रायपुर: छत्तीसगढ़ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गुरुवार को राज्य के सुकमा जिले में वन विभाग के एक कर्मचारी के परिसर से 26.63 लाख रुपये की नकदी जब्त की. यह छापेमारी कथित तेंदू पत्ता पारिश्रमिक गबन मामले में की गई.
एंटी करप्शन ब्यूरो की रेड: एसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के सहयोग से परिसरों पर छापे मारे गए, जिनमें पूर्व सीपीआई विधायक और आदिवासी नेता मनीष कुंजाम, सुकमा के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) राजशेखर पुराणिक के कार्यालय में कर्मचारी और प्राथमिक लघु वनोपज समितियों के प्रबंधकों के परिसर शामिल हैं. उन्होंने बताया कि तलाशी के दौरान पुराणिक के आवास से 26,63,700 रुपये नकद जब्त किए गए.
अहम सबूत बरामद: छापेमारी के दौरान मामले से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कई बैंक खाते और निवेश से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए. उन्होंने बताया कि दस्तावेजों का विश्लेषण और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.उन्होंने बताया कि दस्तावेजों का विश्लेषण और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
वन विभाग सुकमा: सुकमा वन प्रभाग के तत्कालीन डीएफओ अशोक कुमार पटेल ने कथित तौर पर अपने पद का दुरुपयोग किया और वन विभाग के अधिकारियों और सुकमा में विभिन्न प्राथमिक लघु वनोपज समितियों के प्रबंधकों और पदाधिकारियों के साथ मिलीभगत करके वर्ष 2021 और 2022 के लिए तेंदू पत्ता संग्राहकों को पारिश्रमिक के रूप में वितरित किए जाने वाले लगभग 7 करोड़ रुपये का बड़ा हिस्सा हड़प लिया. उन्होंने बताया कि गबन की गई राशि का एक हिस्सा कथित तौर पर कुछ निजी व्यक्तियों को भी दिया गया था.
आय से अधिक संपत्ति: उन्होंने बताया कि इस संबंध में 8 अप्रैल को ईओडब्ल्यू में मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद गुरुवार को छापेमारी की गई. अधिकारी ने बताया कि हाल ही में मामले के मुख्य आरोपी पटेल, जिन्हें निलंबित कर दिया गया है, के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज किया गया था और उनके परिसरों पर छापेमारी की गई थी.
(सोर्स पीटीआई)