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हाइड्रा क्रेन की मदद से पक्षी का किया गया रेस्क्यू, पतंग की डोर में फंसने से पेड़ पर लटका था बेजुबान, वेटनरी अस्पताल में तोड़ा दम - BIRD RESCUE IN PAONTA SAHIB

पक्षी सिंबल के पेड़ पर करीब 70 फीट की ऊंचाई पर पतंग की डोर में फंसा था, जिसका वन्य जेवी प्रेमी ने रेस्क्यू किया.

हाइड्रा क्रेन की मदद से पक्षी का किया रेस्क्यू
हाइड्रा क्रेन की मदद से पक्षी का किया रेस्क्यू (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : March 26, 2025 at 5:32 PM IST

Updated : March 26, 2025 at 9:59 PM IST

3 Min Read

पांवटा साहिब: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में एक वन्य जीव प्रेमी ने अपनी जान की परवाह किए बिना करीब 70 फीट ऊंचाई पर पेड़ पर फंसे एक बेजुबान पक्षी का रेस्क्यू किया. पक्षी का रेस्क्यू करने के लिए हाइड्रा क्रेन का सहारा लिया गया, जो इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं, दुख की बात ये रही कि इस पक्षी ने वेटनरी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

पतंग की डोर में फंसा था पक्षी

दरअसल, पांवटा साहिब के वॉर्ड नंबर-9 में एक सिंबल के पेड़ पर एक पक्षी फंसा हुआ था. यह पक्षी पतंग की डोर में उलझने के कारण पेड़ पर फंसा हुआ था. स्थानीय व्यक्ति धीरज चोपड़ा की नजर जब इस पर पड़ी तो उन्होंने वन्य जीव प्रेमी भूपेंद्र सिंह को इसकी सूचना दी. धीरज ने बताया "यह पक्षी पेड़ पर फंसा था, जो छटपटा रहा था. जब ये पक्षी खुद से छूट नहीं पाया तो मैंने इसकी सूचना वन्य जीव प्रेमी भूपेंद्र सिंह को फोन पर दी. एक फोन कॉल पर ही भूपेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और पक्षी के रेस्क्यू के लिए उन्होंने प्रयास करना शुरू कर दिया."

पांवटा साहिब में पक्षी का किया गया रेस्क्यू (ETV Bharat)

हाइड्रा क्रेन की मदद से रेस्क्यू किया पक्षी

प्रत्यक्षदर्शी धीरज चोपड़ा ने बताया "भूपेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंचकर पहले सीढ़ी से पेड़ पर चढ़ने की कोशिश की, लेकिन पेड़ पर सीढ़ी के सहारे 70 फीट की ऊंचाई पर पहुंचना नामुनकिन था जिसके बाद भूपेंद्र सिंह ने अपने एक दोस्त की हाइड्रा क्रेन को अपने खर्च पर बुलाया. क्रेन की मदद से वह पेड़ की चोटी तक पहुंचे और बड़ी सावधानी से पक्षी को पतंग की डोर से आजाद करवाया." यह नजारा देखकर हर कोई दंग रह गया. रेस्क्यू के बाद जैसे ही भूपेंद्र सिंह नीचे उतरे स्थानीय लोगों ने तालियों से उनका स्वागत किया. भूपेंद्र सिंह ने ना सिर्फ हिम्मत की मिसाल कायम की बल्कि अपना वन्य जीवों के प्रति प्रेम भी जाहिर किया.

वेटनरी अस्पताल में हुई पक्षी की मौत

भूपेंद्र सिंह ने पक्षी को पेड़ से रेस्क्यू करने के बाद पांवटा साहिब के वेटनरी अस्पताल में पहुंचाया जहां पक्षी की इलाज के दौरान मौत हो गई. पक्षी पतंग की डोर से पेड़ पर फंसा था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. इसी वजह से पक्षी की मौत हो गई जिसके बाद भूपेंद्र सिंह ने पक्षी को दफन कर दिया.

इंडियन ग्रे हॉर्नबिल के नाम से हुई पक्षी की पहचान

वन्य जीव प्रेमी भूपेंद्र सिंह ने पक्षी का रेस्क्यू करने के बाद बताया "यह पक्षी इंडियन ग्रे हॉर्नबिल है जो भारत में पाया जाने वाला एक आकर्षक और अनोखा पक्षी है. यह हॉर्नबिल परिवार का सदस्य है और अपनी विशिष्ट चोंच और शानदार बनावट के लिए जाना जाता है."

ये भी पढ़ें: हिमाचल के इस जिले में किंग कोबरा का बढ़ रहा कुनबा, 3 दिन में दो सांपों का किया गया रेस्क्यू

पांवटा साहिब: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में एक वन्य जीव प्रेमी ने अपनी जान की परवाह किए बिना करीब 70 फीट ऊंचाई पर पेड़ पर फंसे एक बेजुबान पक्षी का रेस्क्यू किया. पक्षी का रेस्क्यू करने के लिए हाइड्रा क्रेन का सहारा लिया गया, जो इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं, दुख की बात ये रही कि इस पक्षी ने वेटनरी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

पतंग की डोर में फंसा था पक्षी

दरअसल, पांवटा साहिब के वॉर्ड नंबर-9 में एक सिंबल के पेड़ पर एक पक्षी फंसा हुआ था. यह पक्षी पतंग की डोर में उलझने के कारण पेड़ पर फंसा हुआ था. स्थानीय व्यक्ति धीरज चोपड़ा की नजर जब इस पर पड़ी तो उन्होंने वन्य जीव प्रेमी भूपेंद्र सिंह को इसकी सूचना दी. धीरज ने बताया "यह पक्षी पेड़ पर फंसा था, जो छटपटा रहा था. जब ये पक्षी खुद से छूट नहीं पाया तो मैंने इसकी सूचना वन्य जीव प्रेमी भूपेंद्र सिंह को फोन पर दी. एक फोन कॉल पर ही भूपेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और पक्षी के रेस्क्यू के लिए उन्होंने प्रयास करना शुरू कर दिया."

पांवटा साहिब में पक्षी का किया गया रेस्क्यू (ETV Bharat)

हाइड्रा क्रेन की मदद से रेस्क्यू किया पक्षी

प्रत्यक्षदर्शी धीरज चोपड़ा ने बताया "भूपेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंचकर पहले सीढ़ी से पेड़ पर चढ़ने की कोशिश की, लेकिन पेड़ पर सीढ़ी के सहारे 70 फीट की ऊंचाई पर पहुंचना नामुनकिन था जिसके बाद भूपेंद्र सिंह ने अपने एक दोस्त की हाइड्रा क्रेन को अपने खर्च पर बुलाया. क्रेन की मदद से वह पेड़ की चोटी तक पहुंचे और बड़ी सावधानी से पक्षी को पतंग की डोर से आजाद करवाया." यह नजारा देखकर हर कोई दंग रह गया. रेस्क्यू के बाद जैसे ही भूपेंद्र सिंह नीचे उतरे स्थानीय लोगों ने तालियों से उनका स्वागत किया. भूपेंद्र सिंह ने ना सिर्फ हिम्मत की मिसाल कायम की बल्कि अपना वन्य जीवों के प्रति प्रेम भी जाहिर किया.

वेटनरी अस्पताल में हुई पक्षी की मौत

भूपेंद्र सिंह ने पक्षी को पेड़ से रेस्क्यू करने के बाद पांवटा साहिब के वेटनरी अस्पताल में पहुंचाया जहां पक्षी की इलाज के दौरान मौत हो गई. पक्षी पतंग की डोर से पेड़ पर फंसा था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. इसी वजह से पक्षी की मौत हो गई जिसके बाद भूपेंद्र सिंह ने पक्षी को दफन कर दिया.

इंडियन ग्रे हॉर्नबिल के नाम से हुई पक्षी की पहचान

वन्य जीव प्रेमी भूपेंद्र सिंह ने पक्षी का रेस्क्यू करने के बाद बताया "यह पक्षी इंडियन ग्रे हॉर्नबिल है जो भारत में पाया जाने वाला एक आकर्षक और अनोखा पक्षी है. यह हॉर्नबिल परिवार का सदस्य है और अपनी विशिष्ट चोंच और शानदार बनावट के लिए जाना जाता है."

ये भी पढ़ें: हिमाचल के इस जिले में किंग कोबरा का बढ़ रहा कुनबा, 3 दिन में दो सांपों का किया गया रेस्क्यू

Last Updated : March 26, 2025 at 9:59 PM IST
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