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मणिकर्ण हादसा: जले पेड़ पर दिया होता ध्यान तो बच जाती 6 लोगों की जान, पहाड़ी से गिरा था खोखला पेड़ - MANIKARAN TREE FALL

मणिकर्ण हादसे के बाद वन विभाग खोखले पेड़ों को चिह्नित कर रहा है जिससे इस तरह का हादसा ना हो सके.

मणिकर्ण हादसा
मणिकर्ण हादसा (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : April 1, 2025 at 2:29 PM IST

2 Min Read

कुल्लू: मणिकर्ण में बीते रविवार को पहाड़ी से पेड़ गिरने पर एक बड़ा हादसा पेश आया था जिसमें 6 लोगों की मौत और 7 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे. वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पहाड़ से गिरा पेड़ आधा जला हुई था जिस कारण पेड़ खोखला हो गया था. पेड़ के पहाड़ पर होने के चलते किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया. अगर जले हुए पेड़ को पहले ही हटा दिया जाता तो 6 लोगों की जान बच सकती थी.

तीन तरफ से जला था पेड़ का तना

हाइट पर होने के चलते वन विभाग को भी इसकी जानकारी नहीं थी. आग लगने से पेड़ का तना तीन तरफ से जल चुका था. पेड़ के पहाड़ी पर होने के कारण इसका अंदाजा नहीं लग पाया. यह कायल का पेड़ था जो करीब ढाई फीट मोटा और 24 मीटर लंबा था. हादसे के दिन रविवार देर शाम को ही वन विभाग की टीम ने मौके से पेड़ को हटा दिया. अब वन विभाग के पार्वती डिवीजन के तहत ऐसे पेड़ों को चिह्नित किया जा रहा है. अभी करीब ऐसे चार और पेड़ों को चिह्नित किया गया है. डीएफओ पार्वती वन मंडल प्रवीण ठाकुर ने बताया "पार्वती वन डिवीजन में तीन-चार ऐसे और पेड़ चिह्नित किए गए हैं. अब आसपास अन्य स्थानों पर पेड़ों को चिह्नित करने का काम किया जा रहा है. ऐसा हादसा फिर ना हो इस संबंध में सतर्कता बरतने के लिए सभी वनरक्षकों को निर्देश दिए गए हैं".

रविवार का हुआ हादसा

बीते रविवार दोपहर को मणिकर्ण में गुरुद्वारे के सामने पहाड़ी से पेड़ गिरने पर 6 लोगों की मौत हो गई और सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. यह हादसा तेज हवाओं के चलने के कारण हुआ था. हादसे के बाद घायलों को इलाज के लिए ढालपुर अस्पताल लाया गया था. वहीं, मृतकों का ढालपुर अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया गया.

ये भी पढ़ें: मणिकर्ण में मैगी खाने ढाबे में रुके छात्र, पहाड़ी से आई आफत, तीन स्टूडेंट्स सहित 6 की मौत

कुल्लू: मणिकर्ण में बीते रविवार को पहाड़ी से पेड़ गिरने पर एक बड़ा हादसा पेश आया था जिसमें 6 लोगों की मौत और 7 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे. वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पहाड़ से गिरा पेड़ आधा जला हुई था जिस कारण पेड़ खोखला हो गया था. पेड़ के पहाड़ पर होने के चलते किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया. अगर जले हुए पेड़ को पहले ही हटा दिया जाता तो 6 लोगों की जान बच सकती थी.

तीन तरफ से जला था पेड़ का तना

हाइट पर होने के चलते वन विभाग को भी इसकी जानकारी नहीं थी. आग लगने से पेड़ का तना तीन तरफ से जल चुका था. पेड़ के पहाड़ी पर होने के कारण इसका अंदाजा नहीं लग पाया. यह कायल का पेड़ था जो करीब ढाई फीट मोटा और 24 मीटर लंबा था. हादसे के दिन रविवार देर शाम को ही वन विभाग की टीम ने मौके से पेड़ को हटा दिया. अब वन विभाग के पार्वती डिवीजन के तहत ऐसे पेड़ों को चिह्नित किया जा रहा है. अभी करीब ऐसे चार और पेड़ों को चिह्नित किया गया है. डीएफओ पार्वती वन मंडल प्रवीण ठाकुर ने बताया "पार्वती वन डिवीजन में तीन-चार ऐसे और पेड़ चिह्नित किए गए हैं. अब आसपास अन्य स्थानों पर पेड़ों को चिह्नित करने का काम किया जा रहा है. ऐसा हादसा फिर ना हो इस संबंध में सतर्कता बरतने के लिए सभी वनरक्षकों को निर्देश दिए गए हैं".

रविवार का हुआ हादसा

बीते रविवार दोपहर को मणिकर्ण में गुरुद्वारे के सामने पहाड़ी से पेड़ गिरने पर 6 लोगों की मौत हो गई और सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. यह हादसा तेज हवाओं के चलने के कारण हुआ था. हादसे के बाद घायलों को इलाज के लिए ढालपुर अस्पताल लाया गया था. वहीं, मृतकों का ढालपुर अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया गया.

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