बूंदी: ठेकेदारों के भुगतान नहीं करने से अवसाद में आए जिले के नैनवां थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुरा गांव के एक युवक ने आत्महत्या कर ली. इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया. मामला बढ़ता देख आसपास के थानों से पुलिस बुलाकर गांव में तैनात की गई. भारी हंगामे के बाद मृतक के पुत्र की रिपोर्ट पर पुलिस ने दो ठेकेदारों के विरुद्ध मामला दर्ज करने और भुगतान करवाने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों का आक्रोश शांत हुआ. ग्रामीणों ने नैनवां थाना पुलिस पर भी पीड़ित की सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया.
मामले में नैनवा थाने के कार्यवाहक थाना प्रभारी कमल सिंह का कहना था कि पीड़ित शंकर बंजारा ने थाने में पहुंचकर रिपोर्ट दी थी और उसे हमने ठोस कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था, लेकिन अगले दिन सूचना मिली कि किसी ने रात को ही उस पर रुपए देने का दबाव बनाया. इससे आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली. मामले में पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं करने के आरोप निराधार है. वहीं, मृतक के पुत्र ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि उसके पिता शंकर बंजारा कंपनी के नाम से कार्य करते थे. उन्होंने सोमवार को नैनवां थाने में दो ठेकेदारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि भीलवाड़ा निवासी ने पांच स्थानों पर टेलीफोन केबल डालने का कार्य करवाया था. शंकर को ठेकेदार से 13 लाख रुपए बकाया लेने थे. बार-बार कहने के बाद भी उसने भुगतान नहीं किया. इसी प्रकार कोटा निवासी एक व्यक्ति ने वन विभाग में चार दीवारी निर्माण कार्य करने का ठेका लिए था. इस कार्य से ठेकेदार से 37 लाख रुपए बकाया भुगतान लेना था. दोनों ठेकेदारों से कार्य का भुगतान करने के लिए कहा, लेकिन भुगतान नहीं किया गया.
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चौराहे पर किया प्रदर्शन: मृतक के परिजनों, समाज के लोगों और ग्रामीणों ने कार्य का भुगतान करवाने की मांग और पुलिस पर सुनवाई नहीं करने के आरोप लगाते हुए लक्ष्मीपुरा चौराहे पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया. सूचना मिलने पर नैनवां डीएसपी राजू लाल, नैनवां के कार्यवाहक थानाधिकारी कमल बंजारा, करवर थानाधिकारी मुकेश यादव, लाखेरी थानाधिकारी सुभाष शर्मा और देई थानाधिकारी राजाराम सहित पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचे. आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों से समझाइश की. परिजनों ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि मृतक शंकर ने आत्महत्या करने से पहले नैनवां थाना पहुंचकर ठेकेदारों के विरुद्ध रिपोर्ट देकर कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की. रात को उसने आत्महत्या कर ली. उधर, नैनवां के पुलिस उपाधीक्षक राजू लाल और अन्य थाना प्रभारियों द्वारा समुचित कार्रवाई का भरोसा दिलाने के बाद परिजन दाह संस्कार करने के लिए सहमत हुए.