दलालों के जरिये अवैध रूप से राशि वसूल रहा था.

इसे भी पढ़ें- दौसा में पॉक्सो मामले में डीएसपी का दलाल रिश्वत लेते गिरफ्तार, कार्रवाई के बाद डीएसपी और रीडर हुआ फरार

मोबाइल सर्विलांस से हुआ खुलासा: एसीबी ने रामराज मीणा का मोबाइल सर्विलांस पर लिया तो जांच में खुलासा हुआ कि तत्कालीन एएसपी सुरेंद्र शर्मा सरकारी अधिकारियों को डरा-धमकाकर चौथवसूली कर रहे थे. उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए शराब ठेकेदारों से शराब की बोतलें भी लीं. जांच में यह भी सामने आया कि रामराज मीणा और प्रदीप उर्फ बंटी के माध्यम से डीटीओ और अन्य अधिकारियों से हर महीने मोटी रकम वसूली जा रही थी.

झूठी रिकॉर्डिंग का भय दिखाकर लेते थे घूस: जांच में यह भी सामने आया है कि एएसपी सुरेंद्र शर्मा सरकारी अधिकारियों को झूठी रिकॉर्डिंग का भय दिखाकर मामले को अपने स्तर पर निपटाने के नाम पर रिश्वत लेते थे. पुलिस अधिकारियों से भी रिश्वत मांगने के प्रमाण मिले हैं. डीआईजी राजेश सिंह के सुपरविजन में एएसपी विशनाराम आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं और उनके ठिकानों पर सर्च अभियान जारी है.

Last Updated : May 20, 2025 at 8:45 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.